

पेट्रोल, डीज़ल, CNG, हाइब्रिड या इलेक्ट्रिक – कौन सी कार आपके लिए सही है?
- 1हर फ्यूल टाइप की लागत और पावर अलग होती है – सोच-समझकर चुनाव करें
- 2शहरों के लिए EV एक किफायती और ग्रीन विकल्प है
- 3अगर डेली यूज़ में बचत चाहते हैं तो CNG कार चुनें
जब भी कोई व्यक्ति नई कार खरीदने की सोचता है, तो ईंधन का प्रकार (Fuel Type) उसकी निर्णय प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के समय में कारें अलग-अलग तकनीकों से संचालित होती हैं — हर एक के अपने फायदे और नुकसान हैं।
आपकी चुनी हुई फ्यूल टाइप — Petrol, Diesel, Hybrid, CNG या Electric (EV) — सीधे तौर पर कार की खरीद कीमत, चलने की लागत और उपयोग के तरीके को प्रभावित करती है। इस गाइड में हम हर फ्यूल टाइप को विस्तार से समझेंगे ताकि आप अपनी ज़रूरत और बजट के हिसाब से सही कार चुन सकें।
Petrol (पेट्रोल कारें)

Petrol इंजन वाली कारें आमतौर पर डिज़ल कारों की तुलना में सस्ती होती हैं। नई या सेकंड हैंड पेट्रोल कारें भी इस सूची में सबसे किफायती विकल्प मानी जाती हैं। इनका इंजन स्मूथ और शांत ड्राइविंग अनुभव देता है। पेट्रोल इंजन का एक्सेलरेशन (Acceleration) भी काफी linear होता है, यानी हर स्पीड रेंज में समान परफॉर्मेंस मिलती है। इंजन तकनीक में सुधार की वजह से अब नई पेट्रोल कारें पहले से बेहतर माइलेज देती हैं। हालाँकि, कुल मिलाकर देखें तो दूसरी फ्यूल तकनीकें (जैसे CNG, Hybrid या EV) ज्यादा किफायती और लंबे समय में सस्ती साबित होती हैं।
कौन खरीदे?
- शहर में चलने वाले लोगों के लिए आदर्श विकल्प।
- जो लोग कभी-कभार लंबी दूरी तय करते हैं, उनके लिए भी उपयुक्त।
लागत प्रभाव (Cost Implications)
- खरीदना और मेंटेन करना सस्ता, लेकिन चलने की लागत थोड़ी ज़्यादा।
रीसेल वैल्यू (Resale Value)
- छोटे और मिड-सेगमेंट वाहनों के लिए अच्छी रीसेल वैल्यू मिलती है।
Diesel (डीज़ल कारें)
Diesel कारें अपनी मजबूती और उच्च ईंधन दक्षता (Fuel Efficiency) के लिए जानी जाती हैं, खासकर लंबी यात्राओं में।
इनके इंजन का टॉर्क आउटपुट ज्यादा होता है, जिससे ये बड़ी और भारी SUVs के लिए उपयुक्त हैं।
अगर आपका रोज़ का सफर सैकड़ों किलोमीटर का है, तो सेकंड हैंड डीजल कार आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकती है।
पहले भारत में डीज़ल की कीमत पेट्रोल से कम थी, लेकिन अब दोनों के बीच का अंतर काफी कम हो गया है।
सख़्त emission norms और NGT (National Green Tribunal) द्वारा 10 साल पुरानी डीज़ल कारों पर प्रतिबंध की वजह से इनकी लोकप्रियता और रीसेल वैल्यू में गिरावट आई है।
कौन खरीदे?
- जो लोग लंबी दूरी तय करते हैं या हाईवे पर ज्यादा ड्राइव करते हैं।
लागत प्रभाव (Cost Implications)
- शुरुआती कीमत ज्यादा, लेकिन लंबे समय के उपयोग के लिए किफायती।
रीसेल वैल्यू (Resale Value)
बढ़ते नियमों और प्रतिबंधों के कारण रीसेल वैल्यू घट सकती है।
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Hybrid (हाइब्रिड कारें)

Hybrid कारें मुख्य रूप से पेट्रोल पर चलती हैं, लेकिन इनमें एक इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी भी होती है जो इंजन को सहायता प्रदान करती है। यह इलेक्ट्रिक मोटर कई बार इंजन के काम को पूरी तरह अपने ऊपर ले लेती है, जिससे फ्यूल एफिशिएंसी (Fuel Efficiency) काफी बेहतर हो जाती है।
इसी वजह से हाइब्रिड कारों का प्रदूषण स्तर (Emission Level) भी कम होता है, जिससे ये पारंपरिक इंजन वाली कारों की तुलना में ज़्यादा पर्यावरण के अनुकूल (Eco-Friendly) होती हैं। हालाँकि हाइब्रिड कारें पेट्रोल मॉडल्स की तुलना में महंगी होती हैं, लेकिन सेकंड हैंड हाइब्रिड कार अपेक्षाकृत सस्ती कीमतों पर खरीदी जा सकती हैं।
इसके अलावा, हाइब्रिड वाहनों के कई उप-प्रकार (Sub-types) भी होते हैं, जिनका कार्य करने का तरीका थोड़ा अलग होता है।
कुछ हाइब्रिड सिस्टम इंजन को अस्थायी रूप से परफॉर्मेंस बूस्ट देते हैं, जबकि कुछ पूरी तरह फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए बनाए गए होते हैं। कुछ Plug-in Hybrid Cars को बाहरी स्रोत से चार्ज करना पड़ता है, जबकि Mild Hybrid Cars केवल Regenerative Braking तकनीक से बैटरी चार्ज करती हैं।
कौन खरीदे?
- उन लोगों के लिए आदर्श जो ज्यादा ट्रैफिक वाले शहरों में रहते हैं और बार-बार रुकने-चलने (Stop-and-Go) वाली ड्राइविंग करते हैं।
लागत प्रभाव (Cost Implications)
- पेट्रोल कारों से महंगी, लेकिन चलाने की लागत (Running Cost) काफी कम।
रीसेल वैल्यू (Resale Value)
- उच्च रीसेल वैल्यू, क्योंकि हाइब्रिड कारें चलाने में आसान और कम प्रदूषणकारी होती हैं।
CNG (Compressed Natural Gas)

CNG पारंपरिक ईंधनों का किफायती और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है। यह अपनाने में सस्ता है और हाइब्रिड की तुलना में बजट कारों में ज़्यादा लोकप्रिय है। आजकल शहरों में फैक्ट्री-फिटेड या रेट्रोफिटेड CNG किट्स वाली कारें आम दिखाई देती हैं।
हालाँकि, CNG इंजन में पावर और परफॉर्मेंस थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन प्रदूषण स्तर काफी घट जाता है।
CNG कारों का सबसे बड़ा फायदा है उनकी कम रनिंग कॉस्ट। चूँकि CNG की कीमत पेट्रोल या डीज़ल से कम होती है, इसलिए प्रति किलोमीटर लागत (Cost per km) बहुत कम आती है। अगर आप सेकंड हैंड CNG कार खरीदना चाहते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि कार में OEM (कंपनी फिटेड) CNG किट लगी हो, न कि आफ्टरमार्केट। अगर यह Aftermarket Kit है, तो यह देख लें कि वह RTO से प्रमाणित (Authorised) हो।
कौन खरीदे?
- वे लोग जो पर्यावरण के प्रति सजग (Eco-conscious) हैं और कम लागत वाली सिटी कार की तलाश में हैं।
लागत प्रभाव (Cost Implications)
- सस्ती और किफायती, लेकिन इसके लिए CNG स्टेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता ज़रूरी है।
रीसेल वैल्यू (Resale Value)
- पेट्रोल कारों से थोड़ी कम रीसेल वैल्यू, क्योंकि CNG वाहनों की निच अपील (Niche Appeal) होती है।
Electric Vehicles (EVs)

Electric Vehicles (EVs) पूरी तरह से बैटरी में संग्रहीत बिजली (Electricity) पर चलती हैं और इनसे टेलपाइप उत्सर्जन (Tailpipe Emission) बिल्कुल नहीं होता। यानी ये शून्य प्रदूषण (Zero Emission) वाली कारें हैं।पर्यावरण के लिए ये सबसे अधिक अनुकूल विकल्प हैं। भारत सरकार द्वारा EVs पर दी जा रही सब्सिडी और टैक्स छूट की वजह से ये शहरों में रहने वाले लोगों के लिए एक व्यवहारिक विकल्प (Viable Option) बन गई हैं।
हालाँकि, EVs को चार्ज करने में समय लगता है — यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस चार्जर की स्पीड और चार्जिंग सपोर्ट रेट का उपयोग कर रहे हैं।भले ही सरकार सब्सिडी देती है, लेकिन इनकी शुरुआती खरीद कीमत (Initial Cost) अभी भी काफी अधिक है। फिर भी, सेकंड हैंड इलैक्ट्रिक कार बाज़ार में अब कम कीमत पर उपलब्ध हैं।
हालाँकि, used EV खरीदते समय यह ज़रूर जाँचें कि बैटरी की State of Health (SOH), चार्ज साइकिल्स, बैटरी वारंटी, और वाहन की कुल माइलेज क्या है।
कौन खरीदे?
- वे लोग जो सस्टेनेबिलिटी (Sustainability) पर ध्यान देते हैं और लंबी अवधि की बचत (Long-term Savings) चाहते हैं।
लागत प्रभाव (Cost Implications)
- शुरुआती कीमत ज़्यादा, लेकिन सरकारी सब्सिडी और कम रनिंग कॉस्ट से लागत संतुलित हो जाती है।
रीसेल वैल्यू (Resale Value)
- EVs की रीसेल वैल्यू लगातार बढ़ रही है, क्योंकि अब बैटरी वारंटी प्रोग्राम्स और EVs की मांग दोनों में वृद्धि हो रही है।
कारों के अलग-अलग फ्यूल टाइप्स को समझें
Feature (विशेषता) | Petrol (पेट्रोल) | Diesel (डीज़ल) | CNG (सीएनजी) | EV (इलेक्ट्रिक) | Hybrid (हाइब्रिड) |
Fuel Price (ईंधन की कीमत) | अधिक | पेट्रोल से कम | बहुत कम | सबसे सस्ता विकल्प | अधिक |
Car Price (कार की कीमत) | सबसे किफायती | पेट्रोल से थोड़ी ज़्यादा | पेट्रोल और डीज़ल के बीच | सबसे महंगी | डीज़ल कारों से महंगी |
Performance (प्रदर्शन) | स्मूथ और लीनियर | ज़्यादा टॉर्क वाला | पेट्रोल जितना जोश नहीं | तुरंत एक्सेलरेशन | डीज़ल के बराबर |
Boot Space (बूट स्पेस) | कोई प्रभाव नहीं | कोई प्रभाव नहीं | थोड़ा कम हो जाता है | कोई प्रभाव नहीं | थोड़ा कम हो सकता है |
Mileage (माइलेज) | सबसे कम | पेट्रोल से ज़्यादा | डीज़ल के बराबर | EVs की रेंज ICE वाहनों से कम | CNG से थोड़ा कम |
Running Cost (चलने की लागत) | ज़्यादा | पेट्रोल से थोड़ी कम | पेट्रोल और डीज़ल से कम | बहुत कम | डीज़ल के बराबर |
Maintenance Cost (मेंटेनेंस लागत) | डीज़ल से कम | ज़्यादा चलने की वजह से लागत अधिक | पेट्रोल से ज़्यादा | कम मूविंग पार्ट्स होने से लागत कम | पेट्रोल जैसी |
Environmental Friendliness (पर्यावरण के अनुकूलता) | हानिकारक | सबसे ज़्यादा हानिकारक | पेट्रोल से कम हानिकारक | शून्य उत्सर्जन | पेट्रोल से कम हानिकारक |
Fuel Availability (ईंधन की उपलब्धता) | आसानी से उपलब्ध | आसानी से उपलब्ध | पेट्रोल-डीज़ल जितनी नहीं | चार्जिंग स्टेशन अभी कम लेकिन बढ़ रहे हैं | आसानी से उपलब्ध |
Engine Life (इंजन लाइफ) | डीज़ल जितनी टिकाऊ | टिकाऊ और लंबी लाइफ | पेट्रोल के समान | इलेक्ट्रिक मोटर की लाइफ बहुत लंबी | पेट्रोल के समान |
Conclusion (निष्कर्ष)
संक्षेप में, हर फ्यूल टाइप (Fuel Type) के अपने फायदे और नुकसान हैं। सही कार का चयन आपके ड्राइविंग पैटर्न, बजट और ईंधन की उपलब्धता पर निर्भर करता है। और अगर आप पेट्रॉल, डीजल इत्यादि कारों के इंजन की कार्यप्रणाली के बारे में ज्यादा जानकारी पढ़ना चाहते हैं तो हमारा आर्टिकल कौन-सा कार इंजन है बेस्ट? जानिए टॉप मॉडल पढ़ सकते हैं। इस आर्टिकल में आपको भारत की टॉप कार मैन्यूफैक्चरिंग कम्पनियां जैसे होंडा, मारुति, टोयोटा इत्यादि के इंजन की विशेषताओं के बारे में भी पढ़ने को मिलेगा। तो देर किस बात की अभी पढ़िए और अपने लिए चुनिए बेस्ट इंजन वाली कार।
Petrol, Hybrid, और Diesel कारें उन लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो कम झंझट वाला (Hassle-free) विकल्प चाहते हैं।
CNG कारें लागत और पर्यावरणीय प्रभाव के बीच एक अच्छा संतुलन प्रदान करती हैं, जबकि Electric Vehicles (EVs) सबसे कम रनिंग कॉस्ट और सबसे कम प्रदूषण वाला विकल्प देती हैं — हालांकि इनकी प्रारंभिक कीमत और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी एक चुनौती हैं।
Used Car Market भी अब हर फ्यूल टाइप में बेहतरीन विकल्प देता है — जिससे आप किफायती दामों पर अपनी पसंद की कार खरीद सकते हैं। अब जब आप सभी फ्यूल टाइप्स की पूरी जानकारी से लैस हैं, तो आप अपनी ज़रूरतों के हिसाब से सही निर्णय ले सकते हैं। और हाँ, CARS24 पर आपको सभी फ्यूल टाइप्स की बेहतरीन pre-owned cars मिलेंगी जिनमें से आप आसानी से चुन सकते हैं।
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