

सेकंड-हैंड Kia Sonet खरीदने से पहले जानें ये फायदे, नुकसान और जरूरी बातें
- 1साल 2020 में आई Kia Sonet ने शुरुआती वेरिएंट में भी टॉप-लेवल फीचर्स दिए
- 2Kia Sonet 2–3 साल में 75–80% तक रीसेल वैल्यू बनाए रखती है
- 3सामान्य समस्याओं में इंफोटेनमेंट लैग, खड़खड़ाहट और AC की धीमी कूलिंग शामिल हैं
Kia Sonet भारत की सबसे ज़्यादा बिकने वाली कॉम्पैक्ट SUVs में से एक है। 2020 में लॉन्च होने के बाद से 2024 तक इसकी 4.5 लाख से ज़्यादा यूनिट्स बिक चुकी हैं। इसका लुक स्टाइलिश है, फीचर्स भरे पड़े हैं, और ड्राइव करने का मज़ा अलग ही है — यही वजह है कि यह सब-4 मीटर SUV सेगमेंट में फेवरेट बन चुकी है।
अगर आप एक सेकंड हैंड Kia Sonet खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह पैसे के लिहाज से एक अच्छा सौदा हो सकता है। कई प्री-ओन्ड मार्केट्स में आपको 5 साल से कम पुरानी, कम किलोमीटर चली हुई गाड़ियाँ मिल जाएँगी। लेकिन हर इस्तेमाल की हुई गाड़ी के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। इसलिए, डील फाइनल करने से पहले ज़रूर जान लीजिए कि Kia Sonet खरीदते वक्त किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
क्यों लोग Kia Sonet को पसंद करते हैं: फायदे

एक इस्तेमाल की हुई Kia Sonet को भारत में इतने लोग क्यों पसंद करते हैं, इसके पीछे कई वजहें हैं —
1. फीचर्स से भरपूर कार
Kia Sonet अपनी कीमत के हिसाब से बहुत ही फीचर-लोडेड कार है। बेस वेरिएंट में भी आपको टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस Android Auto और Apple CarPlay, LED DRL, स्टीयरिंग-माउंटेड कंट्रोल और रियर पार्किंग सेंसर जैसे फीचर्स मिल जाते हैं। अगर आप HTX या GTX+ जैसे टॉप वेरिएंट लेते हैं, तो इसमें सनरूफ, वेंटिलेटेड सीट्स और Bose ऑडियो सिस्टम भी मिलता है।
2. कई इंजन और ट्रांसमिशन ऑप्शन
Kia Sonet में इंजन और गियरबॉक्स के कई कॉम्बिनेशन मिलते हैं —
- 1.2-लीटर पेट्रोल (5-स्पीड मैनुअल)
- 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल (iMT/DCT)
- 1.5-लीटर डीज़ल (मैनुअल और ऑटोमैटिक)
इसका मतलब है कि आप अपनी ड्राइविंग स्टाइल और फ्यूल प्रेफरेंस के हिसाब से सही मॉडल चुन सकते हैं।
3. कॉम्पैक्ट लेकिन स्पोर्टी लुक
शहर की सड़कों और छोटी पार्किंग स्पेसेज़ में Sonet का कॉम्पैक्ट साइज बहुत काम आता है। इसकी डिज़ाइन Seltos जैसी लगती है, जिससे यह दिखने में अपने साइज से बड़ी और प्रीमियम महसूस होती है।
4. भरोसेमंद और माइलेज में बेहतर
Kia (जो Hyundai की सहायक कंपनी है) ने भारतीय बाजार में एक भरोसेमंद ब्रांड इमेज बनाई है। Sonet के इंजन आज़माए हुए हैं और खासकर डीज़ल वेरिएंट 19–21 km/l तक का माइलेज देते हैं।
5. शानदार रीसेल वैल्यू
Sonet की मार्केट में बहुत डिमांड है, इसलिए इसकी रीसेल वैल्यू भी बेहतरीन रहती है।
प्री-ओन्ड मार्केट में 2–3 साल पुरानी Sonet अपनी कीमत का 75–80% तक वैल्यू बनाए रखती है, ख़ासकर बड़े शहरों में।
किन बातों पर ध्यान दें: नुकसान

Kia Sonet भले ही अपनी कैटेगरी में शानदार कार हो, लेकिन इसमें कुछ छोटी-मोटी खामियाँ भी हैं —
1. सस्पेंशन थोड़ा सख्त
यह सबसे आम शिकायत है। अच्छी सड़कों पर तो इसका सस्पेंशन स्पोर्टी लगता है, लेकिन खराब सड़कों या गड्ढों पर चलाने पर यह झटकेदार महसूस हो सकता है। अगर आप ऐसी जगह रहते हैं जहाँ सड़कें बहुत अच्छी नहीं हैं, तो खरीदने से पहले टेस्ट ड्राइव ज़रूर लें।
2. रियर सीट स्पेस सीमित
Sonet के पीछे बैठने की जगह बहुत बड़ी नहीं है। लंबे लोगों को थोड़ी तंगी महसूस हो सकती है, और तीन वयस्क एक साथ बैठें तो सफर उतना आरामदायक नहीं रहेगा। अगर आपका फोकस फैमिली कम्फर्ट पर है, तो यह बात ध्यान में रखें।
3. iMT गियरबॉक्स को सीखने में वक्त लगता है
अधिकांश टर्बो पेट्रोल वेरिएंट्स में Kia का iMT (Intelligent Manual Transmission) मिलता है। यह क्लच-लेस मैनुअल है — सुनने में आसान लगता है लेकिन जो लोग पहली बार चलाते हैं उन्हें ट्रैफिक में थोड़ा एडजस्ट करने में समय लगता है।
4. टर्बो लैग
1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन में 2000 RPM से नीचे हल्का टर्बो लैग महसूस होता है। जैसे ही टर्बो एक्टिव होता है, कार बहुत मज़ेदार लगती है, लेकिन शहर के ट्रैफिक में यह देरी थोड़ी खटक सकती है।
5. स्पेयर पार्ट्स महंगे
हालांकि Kia की सर्विस क्वालिटी काफी सुधरी है, लेकिन कुछ टॉप वेरिएंट्स के पार्ट्स महंगे होते हैं। जैसे 10.25-इंच टचस्क्रीन या LED हेडलैंप यूनिट अगर खराब हो जाए तो रिप्लेसमेंट का खर्च थोड़ा ज़्यादा आ सकता है।
सेकंड हैंड Kia Sonet में आने वाली आम दिक्कतें
अब बात करते हैं उन वास्तविक परेशानियों की, जिनका सामना कुछ इस्तेमाल की हुई Kia Sonet के मालिकों ने किया है। ये हर कार में हों ऐसा ज़रूरी नहीं है, लेकिन अगर आप एक प्री-ओन्ड Sonet खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन बातों को पहले से जान लेना फायदेमंद रहेगा।
1. इंफोटेनमेंट सिस्टम में गड़बड़ी
कुछ शुरुआती मॉडल्स में टचस्क्रीन फ्रीज़ होना या अचानक रीस्टार्ट होना जैसी समस्याएँ देखी गई हैं। हालांकि, Kia ने इन गड़बड़ियों को दूर करने के लिए सॉफ़्टवेयर अपडेट जारी किए हैं, फिर भी जांच के दौरान इसे ज़रूर परखें।
क्या करें:
टेस्ट ड्राइव के समय इंफोटेनमेंट सिस्टम के हर फ़ंक्शन को चेक करें — Bluetooth, Android Auto, Apple CarPlay, नेविगेशन, और रिवर्स कैमरा सब कुछ एक बार इस्तेमाल करके देखें।
2. ब्रेक पैड जल्दी घिसना
कई यूज़र्स ने बताया है कि उनकी Sonet के ब्रेक पैड्स जल्दी घिस गए, ख़ासकर टर्बो-पेट्रोल और डीज़ल वेरिएंट्स में। यह ज़्यादातर तब होता है जब कार को अत्यधिक ट्रैफ़िक में या आक्रामक ढंग से चलाया जाता है।
क्या करें:
सर्विस हिस्ट्री देखें। अगर ब्रेक पैड्स बहुत जल्दी बदले गए हैं, तो जांचें कि यह बार-बार होने वाली समस्या तो नहीं है।
3. डैशबोर्ड या डोर पैनल से आवाज़ें
कुछ मालिकों ने बताया कि समय के साथ कार के अंदर से रैटलिंग (कर्कश) आवाज़ें आने लगती हैं, ख़ासकर डीज़ल मॉडल्स में। यह ज़्यादातर हार्ड प्लास्टिक पार्ट्स और ढीले पैनल फिटिंग्स के कारण होता है।
क्या करें:
टेस्ट ड्राइव के दौरान कार को थोड़ा उबड़-खाबड़ रास्ते पर चलाएँ और ध्यान से सुनें। ये आवाज़ें नुकसान नहीं पहुँचातीं, लेकिन लंबी ड्राइव में परेशान कर सकती हैं।
4. AC की ठंडक कम होना
कुछ शुरुआती (2020–2021) मॉडल्स में रिपोर्ट आई थी कि बहुत गर्म मौसम में AC की कूलिंग परफॉर्मेंस कम होती है।
क्या करें:
टेस्ट ड्राइव के दौरान AC को 10–15 मिनट के लिए अधिकतम ठंडक पर चलाएँ। अगर ठंडक पर्याप्त नहीं है, तो सिस्टम में लीकेज या गैस रीफिल की ज़रूरत हो सकती है।
क्या इस्तेमाल की हुई Kia Sonet खरीदनी चाहिए?
अगर आप एक ऐसी कॉम्पैक्ट SUV चाहते हैं जो दिखने में स्टाइलिश हो, फीचर्स से भरी हो, माइलेज बढ़िया दे और भरोसेमंद भी हो — तो Kia Sonet एक समझदारी भरा विकल्प है। बस ध्यान रहे कि सही वेरिएंट चुनें, खरीदने से पहले प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन (PDI) ज़रूर करवाएँ और अपनी पसंद के मॉडल (iMT, DCT या टर्बो वर्ज़न) की खासियतों और कमियों से पहले से वाकिफ़ रहें।
बहुत सस्ती या संदिग्ध सर्विस हिस्ट्री वाली कारों से बचें। Sonet की डिमांड ज़्यादा है, इसलिए सही कंडीशन में मिलने वाली कार सस्ती नहीं होगी — लेकिन अगर आपको अच्छी तरह मेंटेन की हुई कार मिलती है, तो यह कई सालों तक भरोसेमंद साथी साबित होगी। Kia Sonet की तरह Kia Seltos के मालिकों को होने वाली 7 आम शिकायतें – समाधान की पूरी लिस्ट यहां पढ़ें।
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