

2025 में ओवरस्पीडिंग पर कितना जुर्माना? जानिए हर राज्य की चालान राशि
- 1ओवरस्पीडिंग का फाइन पूरे भारत में एक जैसा नहीं होता—यह राज्य के हिसाब से तय होता है
- 2बार-बार नियम तोड़ने पर फाइन बढ़ जाता है और ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड हो सकता है
- 3CARS24 जैसे प्लेटफॉर्म पर आप अपने ओवरस्पीडिंग चालान का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं
- भारत में राज्यवार ओवरस्पीडिंग जुर्माना
- दिल्ली में ओवरस्पीडिंग चालान
- महाराष्ट्र में ओवरस्पीडिंग चालान
- कर्नाटक में ओवरस्पीडिंग चालान
- तमिलनाडु में ओवरस्पीडिंग चालान
- उत्तर प्रदेश में ओवरस्पीडिंग चालान
- गुजरात में ओवरस्पीडिंग चालान
- पश्चिम बंगाल में ओवरस्पीडिंग चालान
- राजस्थान में ओवरस्पीडिंग चालान
- तेलंगाना में ओवरस्पीडिंग चालान
- केरल में ओवरस्पीडिंग चालान
- ओवरस्पीडिंग चालान: मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 183
- ओवरस्पीडिंग चालान कैसे भरें?
- हाईवे पर स्पीडिंग पर राज्यों की निगरानी कैसे होती है?
- निष्कर्ष
खुले रास्ते पर तेज़ गाड़ी चलाना उस पल में भले ही बेगुनाह लगे, लेकिन हकीकत में यह भारत में सड़क दुर्घटनाओं की एक प्रमुख वजह है। इसी आदत पर लगाम लगाने के लिए हर राज्य ने मोटर वाहन संशोधन अधिनियम के तहत कड़े जुर्माने तय किए हैं। लेकिन चालान की असल रकम इस बात पर निर्भर करती है कि आप कहां पकड़े गए, यह आपकी पहली गलती है या नहीं, और आप कितनी स्पीड लिमिट से ऊपर थे।
अगर आपको अभी-अभी ओवरस्पीडिंग का चालान मिला है या भविष्य में इससे बचना चाहते हैं, तो यह गाइड आपके लिए है। इसमें राज्यवार जुर्माने से लेकर ऑनलाइन चालान भरने तक की पूरी जानकारी दी गई है। बेहतर है कि आप पहले से जानकारी रखें, बजाय इसके कि एक भारी चालान की सूचना मेल में आए और आपको हैरानी हो।
भारत में राज्यवार ओवरस्पीडिंग जुर्माना

मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम 2019 के तहत भारत में स्पीडिंग जुर्माने में काफी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन कई राज्यों ने इसमें अपनी-अपनी संशोधन किए हैं। नीचे 2025 में भारत के अलग-अलग राज्यों में ओवरस्पीडिंग चालान की स्थिति दी गई है:
दिल्ली में ओवरस्पीडिंग चालान
दिल्ली में पहली बार पकड़े जाने पर ₹2,000 का चालान लगता है। दूसरी बार गलती करने पर यह ₹4,000 तक पहुंच सकता है। दिल्ली में कैमरा नेटवर्क बहुत मजबूत है जो अपने आप ई-चालान जनरेट करता है — तो अगर आपके आसपास कोई ट्रैफिक पुलिस नहीं दिख रही है, तब भी लापरवाही मत करें। ITO, धौला कुआं और AIIMS रिंग रोड जैसे इलाके पूरी निगरानी में रहते हैं। आप CARS24 से दिल्ली का चालान चेक और भर सकते हैं।
महाराष्ट्र में ओवरस्पीडिंग चालान
महाराष्ट्र में पहली गलती पर ₹1,500 का चालान और दोबारा पकड़े जाने पर ₹3,000 तक लगता है। मुंबई का सी लिंक, पुणे एक्सप्रेसवे और नागपुर के कुछ हिस्सों में 24/7 फिक्स्ड राडार लगे हुए हैं। कुछ टोल बूथ रियल टाइम में ओवरस्पीड अलर्ट भी दिखाते हैं। इन्हें अनदेखा न करें—संभावना है कि आपका चालान पहले ही बन चुका हो। आप महाराष्ट्र का चालान ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
कर्नाटक में ओवरस्पीडिंग चालान
यहां पहली बार पर ₹1,000 और दूसरी बार ₹2,000 का चालान लगता है। बेंगलुरु की NICE रोड और आउटर रिंग रोड ओवरस्पीडिंग के बड़े हॉटस्पॉट हैं, जहां ANPR कैमरे लगे हैं। यहां अब इंश्योरेंस रिन्यूअल में भी स्पीडिंग हिस्ट्री जोड़ी जा रही है। चालान ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कर्नाटक की डिजिटल सेवा का लाभ लें।
तमिलनाडु में ओवरस्पीडिंग चालान
तमिलनाडु में चालान की राशि ₹1,000 ही रहती है—चाहे पहली बार हो या दूसरी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पुलिस ढीली है। चेन्नई में नियमित अभियान चलते हैं, खासकर टेक पार्क, कॉलेज और एयरपोर्ट इलाकों में। चालान ऑनलाइन भरना बेहतर होता है ताकि आगे पेनल्टी न बढ़े।
उत्तर प्रदेश में ओवरस्पीडिंग चालान
यहां पहली बार ₹1,000 और दोबारा ₹2,000 का चालान तय है। नोएडा और लखनऊ में अब ऐसे कैमरे हैं जो सिर्फ एक पॉइंट पर नहीं, बल्कि पूरे रास्ते पर औसत स्पीड रिकॉर्ड करते हैं। ये डाटा आपके वाहन रजिस्ट्रेशन से जुड़ जाता है और देर से भुगतान करने पर रजिस्ट्रेशन पर असर पड़ सकता है।
गुजरात में ओवरस्पीडिंग चालान
गुजरात में पहली बार ₹1,500 और दोबारा ₹3,000 का चालान लगता है। अहमदाबाद और वडोदरा में अब ट्रैफिक फीड को वाहन प्रोफाइल से जोड़ा जा रहा है। यहां तक कि पेट्रोल पंप भी एक्टिव चालानों के लिए नंबर प्लेट स्कैन कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में ओवरस्पीडिंग चालान
पहली बार ₹1,500 और दूसरी बार ₹3,000 का चालान लगता है। कोलकाता में त्योहारों और छुट्टियों के पहले पुलिस जागरूकता अभियान चलाती है, लेकिन स्पीड कैमरे पार्क स्ट्रीट, EM बाईपास और साल्ट लेक जैसे इलाकों में हर समय चालू रहते हैं।
राजस्थान में ओवरस्पीडिंग चालान
यहां ₹1,000 पहली बार और ₹2,000 दोबारा पर लगता है। जयपुर और उदयपुर में ड्रोन से स्पीड ट्रैकिंग होती है। अजमेर रोड और कोटा बायपास जैसे इलाकों में ANPR कैमरे फीड भेजते हैं।
तेलंगाना में ओवरस्पीडिंग चालान
पहली बार ₹1,000 और दोबारा ₹2,000 का चालान तय है। हैदराबाद में AI-आधारित स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम लगे हैं जो न केवल स्पीड बल्कि लेन चेंज को भी ट्रैक करते हैं। जुबली हिल्स और गाचीबौली ओवरस्पीडिंग के हॉटस्पॉट हैं।
केरल में ओवरस्पीडिंग चालान
केरल में पहली गलती पर ₹1,500 और दूसरी बार ₹3,000 का जुर्माना लगता है। तिरुवनंतपुरम और कोच्चि में मोबाइल और फिक्स्ड कैमरे लगे हैं जो राज्य-व्यापी सर्वर से जुड़े हैं। कुछ फ्यूल स्टेशन अब उन वाहनों को चिन्हित कर रहे हैं जिनके पास बकाया चालान हैं।
ओवरस्पीडिंग चालान: मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 183

ओवरस्पीडिंग चालान मोटर वाहन अधिनियम की धारा 183 के तहत जारी होता है। यह LMV और HMV दोनों के लिए अलग-अलग जुर्माना निर्धारित करता है।
- LMV के लिए जुर्माना ₹1,000 से ₹2,000 तक
- HMV या बार-बार पकड़े जाने पर जुर्माना ₹4,000 तक
यह धारा ट्रैफिक अफसरों को ड्राइविंग लाइसेंस जब्त करने या गंभीर मामलों में वाहन सीज़ करने का अधिकार देती है।
ओवरस्पीडिंग चालान कैसे भरें?
अब RTO में लंबी लाइन में लगने की ज़रूरत नहीं है। चालान भरने का प्रोसेस अब ऑनलाइन है:
- echallan.parivahan.gov.in पर जाएं
- वाहन नंबर या चालान ID डालें
- चालान देखें और 'Pay Now' पर क्लिक करें
- UPI, कार्ड या नेट बैंकिंग से भुगतान करें
आप CARS24 के चालान चेकर टूल से भी चालान देख और भर सकते हैं।
हाईवे पर स्पीडिंग पर राज्यों की निगरानी कैसे होती है?

आज अधिकतर राज्य मैन्युअल और ऑटोमैटेड दोनों तरीकों से निगरानी करते हैं। रडार गन, ANPR कैमरे और स्पीड ट्रैप्स हर जगह लग चुके हैं। कैमरा आपकी नंबर प्लेट स्कैन करता है, सिस्टम आपकी स्पीड चेक करता है और स्पीड लिमिट से अधिक होने पर चालान आपके रजिस्टर्ड मोबाइल और ईमेल पर भेज दिया जाता है — बिना किसी चेतावनी के।
निष्कर्ष
ओवरस्पीडिंग सिर्फ कानून तोड़ना नहीं है, बल्कि अपनी और दूसरों की ज़िंदगी खतरे में डालना है। ₹1,000 की बचत के चक्कर में लाइसेंस सस्पेंड, इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ना और हादसे जैसे बड़े नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।
इसलिए अगली बार जब एक्सेलेरेटर पर पांव रखने लगें, तो ज़रा रुकिए — ज़रा सोचिए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
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