

सेकंड हैंड Honda Jazz खरीदने से पहले जानिए फायदे, नुकसान और आम समस्याएं
- 1जैज़ में मिलती है ज्यादा जगह, स्मार्ट सीट अरेंजमेंट और कम रनिंग कॉस्ट
- 2पुरानी Jazz मॉडल्स में पावर की कमी और आउटडेटेड टेक्नोलॉजी महसूस हो सकती है
- 3पुरानी Jazz में CVT ट्रांसमिशन, इंफोटेनमेंट व सस्पेंशन की दिक्कतों पर नज़र रखें
अगर आप एक ऐसा हैचबैक ढूंढ रहे हैं जो शहर में आसानी से चले और हाईवे पर भी आरामदेह हो, तो Honda Jazz एक बेहतरीन पैकेज के रूप में सामने आता है। पुरानी Honda Jazz कार सेकेंड हैंड कार मार्केट में एक बढ़िया विकल्प मानी जाती है, खासकर उन लोगों के लिए जो एक भरोसेमंद, थोड़़ा हटके लेकिन फ्यूल-एफिशिएंट हैचबैक चाहते हैं। लेकिन डील पक्की करने से पहले ये जान लेना जरूरी है कि आपको इसमें क्या-क्या मिलेगा और किन बातों से सावधान रहना होगा।
इस ब्लॉग में हम पुरानी Honda Jazz कार के फायदे, नुकसान और आमतौर पर सामने आने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे, ताकि आप सोच-समझकर और आत्मविश्वास से फैसला ले सकें।
पुरानी Honda Jazz खरीदने के फायदे
यहाँ जानिए उन चीजों को जो किसी भी संभावित खरीदार के लिए इस सेकंड हैंड Honda Jazz कार को और भी दिलचस्प बना सकती हैं:
1. जबरदस्त भरोसेमंद इंजन
Honda Jazz को अपनी शानदार विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है। इसके 1.2L i-VTEC और 1.5L i-DTEC V इंजन बेहद मजबूत साबित हुए हैं, और कई यूनिट्स 1.5 लाख किलोमीटर से भी ज्यादा का सफर केवल सामान्य सर्विसिंग के दम पर तय कर चुके हैं। मैन्युअल गियरबॉक्स लगभग बिना किसी दिक्कत के चलता है, और इसका बॉडी डिज़ाइन सालों के इस्तेमाल के बाद भी खास घिसता नहीं है।
2. बेहद स्पेशियस और वर्सेटाइल इंटीरियर
Jazz उन कुछ हैचबैक कारों में से एक है जो सबसे ज्यादा इंटीरियर स्पेस देती है। खासकर इसके पुराने VX वेरिएंट में मिलने वाली “मैजिक सीट” सिस्टम बहुत उपयोगी है, जो कि अलग-अलग सीटिंग और लगेज अरेंजमेंट की सुविधा देती है। आगे और पीछे दोनों सीटों पर लंबे लोगों को भी आराम से जगह मिल जाती है।
3. कम चलने और मेंटेनेंस का खर्च
Jazz के रखरखाव की लागत बहुत कम है। पेट्रोल वेरिएंट्स की सालाना सर्विसिंग आमतौर पर ₹5,000 से ₹7,000 के बीच होती है। Honda का i-VTEC इंजन कम मेंटेनेंस मांगता है और इसके ब्रेक, फिल्टर और सस्पेंशन जैसे पार्ट्स आसानी से और सस्ते में मिल जाते हैं।
4. टॉप वेरिएंट्स में भरपूर फीचर्स
इसके हाई-एंड वेरिएंट्स में 7-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रियर पार्किंग कैमरा, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल्स, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, पुश-बटन स्टार्ट के साथ की-लेस एंट्री और ड्यूल एयरबैग्स जैसे फीचर्स मिलते हैं।
5. अच्छी फ्यूल एफिशिएंसी
Jazz का 1.2L i-VTEC पेट्रोल इंजन मैनुअल में 16.6–17.1 km/l और CVT ऑटोमैटिक में 17.9 km/l तक का माइलेज देता है। आमतौर पर शहर में 13–15 km/l और हाईवे पर 16–18 km/l का रियल वर्ल्ड माइलेज मिलता है।
6. Honda की रीसेल वैल्यू और आफ्टर-सेल्स सर्विस
Honda एक प्रतिष्ठित ब्रांड है, और इसकी कारों की रीसेल वैल्यू अच्छी बनी रहती है। इसके अलावा, Honda की सर्विस नेटवर्क और किफायती मेंटेनेंस की वजह से Jazz को रखना ज्यादा परेशानी वाला नहीं है। पुराने डीजल वेरिएंट्स के लिए भी जरूरी स्पेयर पार्ट्स अभी भी बड़े शहरों में आसानी से मिल जाते हैं।
पुरानी Honda Jazz खरीदने के नुकसान
1. लेटेस्ट मॉडल्स में डीज़ल इंजन की कमी
BS6 नॉर्म्स लागू होने के बाद Honda ने Jazz में डीज़ल इंजन का ऑप्शन हटा दिया। ऐसे में 2020 के बाद की ज्यादातर सेकेंड हैंड Jazz कारें केवल पेट्रोल में मिलेंगी। अगर आप हाई माइलेज की तलाश में हैं या लंबी दूरी का सफर ज़्यादा करते हैं, तो यह एक खामी हो सकती है।
2. थोड़ा अंडरपावर महसूस हो सकती है
Jazz की बिल्ड क्वालिटी और कंफर्ट तो शानदार हैं, लेकिन इसका 89 bhp वाला पेट्रोल इंजन तेज एक्सिलरेशन की चाह रखने वालों को थोड़ा कमजोर लग सकता है। हाई स्पीड पर इसका परफॉर्मेंस थोड़ा सीमित हो सकता है, खासकर टर्बो इंजन वाली प्रतिद्वंदी कारों के मुकाबले। हालांकि, टर्बो इंजन वाली कारें महंगी होती हैं, इसलिए बजट में रहने वालों के लिए Jazz एक व्यावहारिक विकल्प बनती है।
3. पुराने मॉडल्स में फीचर्स कम
हाल के Jazz मॉडल्स में टचस्क्रीन, Android Auto और Apple CarPlay जैसे फीचर्स मिलते हैं, लेकिन 2018 से पहले के वेरिएंट्स में यह सभी आधुनिक फीचर्स नहीं मिलते। इनमें न तो बड़ा स्क्रीन होता है, न ही रियर पार्किंग सेंसर या क्रूज़ कंट्रोल जैसे फीचर्स।
4. तेज़ रफ्तार में केबिन में शोर
Jazz हाईवे पर चलाते समय थोड़ा शोर कर सकती है। इसमें इंजन, रोड और विंड नॉइज़ खासकर तेज़ स्पीड पर काफी महसूस होते हैं। 1.5L इंजन फ्लेक्सिबल जरूर है लेकिन ज़्यादा ए
क्सिलरेशन पर यह ज़्यादा आवाज़ करता है।
5. प्रतिद्वंदियों की तुलना में कीमत ज़्यादा
सेकेंड हैंड Jazz की कीमत अक्सर Maruti Baleno या Hyundai i20 जैसे हैचबैक्स की तुलना में ₹30,000 से ₹70,000 तक ज़्यादा होती है। अगर आप ब्रांड की बजाय फीचर्स को ज़्यादा महत्व देते हैं, तो यह प्रीमियम कीमत थोड़ा परेशान कर सकती है।
पुरानी Honda Jazz में आम समस्याएं
1. CVT ट्रांसमिशन में जर्क या जडर (Judder) की समस्या
Jazz के CVT गियरबॉक्स में कभी-कभी एक्सिलरेशन के दौरान या रिवर्स लेते समय झटके (judder) महसूस हो सकते हैं। यह दिक्कत खासतौर पर तब आती है जब समय पर गियर ऑयल या CVT फ्लूइड नहीं बदला गया हो। हल्की समस्या तो फ्लूइड बदलवाने से ठीक हो जाती है, लेकिन अगर लंबे समय तक अनदेखी की जाए तो ट्रांसमिशन रिपेयर या रिप्लेसमेंट की नौबत आ सकती है, जो काफी महंगा पड़ता है।
2. सस्पेंशन में जल्दी घिसावट
अगर गाड़ी खराब या उबड़-खाबड़ सड़कों पर ज़्यादा चली है, तो सस्पेंशन में समय से पहले पहनाव हो सकता है। टेस्ट ड्राइव लेते समय किसी भी प्रकार की ठक-ठक, बाउंसी आवाज़ या नाकामी महसूस हो, तो सस्पेंशन कंपोनेंट्स की जांच ज़रूर करवा लें।
3. सेंट्रल लॉकिंग और इलेक्ट्रॉनिक दिक्कतें
कुछ Jazz मॉडल्स में रिमोट सेंट्रल लॉकिंग ठीक से काम नहीं करती या फिर पावर विंडो, इंफोटेनमेंट स्क्रीन पर लोगो अटकने जैसी मामूली इलेक्ट्रॉनिक समस्याएं देखने को मिलती हैं। ये दिक्कतें बहुत गंभीर तो नहीं हैं लेकिन थोड़ी झुंझलाहट ज़रूर पैदा कर सकती हैं।
4. डीज़ल वेरिएंट्स में EGR वाल्व की समस्या
1.5L i-DTEC डीज़ल इंजन वाले मॉडल्स में EGR वाल्व (Exhaust Gas Recirculation) में जाम की समस्या देखी गई है, जिससे गाड़ी का आइडलिंग अस्थिर हो जाता है, माइलेज कम हो सकता है, या फिर गाड़ी बंद भी हो सकती है। इसे समय-समय पर साफ करवाने या जरूरत पड़ने पर बदलवाने की सलाह दी जाती है।
5. पार्किंग ब्रेक में परेशानी
कुछ ओनर्स ने शिकायत की है कि Jazz का पार्किंग ब्रेक ठीक से पकड़ नहीं बनाता, खासकर ढलान वाली जगहों पर। ये समस्या अक्सर वियर आउट हो चुके पार्किंग ब्रेक केबल या ब्रेक शूज़ की वजह से होती है।
क्या पुरानी Honda Jazz खरीदना समझदारी है?
अगर आप एक ऐसी हैचबैक की तलाश में हैं जो जगहदार हो, भरोसेमंद हो और कम ईंधन खर्च करे — तो Honda Jazz एक बहुत ही संतुलित विकल्प बनकर सामने आती है। हो सकता है यह कार सबसे स्पोर्टी या सबसे एडवांस टेक्नोलॉजी वाली न लगे, लेकिन एक इस्तेमाल की हुई Honda Jazz अपनी मजबूती, विश्वसनीयता और किफायती रख-रखाव के लिए आज भी सराहनीय है।
खरीदते समय कुछ ज़रूरी बातें ध्यान रखें:
- सर्विस रिकॉर्ड ज़रूर देखें — क्या समय पर सर्विस हुई है?
- टेस्ट ड्राइव में सस्पेंशन और CVT ट्रांसमिशन की परफॉर्मेंस पर गौर करें।
- ज़्यादा चला हुआ (excessively used) या टैक्सी के रूप में इस्तेमाल हुआ मॉडल न खरीदें।
अगर ये सभी चेकलिस्ट सही निकलीं, तो एक सेकंड हैंड Honda Jazz आपको एक शानदार, भरोसेमंद और लंबी उम्र वाला वाहन दे सकती है — और वो भी नई कार की तुलना में काफी कम कीमत पर। Honda Jazz की ही तरह Honda City में आने वाली आम दिक्कतों और उनके समाधान के बारे में पढ़ने के लिए अभी लिंक पर क्लिक करें।
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