

क्या सेकंड हैंड Celerio AMT लेना सही है? गियरबॉक्स की आम दिक्कतें जानिए
- 1Celerio AMT में दिक्कतें अक्सर झटकों, एक्ट्युएटर या कपलर की खराबी से शुरू होती हैं
- 2AMT यूनिट की मरम्मत ₹500 से शुरू होकर ₹1 लाख तक जा सकती है
- 3पुरानी Celerio AMT खरीदने से पहले गियरबॉक्स की स्थिति व सर्विस हिस्ट्री ज़रूर जांचें
जब Maruti ने 2014 में Celerio AMT लॉन्च की थी, तब इसे भारत की पहली किफायती ऑटोमैटिक कार कहा गया था। क्लच पेडल की ज़रूरत नहीं, टॉर्क कन्वर्टर से बेहतर माइलेज और बजट में कीमत — ये सब शहर में चलने वालों के लिए आदर्श लगे। लेकिन अब जब ये कारें बड़ी संख्या में सेकेंड हैंड बाज़ार में आ रही हैं, तो एक सवाल बार-बार सामने आता है: क्या पुरानी Celerio AMT में गियरबॉक्स की समस्या होती है?
असल बात ये है कि हर AMT गाड़ी एक जैसी पुरानी नहीं होती। कुछ गाड़ियाँ 1 लाख किमी से ज़्यादा बिना परेशानी चलती हैं, जबकि कुछ में कुछ ही सालों में गियरबॉक्स की दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। अगर आप सेकेंड हैंड Celerio लेने की सोच रहे हैं, तो आपको यह ज़रूर समझना चाहिए कि AMT में सबसे ज़्यादा गड़बड़ी कहाँ होती है और अगर आपने इन संकेतों को नज़रअंदाज़ किया, तो यह आपको कितना महँगा पड़ सकता है।
Celerio AMT बाकी ऑटोमैटिक से कैसे अलग है?
Celerio में लगा AMT असल में एक सामान्य 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स ही होता है, जिसमें क्लच और गियर बदलने की प्रक्रिया को एक कंप्यूटर-नियंत्रित सिस्टम द्वारा संचालित किया जाता है।
- Maruti इसे Auto Gear Shift (AGS) कहती है — यानी मैनुअल गियरबॉक्स, लेकिन बिना ड्राइवर के क्लच दबाने की ज़रूरत
- इसमें अतिरिक्त मूविंग पार्ट्स होते हैं जैसे एक्ट्यूएटर, सेंसर और कपलर — जो समय के साथ खराब हो सकते हैं
- ड्राइविंग का अनुभव भी अलग होता है — हर गियर बदलते समय हल्का झटका या रुकाव महसूस हो सकता है
यह डिज़ाइन Celerio को बजट सेगमेंट में खास बनाता है, लेकिन यही कारण है कि इसके सेकेंड हैंड मॉडल्स में AMT से जुड़ी कुछ सामान्य शिकायतें सबसे ज़्यादा देखी जाती हैं।
सबसे ज़्यादा सामने आने वाली समस्याएं
फोरम्स और यूज़र अनुभवों के आधार पर Celerio AMT से जुड़ी सबसे आम समस्याएं ये हैं:
- कम गति पर झटका लगना: ट्रैफिक में चलते समय या स्टार्ट लेते समय गाड़ी झटका देती है या हिचकती है
- क्लच एक्ट्यूएटर की खराबी: क्लच को जोड़ने वाला इलेक्ट्रिक-हाइड्रोलिक एक्ट्यूएटर गंदगी से जाम हो सकता है या घिस सकता है
- इलेक्ट्रिकल कपलर में पानी या ढीलापन: इससे ट्रांसएक्सल सिस्टम की चेतावनी लाइट जल सकती है
- कैलिब्रेशन में गड़बड़ी: गियरबॉक्स कंट्रोल यूनिट की ट्यूनिंग बिगड़ सकती है, जिसे सर्विस सेंटर पर स्कैन टूल से रीसेट किया जा सकता है
समय पर ठीक न कराने पर भारी खर्च: छोटी समस्याएं आगे चलकर एक्ट्यूएटर या पूरी AMT यूनिट बदलवाने तक पहुँच सकती हैं, जिसकी लागत ₹80,000 से ₹1 लाख तक जा सकती है
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AMT की समस्या पहचानने के आसान तरीके
अक्सर लोग सिर्फ ब्लॉक के चारों ओर टेस्ट ड्राइव करके संतुष्ट हो जाते हैं — यही सबसे बड़ी गलती होती है। Celerio AMT की सही जांच इस तरह करें:
- कोल्ड स्टार्ट पर ध्यान दें: पहली बार स्टार्ट करते ही अगर गाड़ी हिचकती है या एक्सेलेरेटर दबाने पर देर करती है, तो समझिए दिक्कत है
- भीड़-भाड़ वाली ड्राइविंग की नकल करें: ट्रैफिक जैसा माहौल बनाकर 15–20 मिनट तक स्टॉप-गो चलाएँ — गर्म होने पर समस्याएं ज़्यादा सामने आती हैं
- गियर बदलते समय देखें: पहले और दूसरे गियर या दूसरे और तीसरे गियर में झटका या रुकावट तो नहीं आ रही?
- डैशबोर्ड की चेतावनी लाइट्स देखें: ट्रांसएक्सल या गियरबॉक्स का इंडिकेटर जलता हो या टिमटिमाए, तो सौदा छोड़ दें
- सर्विस रिकॉर्ड माँगें: क्लच या एक्ट्यूएटर बदला गया है या नहीं — ये जानकारी ज़रूरी है
मरम्मत खर्च: असली आंकड़े
सेकेंड हैंड Celerio AMT से लोग सबसे ज़्यादा इसलिए डरते हैं क्योंकि मरम्मत महँगी हो सकती है। विभिन्न फोरम और वर्कशॉप अनुभवों के अनुसार संभावित खर्च:
- कैलिब्रेशन / रीसेट: ₹500–₹2,000 (समय रहते किया जाए तो झटके ठीक हो जाते हैं)
- क्लच सेट बदलवाना: ₹7,000–₹10,000
- एक्ट्यूएटर सफाई या मरम्मत: ₹4,000–₹5,000
- कपलर / सेंसर की मरम्मत: ₹2,000–₹5,000
- पूरे एक्ट्यूएटर या AMT मॉड्यूल को बदलना: ₹80,000–₹1,00,000 (यही सबसे बड़ी चिंता का कारण है)
मोलभाव करने के सुझाव
अगर टेस्ट के दौरान कुछ दिक्कतें दिखती हैं, तो तुरंत गाड़ी छोड़ने के बजाय इन्हें मोलभाव का हथियार बनाएँ:
- झटका आ रहा है? बताइए कि क्लच बदलवाना पड़ेगा — ₹10,000 की छूट माँगिए
- सर्विस रिकॉर्ड नहीं है? बता दीजिए कि एक्ट्यूएटर फेल हो सकता है — ₹20,000–₹30,000 की छूट माँगिए या सौदा छोड़ दीजिए
- पुरानी और ज़्यादा चली हुई गाड़ी है? समझ लीजिए कि जल्द ही गियरबॉक्स की मरम्मत की ज़रूरत होगी — सिवाय इसके कि वह बहुत सस्ती हो
कौन खरीदे पुरानी Celerio AMT?
यदि आप शहर में रोज़ चलने वाले बजट फ्रेंडली खरीदार हैं, और आपको ऐसी Celerio AMT मिलती है जिसका पूरा सर्विस रिकॉर्ड है, तो आप इसे ले सकते हैं। अगर एक्ट्यूएटर पहले ही बदलवाया गया हो या क्लच पहले ही सर्विस हो चुका हो — तो यह कम लागत में ऑटोमैटिक सुविधा देती है।
निष्कर्ष
Celerio AMT ने भारत में किफायती ऑटोमैटिक सेगमेंट की शुरुआत की, लेकिन समय के साथ इसकी कुछ कमजोरियाँ सामने आईं। सबसे आम समस्याएँ हैं — कम स्पीड पर झटका, एक्ट्यूएटर की खराबी, और गियरबॉक्स कैलिब्रेशन की दिक्कत। फर्क बनता है जांच का — यदि आपने गर्म होने पर ड्राइविंग जांची, एरर कोड स्कैन किए और सर्विस रिकॉर्ड देखा, तो आप एक अच्छी गाड़ी चुन सकते हैं। वरना आपको ₹80,000 की गियरबॉक्स मरम्मत की झंझट मिल सकती है।
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