

2025 में कार का माइलेज बढ़ाने के 10 आसान और असरदार तरीके
- 1गाड़ी का एवरेज मेंटेनेंस, एसी यूज़ और रोड कंडीशन से प्रभावित होता है
- 2कम ब्रेकिंग, स्मार्ट रूट और सही स्पीड से फ्यूल एफिशिएंसी बेहतर करें
- 3फ्यूल एफिशिएंसी पर नज़र रखने से माइलेज बढ़ाने में मदद मिलती है
- कौन-कौन सी चीज़ें आपकी कार के माइलेज को प्रभावित करती हैं?
- कार का माइलेज बढ़ाने के आसान और असरदार तरीके
- कार का माइलेज बेहतर करने के लिए ड्राइविंग में अपनाएं ये आदतें
- माइलेज घटाने वाली आम गलतियां – और कैसे बचें
- माइलेज बेहतर करने के लिए में मदद करने वाले टूल्स और टेक्नोलॉजी
- लंबे समय तक माइलेज बेहतर रखने के उपाय
- निष्कर्ष
आज के समय में जब पेट्रोल और डीज़ल के दाम आसमान छू रहे हैं, तो हर कोई यही सोचता है कि अपनी कार का माइलेज कैसे बढ़ाया जाए। भारत में कार खरीदने वाले ज़्यादातर लोग कीमत और माइलेज को सबसे ज़्यादा अहमियत देते हैं। चाहे कार की डिजाइन हो, सेफ़्टी फीचर्स हों या परफॉर्मेंस — सब कुछ मायने रखता है, लेकिन माइलेज सबसे ज़्यादा फर्क डालता है।
अगर आपकी कार ज्यादा ईंधन खर्च करती है, तो जेब पर बोझ बढ़ता है और पर्यावरण पर भी असर पड़ता है। इसलिए ये जानना ज़रूरी है कि हम कुछ आसान आदतों और तरीकों को अपनाकर अपनी कार की माइलेज कैसे बेहतर बना सकते हैं।
कौन-कौन सी चीज़ें आपकी कार के माइलेज को प्रभावित करती हैं?

अगर आपकी कार उम्मीद से कम माइलेज दे रही है, तो घबराइए नहीं। नीचे कुछ मुख्य वजहें दी गई हैं जो आपकी कार की फ्यूल एफिशिएंसी (ईंधन की बचत) को कम कर सकती हैं।
1. आपकी गाड़ी चलाने की आदतें
अगर आप तेज़ एक्सिलरेशन करते हैं, बार-बार ब्रेक मारते हैं, ज़्यादा स्पीड में गाड़ी चलाते हैं या हर थोड़ी दूर पर एसी चालू रखते हैं — तो आपकी कार का माइलेज ज़रूर कम होगा। हर कार का एक "स्वीट स्पॉट" होता है — मतलब ऐसी रफ्तार और इंजन की स्थिति जिसमें वो सबसे कम ईंधन में सबसे ज़्यादा काम कर सके। गलत आदतों की वजह से हम इस रेंज से बाहर चले जाते हैं और माइलेज कम हो जाता है।
2. समय पर सर्विस न करवाना

अगर आपकी कार की सर्विसिंग समय पर नहीं होती, तो इसका सीधा असर माइलेज पर पड़ता है। जैसे कि —
- पुराना इंजन ऑयल ज्यादा गाढ़ा हो जाता है और इंजन के अंदर घर्षण (friction) बढ़ाता है।
- गंदे एयर फिल्टर से इंजन में हवा सही से नहीं पहुंचती, जिससे परफॉर्मेंस घटती है।
- टायर में हवा कम हो, तो सड़क और टायर के बीच रगड़ बढ़ती है और माइलेज कम हो जाता है।
ध्यान रखें — जितना ज्यादा घर्षण होगा, उतना ही ज्यादा ईंधन खर्च होगा।
3. बाहर के हालात: ट्रैफिक और खराब सड़कें
भारी ट्रैफिक में रुक-रुक कर गाड़ी चलाने से बहुत ईंधन बर्बाद होता है, क्योंकि गाड़ी बिना चले भी इंजन और एसी चलते रहते हैं। भारत के सड़क परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, जब गाड़ी ट्रैफिक में रुकी होती है, तो हर मिनट लगभग 0.15 से 0.20 लीटर ईंधन खर्च होता है। खराब सड़कों की वजह से आपको बार-बार स्पीड कम करनी पड़ती है और स्मूद ड्राइविंग नहीं हो पाती, जिससे माइलेज पर असर पड़ता है।
4. असली दुनिया का माइलेज और ARAI माइलेज में फर्क
आपने देखा होगा कि कंपनियां जिस माइलेज का दावा करती हैं, असली में गाड़ी उतना नहीं देती। इसकी वजह ये है कि ARAI का माइलेज लैब में बनाए गए हालात में टेस्ट किया जाता है — जैसे कि तय रफ्तार, बिना ट्रैफिक, बिना ब्रेकिंग के चलाना वगैरह। असल जिंदगी की ड्राइविंग बहुत अलग होती है — ट्रैफिक, खराब सड़क, मौसम, एसी चलाना, और ड्राइवर की आदतें — ये सब मिलकर माइलेज को काफी हद तक बदल देते हैं।
कार का माइलेज बढ़ाने के आसान और असरदार तरीके
अब तक हमने जाना कि किन वजहों से गाड़ी का माइलेज कम होता है। अब जानते हैं कुछ ऐसे पक्के और आसान उपाय, जिन्हें अपनाकर आप अपने वाहन की ईंधन बचत को बेहतर बना सकते हैं।
1. टायर में हवा सही मात्रा में रखें

अगर टायर में हवा कम होगी, तो सड़क और टायर के बीच रगड़ (friction) बढ़ेगा और इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। इससे ज्यादा पेट्रोल या डीज़ल खर्च होगा। हर गाड़ी के दरवाज़े के पास (ड्राइवर साइड) टायर प्रेशर का सही मान लिखा होता है — उसी के अनुसार हवा भरवाएं। इससे गाड़ी स्मूद भी चलेगी और माइलेज भी अच्छा रहेगा।
2. गाड़ी की सर्विस समय पर करवाएं
अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार लंबे समय तक अच्छे से चले और कम ईंधन खपत करे, तो उसका ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। समय-समय पर सर्विस कराना जरूरी है। कुछ बातें ध्यान में रखें:
- एयर फिल्टर समय पर बदलें ताकि इंजन को साफ हवा मिले।
- इंजन ऑयल पुराना और गाढ़ा न हो जाए, नहीं तो घर्षण बढ़ जाएगा।
- स्पार्क प्लग पुराने हों तो बदलवाएं — कमजोर स्पार्क से गाड़ी की परफॉर्मेंस और माइलेज दोनों गिरते हैं।
गाड़ी की सर्विस बुक या मैन्युअल में जो समय लिखा हो, उसी के हिसाब से सर्विस कराते रहें।
3. अचानक तेज एक्सिलरेट और ब्रेक लगाने से बचें

अगर आप बार-बार तेज़ स्पीड में गाड़ी चलाते हैं और फिर एकदम से ब्रेक लगाते हैं, तो ये आदत गाड़ी के माइलेज को खराब करती है। इसकी बजाय धीरे-धीरे स्पीड बढ़ाएं, दूर से ट्रैफिक देखें और ज़रूरत से ज़्यादा ब्रेक का इस्तेमाल न करें। एक स्टडी के अनुसार, तेज़ लेकिन लिमिट के अंदर एक्सिलरेशन करना, फिर उस स्पीड को बनाए रखना, धीरे-धीरे चलाने से ज़्यादा फायदेमंद होता है। लेकिन यह "झटकेदार" नहीं होना चाहिए।
4. फालतू वजन हटाएं
अगर आपकी कार में हमेशा भारी सामान भरा रहता है (जैसे एक्स्ट्रा बैग, औज़ार या अनावश्यक चीज़ें), तो इंजन को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है और पेट्रोल/डीज़ल ज़्यादा खर्च होता है। US EPA की रिपोर्ट के मुताबिक, हर 45 किलो वजन से माइलेज करीब 2% कम हो सकता है। तो कार के डिक्की में जो चीज़ें ज़रूरी नहीं हैं, उन्हें निकाल दें।
5. एसी का सही इस्तेमाल करें
गर्मी में एसी ज़रूरी होता है, लेकिन उसे जरूरत से ज़्यादा चलाने से पेट्रोल खपत भी बढ़ती है। इसलिए कुछ समझदारी अपनाएं:
- छोटी दूरी में एसी से बेहतर है खिड़की खोलकर ताज़ी हवा लें।
- हाईवे पर 90 किमी/घंटा से ऊपर की स्पीड में एसी चलाना खिड़की खोलने से बेहतर होता है, क्योंकि खुली खिड़की से हवा का दबाव बढ़ता है।
- एसी का तापमान मीडियम रखें और ब्लोअर स्पीड बढ़ा दें — इससे ठंडक भी मिलेगी और इंजन पर ज्यादा बोझ भी नहीं पड़ेगा।
कार का माइलेज बेहतर करने के लिए ड्राइविंग में अपनाएं ये आदतें
हम सभी जानते हैं कि ड्राइविंग स्टाइल का माइलेज पर सीधा असर पड़ता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि अगर आप अपनी कुछ पुरानी आदतें बदल लें, तो माइलेज खुद-ब-खुद बेहतर हो सकता है। नीचे कुछ आसान तरीके दिए गए हैं जिन्हें अपनाकर आप लंबे समय में अच्छा माइलेज पा सकते हैं:
1. एक जैसी स्पीड बनाए रखें

गाड़ी बार-बार तेज़ और धीमी करने से पेट्रोल ज़्यादा लगता है। इसकी बजाय अगर आप एक स्थिर और मध्यम स्पीड में गाड़ी चलाते हैं, तो इंजन पर कम ज़ोर पड़ता है और माइलेज बेहतर रहता है।
ध्यान रखें: ज़्यादा स्पीड पर भी माइलेज कम हो सकता है, इसलिए हमेशा सड़क और ट्रैफिक के हिसाब से सही स्पीड चुनें।
2. गियर सही समय पर बदलें
अगर आप मैनुअल गाड़ी चला रहे हैं तो गियर सही समय पर बदलना बहुत ज़रूरी है। बहुत ज़्यादा लो स्पीड पर हाई गियर या बहुत तेज़ स्पीड में लो गियर डालने से इंजन पर ज़्यादा ज़ोर पड़ता है और माइलेज घट जाता है।
टिप: कोशिश करें कि आप इंजन को न "लगा" रहे हों (यानि बहुत कम RPM पर ज़बरदस्ती चला रहे हों) और ना ही बहुत ज़्यादा RPM में घुमा रहे हों।
3. ट्रैफिक से बचने के लिए सफर की पहले से प्लानिंग करें

अगर आप ऐसे टाइम पर सफर करते हैं जब ट्रैफिक कम हो, तो आपका इंजन कम समय तक रुकेगा, कम ब्रेक लगेगा और कम गियर बदले जाएंगे — और माइलेज बेहतर मिलेगा।
- गूगल मैप्स जैसे ऐप्स का इस्तेमाल करें
- ट्रैफिक अपडेट देखकर वैकल्पिक रास्ता चुनें
- लंबा रास्ता हो लेकिन ट्रैफिक कम हो तो वह ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है
माइलेज घटाने वाली आम गलतियां – और कैसे बचें
1. एसी का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल
गर्मी के मौसम में गाड़ी का एसी सबसे पहले ऑन होता है, लेकिन यह आपकी गाड़ी की माइलेज पर सीधा असर डालता है।
समाधान:
- हमेशा एसी को सबसे कम तापमान पर चलाने की बजाय मध्यम तापमान पर और तेज़ ब्लोअर स्पीड पर चलाएं।
- जब गाड़ी धूप में खड़ी हो, तो उसमें बैठने से पहले कुछ बार दरवाज़ा खोलकर गर्म हवा बाहर निकालें।
- विंडशील्ड पर सनशेड लगाने से भी कार अंदर से कम गर्म होगी, जिससे एसी को कम मेहनत करनी पड़ेगी।
2. समय पर सर्विस न कराना
गाड़ी की सही देखभाल न करने पर इंजन ज़्यादा मेहनत करता है और पेट्रोल-डीज़ल ज़्यादा लगता है। जैसे:
- गंदा एयर फिल्टर हवा का बहाव कम करता है
- पुराना इंजन ऑयल ज्यादा घना हो जाता है जिससे इंजन में रगड़ बढ़ती है
- स्पार्क प्लग समय पर बदले नहीं गए तो इंजन ठीक से काम नहीं करता
समाधान:
हर कंपनी अपने हिसाब से सर्विस शेड्यूल देती है — उसे फॉलो करें। गाड़ी के ओडोमीटर पर भी सर्विस की जानकारी मिलती है।
3. गाड़ी में ज़रूरत से ज़्यादा वजन रखना
कई लोग अपनी कार को चलते-फिरते गोदाम की तरह इस्तेमाल करते हैं — बिना ज़रूरत के भारी सामान बूट में रखा रहता है।
- हर 45 किलो अतिरिक्त वजन से माइलेज में लगभग 2% तक की गिरावट हो सकती है।
- बूट में सिर्फ स्पेयर टायर, जैक और ज़रूरी सामान रखें।
माइलेज बेहतर करने के लिए में मदद करने वाले टूल्स और टेक्नोलॉजी
माइलेज ट्रैकिंग ऐप्स
आजकल ऐसे कई मोबाइल ऐप्स मौजूद हैं जो आपकी कार की ईंधन खपत पर नज़र रखने में मदद करते हैं। ये ऐप आपको बताते हैं कि एक फुल टैंक में कितने किलोमीटर चले, कितनी बार फ्यूल डलवाया, और किस रूट पर ज्यादा माइलेज मिला।
फायदे:
- ईंधन खर्च का रेकॉर्ड रखना आसान
- अलग-अलग पेट्रोल पंप से लिए फ्यूल का असर जानना
- ड्राइविंग स्टाइल बदलने से क्या फर्क पड़ा, ये पता चलता है
कुछ लोकप्रिय ऐप्स हैं: Drivvo, Fuelio, Car Expenses Manager इत्यादि।
इको ड्राइविंग मोड का इस्तेमाल
अधिकतर नई कारों में Eco Mode नाम का एक फीचर होता है। जब आप इसे ऑन करते हैं:
- इंजन की पावर थोड़ी कम हो जाती है
- एसी और थ्रॉटल का रिस्पॉन्स थोड़ा सीमित हो जाता है
- लेकिन माइलेज में सुधार आता है
इको मोड खासतौर पर शहर की भीड़भाड़ में काम आता है, जब आपको पिक-अप की जरूरत नहीं होती।
गाड़ी के अंदर दिए गए रियल-टाइम माइलेज डिस्प्ले का उपयोग
आजकल कई कारें आपको ड्राइव के दौरान रियल-टाइम माइलेज दिखाती हैं। इससे आप ये समझ पाते हैं कि किस स्पीड पर, किस गियर में और किस तरीके से चलाने से गाड़ी सबसे ज्यादा माइलेज दे रही है। कुछ गाड़ियाँ तो आपके ड्राइविंग को स्कोर भी देती हैं — जैसे ब्रेकिंग, एक्सेलरेशन और गियर शिफ्टिंग की रेटिंग — जिससे आप सीख सकते हैं कि माइलेज को और कैसे सुधारें।
लंबे समय तक माइलेज बेहतर रखने के उपाय
रेगुलर कार इंस्पेक्शन
हर सर्विस के समय गाड़ी की ब्रेक, ब्रेक पैड, एयर फिल्टर और टायर प्रेशर की जांच ज़रूर करवाएं। अगर माइलेज में गिरावट दिखे, तो तुरंत वर्कशॉप में दिखाएं।
नोट: पुरानी कारों की माइलेज थोड़ी कम होना सामान्य है, जब तक कि गिरावट बहुत ज्यादा न हो।
ट्रैफिक से बचने के लिए रूट पहले से प्लान करें
हर बार ड्राइव पर निकलने से पहले Google Maps जैसे ऐप पर ट्रैफिक की स्थिति ज़रूर चेक करें। कम भीड़ वाले रास्ते माइलेज के साथ-साथ टाइम भी बचाते हैं।
अच्छी क्वालिटी का फ्यूल चुनें
थोड़ा महंगा ज़रूर होता है, लेकिन कई बार हाई ऑक्टेन फ्यूल या प्रीमियम पेट्रोल गाड़ी के इंजन की सफाई में मदद करता है और माइलेज सुधारता है।
निष्कर्ष
यह सारी जानकारी और आसान से टिप्स आपको इस दिशा में गाइड करने के लिए हैं कि अपनी गाड़ी से ज़्यादा से ज़्यादा माइलेज कैसे निकालें।
हो सकता है कि आप हर टिप को हर बार फॉलो न कर पाएं — और यह बिल्कुल ठीक है, क्योंकि माइलेज कई बार उन चीज़ों पर भी निर्भर करता है जो आपके कंट्रोल में नहीं होतीं (जैसे ट्रैफिक, मौसम, सड़कें)। लेकिन जितना ज़्यादा आप ध्यान देंगे, उतना ही फर्क आप अपनी जेब में महसूस करेंगे — चाहे वो पेट्रोल पंप पर हो या सर्विस सेंटर पर। और अगर आपको इस विषय पर और बात करनी है तो CARS24 की ऑफिशियल ऑटो कम्युनिटी CLUTCH से जुड़ें, जहां ऐसे ही कई काम के डिस्कशन होते हैं।
वैसे माइलेज बढ़ाने में इंजन ऑयल का भी बहुत बड़ा रोल होता है। इंजन ऑयल इंजन के कलपुर्जों को घिसने से बचाता है साथ ही इंजन की गर्म भी नहीं होने देता। आपकी कार के लिए कौनसा इंजन ऑयल बेस्ट रहेगा, जानने के लिए पढ़िए हमारा आर्टिकल कार की लंबी उम्र के लिए कौन-सा इंजन ऑयल है बेस्ट? जानिए एक्सपर्ट की सलाह।