

कार की लंबी उम्र के लिए कौन-सा इंजन ऑयल है बेस्ट? जानिए एक्सपर्ट की सलाह
- 1इंजन के भीतर घर्षण को नियंत्रित रखने में ऑयल सबसे अहम भूमिका निभाता है
- 2वाहन निर्माता द्वारा सुझाया गया इंजन ऑयल ग्रेड ही सबसे उपयुक्त और सुरक्षित होता है
- 3पुरानी कारों के लिए मिनरल ऑयल उपयुक्त होता है, वहीं आधुनिक इंजन के लिए सिंथेटिक ऑयल
- इंजन ऑयल का परफॉर्मेंस पर क्या प्रभाव होता है?
- इंजन ऑयल को समझना: बेसिक बातें
- इंजन ऑयल क्या होता है?
- इंजन ऑयल स्टैंडर्ड्स
- इंजन ऑयल की विस्कोसिटी ग्रेड क्या होती है?
- इंजन ऑयल के प्रकार: मिनरल, सिंथेटिक, सेमी-सिंथेटिक
- इंजन ऑयल चुनते समय किन बातों का रखें ध्यान?
- इंजन ऑयल लेबल कैसे पढ़ें?
- मिनरल बनाम सिंथेटिक इंजन ऑयल: कौन है बेहतर?
- कब चुनें सिंथेटिक ऑयल?
- जलवायु के अनुसार सही इंजन ऑयल कैसे चुनें?
- भारत में टॉप इंजन ऑयल ब्रांड्स और उनकी सिफारिशें
- अलग-अलग कार टाइप के लिए बेस्ट इंजन ऑयल
- इंजन ऑयल से जुड़े आम मिथक और सच्चाई
- निष्कर्ष
इंजन ऑयल को अगर एक शब्द में समझा जाए, तो वह आपके इंजन का ब्लडस्ट्रीम यानी जीवन-धारा है। सही इंजन ऑयल का चुनाव आपकी कार की परफॉर्मेंस पर सीधा असर डालता है। जिस तरह हमारे शरीर के लिए खून कई ज़रूरी काम करता है, उसी तरह इंजन ऑयल भी:
- इंजन के हिस्सों को चिकनाई देता है
- घर्षण से उत्पन्न गर्मी को नियंत्रित करता है
- और दहन से उत्पन्न गंदगी को साफ करता है
लेकिन बाजार में इतने तरह के इंजन ऑयल मौजूद हैं — हर एक के अपने स्पेसिफिकेशन, रेटिंग और परफॉर्मेंस कैरेक्टरिस्टिक हैं — कि सही इंजन ऑयल चुनना थोड़ा उलझा हुआ लग सकता है।
इस गाइड में CARS24 आपकी मदद करेगा हर वो ज़रूरी जानकारी समझने में जो आपको अपनी कार के लिए बेस्ट इंजन ऑयल चुनने में मदद करे — चाहे आपकी कार एक सेडान हो, SUV हो या स्पोर्ट्स कार।
इंजन ऑयल का परफॉर्मेंस पर क्या प्रभाव होता है?

इंजन ऑयल का सबसे बड़ा काम है इंजन के मूविंग पार्ट्स को लुब्रिकेट करना यानी चिकनाई देना। यह घर्षण को कम करता है, जिससे:
- इंजन की कार्यक्षमता बनी रहती है
- अंदरूनी हिस्सों का घिसना कम होता है
- गर्मी का बेहतर वितरण होता है
- इंजन के भीतर जमा हो रही गंदगी हटती है
- और पिस्टन व सिलेंडर वॉल के बीच सीलिंग करके थर्मल एफिशिएंसी को सुधारता है
यानि कुल मिलाकर, इंजन ऑयल इंजन को स्वस्थ रखने का मल्टीटास्कर है। अगर इंजन ऑयल घटिया क्वालिटी का है या आपकी कार के अनुकूल नहीं है, तो इससे ओवरहीटिंग, एक्स्ट्रा वियर, और यहां तक कि इंजन फेलियर जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
इंजन ऑयल को समझना: बेसिक बातें
सही इंजन ऑयल चुनने से पहले, कुछ मूलभूत चीज़ों को समझना ज़रूरी है:
- इंजन ऑयल के अलग-अलग प्रकार होते हैं
- इनके स्टैंडर्ड्स, रेटिंग्स और विस्कोसिटी ग्रेड अलग होते हैं
- और हर इंजन ऑयल का एक कोड होता है (जैसे 5W30), जिसे समझना जरूरी है
हमेशा अपनी कार के यूज़र मैनुअल में दिए गए इंजन ऑयल के स्टैंडर्ड को रेफर करें।
इंजन ऑयल क्या होता है?
सिंपल शब्दों में कहें तो इंजन ऑयल एक लुब्रिकेंट है जो इंजन के भीतर मूविंग पार्ट्स को फ्रिक्शन से बचाता है। ये ऑयल:
- घर्षण को कम करता है
- गर्मी को सोखकर इंजन से दूर करता है
- गंदगी और पार्टिकुलेट्स को रोकता है
- और इंजन के हिस्सों को नुकसान से बचाता है
समय के साथ इंजन ऑयल डिग्रेड होता है और उसकी गुणवत्ता घटती है — इसलिए नियमित ऑयल चेंज ज़रूरी होता है।
इंजन ऑयल स्टैंडर्ड्स
1. API (American Petroleum Institute)
- पेट्रोल इंजन के लिए “S” और डीज़ल के लिए “C” अक्षर का उपयोग होता है
- दूसरा अक्षर क्वालिटी को दर्शाता है — जैसे "SN" > "SH"
उदाहरण: - SH = पुरानी क्वालिटी
- SN = नई, बेहतर परफॉर्मेंस
2. ACEA (European Automobile Manufacturers’ Association)
यह यूरोप का मानक है जिसमें:
- A = पेट्रोल इंजन
- B = डीज़ल इंजन (पैसेंजर गाड़ी)
- C = कम उत्सर्जन वाले इंजन (जैसे DPF या कैटेलिटिक कनवर्टर वाले)
- E = भारी कमर्शियल वाहन
संख्या जैसे A3, B4 आदि परफॉर्मेंस लेवल को दर्शाते हैं।
3. SAE (Society of Automotive Engineers)
इंजन ऑयल की विस्कोसिटी (गाढ़ापन) का मानक निर्धारित करता है। जैसे:
- 5W30
- 10W40
इसमें:
- पहला नंबर (5 या 10): ठंड में परफॉर्मेंस
- W = विंटर
- दूसरा नंबर (30 या 40): गर्मी में परफॉर्मेंस
छोटा नंबर = पतला ऑयल = ठंड में बेहतर फ्लो
बड़ा नंबर = मोटा ऑयल = गर्मी में ज़्यादा सुरक्षा
4. JASO (Japanese Automobile Standards Organization)
यह जापानी मानक है, खासतौर पर 2-स्ट्रोक और 4-स्ट्रोक इंजनों के लिए।
1998 में JASO ने 4-स्ट्रोक इंजन के लिए T903 स्टैंडर्ड पेश किया जो:
- क्लच स्लिप को रोकता है
- डिटर्जेंट लेवल को संतुलित करता है
- और फ्यूल एफिशिएंसी को सुधारता है
इंजन ऑयल की विस्कोसिटी ग्रेड क्या होती है?
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विस्कोसिटी यानी ऑयल का गाढ़ापन — यह निर्धारित करता है कि ऑयल अलग-अलग तापमान में कितना जल्दी या धीरे बहता है।
- 5W30 का मतलब:
- 5W = ठंड में पतला और जल्दी बहने वाला
- 30 = गर्मी में मोटा और सुरक्षित
अगर आपकी गाड़ी के हिसाब से गलत ग्रेड का ऑयल डाला गया तो इंजन को नुकसान हो सकता है।
सही विस्कोसिटी चुनना जरूरी है:
- आपकी कार कहां चलती है (ठंडा इलाका या गर्म)?
- क्या आपकी कार ज्यादा स्टार्ट-स्टॉप ड्राइविंग में चलती है?
इन बातों के आधार पर सही ग्रेड का इंजन ऑयल चुनना ज़रूरी है।
इंजन ऑयल के प्रकार: मिनरल, सिंथेटिक, सेमी-सिंथेटिक

1. मिनरल इंजन ऑयल
यह कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) से प्राप्त किया जाता है और इंजन ऑयल का सबसे बेसिक रूप होता है।
- यह किफायती होता है
- परफॉर्मेंस के मामले में सीमित लाभ देता है
- पुरानी कारों के लिए अक्सर यही ऑयल सुझाया जाता है
2. सिंथेटिक इंजन ऑयल
यह लैब में तैयार किया जाता है, जिसमें विभिन्न एडिटिव्स और केमिकल्स मिलाकर ऐसा फार्मूला तैयार किया जाता है जो इंजन को बेहतरीन सुरक्षा देता है।
- घर्षण को कम करता है
- थर्मल एफिशिएंसी को नियंत्रित करता है
- इंजन के हिस्सों की उम्र बढ़ाता है
- एक्सट्रीम तापमान में भी शानदार प्रदर्शन करता है
- इसकी वजह से सर्विस इंटरवल लंबे हो जाते हैं
3. सेमी-सिंथेटिक इंजन ऑयल
यह मिनरल और सिंथेटिक ऑयल का मिश्रण होता है, और दोनों के बीच का संतुलन प्रदान करता है।
- परफॉर्मेंस मिनरल ऑयल से बेहतर
- कीमत फुल सिंथेटिक से कम
- थोड़ी पुरानी कारों के लिए उपयुक्त
- इंजन को साफ रखने के लिए डिटर्जेंट शामिल होते हैं
इंजन ऑयल चुनते समय किन बातों का रखें ध्यान?
हर कंपनी अपने ऑयल की संरचना को उपयोग के हिसाब से बदलती है। सही ऑयल चुनने के लिए नीचे दिए गए बिंदुओं पर ध्यान देना जरूरी है:
1. वाहन निर्माता की सिफारिश
आपकी कार के मालिकाना मैनुअल में सटीक ग्रेड और टाइप दिया होता है — जैसे कि:
- सिंथेटिक, सेमी-सिंथेटिक या मिनरल
- कौन-सी विस्कोसिटी ग्रेड ज़रूरी है (जैसे 5W30)
नई कारों में अब ज़्यादातर सिंथेटिक ऑयल का ही इस्तेमाल होता है।
2. ड्राइविंग कंडीशंस (परिस्थितियाँ)
आपकी ड्राइविंग आदतें इंजन ऑयल के चुनाव को प्रभावित करती हैं:
- शहर में ट्रैफिक, बार-बार ब्रेक और स्टार्ट-स्टॉप ड्राइविंग: इससे ज्यादा गर्मी और घर्षण बनता है, ऐसे में सिंथेटिक ऑयल बेहतर रहेगा
- हाईवे ड्राइविंग, ऑफ-रोड या हाई-परफॉर्मेंस उपयोग: ऐसे में ज्यादा डिटर्जेंट वाले, लॉन्ग लाइफ ऑयल उपयोगी होते हैं
- बहुत पुरानी या कम इस्तेमाल होने वाली कारें: उनके लिए मिनरल ऑयल बेहतर विकल्प हो सकता है
3. गाड़ी की उम्र और माइलेज
- नई कारों के लिए — सिंथेटिक ऑयल सर्वोत्तम
- पुरानी कारों / हाई माइलेज वाली गाड़ियों के लिए — ऐसे ऑयल चुनें जिनमें लीक-रोधी एडिटिव्स और एंटी-वियर केमिकल्स शामिल हों
इंजन ऑयल लेबल कैसे पढ़ें?

इंजन ऑयल के डिब्बे पर सबसे पहले जो चीज़ दिखती है वो होती है उसकी SAE ग्रेडिंग — जैसे कि 5W30, 10W40 आदि।
यह ग्रेड बताता है कि ऑयल अलग-अलग तापमान में कैसे परफॉर्म करेगा।
विस्कोसिटी ग्रेड को कैसे समझें?
➤ 5W30 / 0W30
- ठंडे मौसम के लिए उपयुक्त
- ठंड में स्टार्टिंग आसान होती है
- गर्मी में भी स्थिर प्रदर्शन
- ऐसे क्षेत्र जहाँ साल भर तापमान में अंतर हो (जैसे सर्दी और गर्मी दोनों हों), वहाँ परफेक्ट चॉइस
➤ 10W30 / 15W40 / 20W50
- गर्म मौसम और ट्रॉपिकल इलाकों के लिए उपयुक्त
- गर्मी में ज्यादा सुरक्षा
- मोटा ऑयल होने के कारण तेज़ गर्म होने वाली परिस्थितियों में अच्छा परफॉर्मेंस
- हाई परफॉर्मेंस और हाई टेम्परेचर ड्राइविंग के लिए उपयुक्त
मिनरल बनाम सिंथेटिक इंजन ऑयल: कौन है बेहतर?
▶ मिनरल ऑयल
फायदे | नुकसान |
किफायती कीमत | कम लाइफस्पैन, बार-बार बदलना पड़ता है |
पुराने इंजनों के लिए उपयुक्त | एक्सट्रीम टेम्परेचर में परफॉर्मेंस घटती है |
आसानी से उपलब्ध | बार-बार बदलने की लागत कुल खर्च को बढ़ा देती है |
▶ सिंथेटिक ऑयल
फायदे | नुकसान |
बेहतरीन इंजन सुरक्षा | कीमत अधिक होती है |
लंबे समय तक चलता है | — |
एक्सट्रीम तापमान में भी बेहतर परफॉर्मेंस | — |
हाई परफॉर्मेंस कारों के लिए उपयुक्त | — |
फ्यूल एफिशिएंसी में सुधार करता है | — |
कब चुनें सिंथेटिक ऑयल?
- सिंथेटिक ऑयल ज्यादा बेहतर विकल्प है अगर:
- आपकी कार हाई परफॉर्मेंस है
- आप गर्म या बेहद ठंडी जलवायु में गाड़ी चलाते हैं
- आपकी कार साल में ज्यादा किलोमीटर चलती है
ये ऑयल इंजन को बेहतर सुरक्षा, कम घिसावट, और ठंडे स्टार्ट व गर्मी में स्थिर परफॉर्मेंस देता है।
साथ ही, लंबे ऑयल चेंज इंटरवल इसकी कीमत की भरपाई कर देते हैं।
- मिनरल ऑयल उपयुक्त है यदि:
- आपकी कार पुरानी है
- इंजन सिंपल है
- या आप कम खर्च में विकल्प ढूंढ रहे हैं
अगर आप दोनों के बीच संतुलन चाहते हैं, तो सेमी-सिंथेटिक इंजन ऑयल एक बढ़िया विकल्प है, जो पुराने इंजनों के लिए अच्छा प्रदर्शन देता है और बजट में भी आता है।
जलवायु के अनुसार सही इंजन ऑयल कैसे चुनें?
❄ ठंडी जलवायु: लो-विस्कोसिटी ऑयल का लाभ
- जैसे कि 0W30 या 5W30
- ठंड में इंजन स्टार्ट होने पर पतला ऑयल जल्दी सर्कुलेट होता है
- इससे स्टार्टअप के दौरान घिसावट कम होती है
- ये ठंडे मौसम में जल्दी बहता है लेकिन गर्म होने पर भी स्थिर बना रहता है
☀ गर्म जलवायु: हाई-विस्कोसिटी ऑयल चुनें
- जैसे कि 10W40 या 15W50
- ये गर्मी में गाढ़ा बना रहता है, जिससे इंजन सुरक्षा बनी रहती है
- गर्म मौसम में थर्मल स्ट्रेस को झेलने में सक्षम
- ध्यान दें: यह ऑयल ठंडे इलाकों में मोटा हो सकता है और नुकसानदेह साबित हो सकता है
भारत में टॉप इंजन ऑयल ब्रांड्स और उनकी सिफारिशें
ब्रांड | प्रमुख विशेषताएँ | उपयुक्त उपयोग |
Mobil 1 | सुपीरियर सिंथेटिक फॉर्मूला, उत्कृष्ट सुरक्षा | स्पोर्ट्स कारें, हाई परफॉर्मेंस इंजन |
Castrol Edge | टाइटेनियम टेक्नोलॉजी, कम घर्षण | सेडान, SUV, हाई माइलेज यूज़ |
Shell Helix Ultra | प्योरप्लस टेक्नोलॉजी, बढ़िया माइलेज | डेली कम्यूटर्स, हाईवे ड्राइव |
Valvoline | वियर प्रोटेक्शन, बेहतर डिटर्जेंट | पुरानी कारें, ऑफ-रोड वाहन |
Total Quartz | ठंडी शुरुआत में बेहतरीन प्रदर्शन | ठंडे क्षेत्र, शहरी ट्रैफिक |
अलग-अलग कार टाइप के लिए बेस्ट इंजन ऑयल
- सेडान: Castrol Edge 5W-30 – बैलेंस्ड सुरक्षा और फ्यूल एफिशिएंसी
- SUV: Mobil 1 10W-40 – लोड और बदलती ड्राइविंग कंडीशन में दमदार
- स्पोर्ट्स कार: Shell Helix Ultra 5W-40 – हाई RPM और तापमान में भी बेहतरीन परफॉर्मेंस
इंजन ऑयल से जुड़े आम मिथक और सच्चाई
मिथक | सच्चाई |
हर 5,000 किमी पर इंजन ऑयल बदलना चाहिए | यह केवल पुराने इंजनों और मिनरल ऑयल पर आधारित कारों के लिए सही था। आजकल के सेमी-सिंथेटिक और सिंथेटिक ऑयल 10,000 से 15,000 किमी तक चल सकते हैं। |
मोटा (थिक) ऑयल इंजन के लिए बेहतर होता है | हमेशा नहीं। सही विस्कोसिटी आपकी कार की स्पेसिफिकेशन और ड्राइविंग कंडीशन्स पर निर्भर करती है। |
सिंथेटिक ऑयल पुराने इंजनों में लीक कराता है | अगर सही ग्रेड का ऑयल चुना जाए तो आधुनिक सिंथेटिक ऑयल पुराने इंजनों के लिए भी सुरक्षित है। |
आप सिंथेटिक और मिनरल ऑयल के बीच स्विच नहीं कर सकते | आप कर सकते हैं, बस यह सुनिश्चित करें कि ऑयल निर्माता की सिफारिश के अनुसार हो। |
ऑयल एडिटिव्स से इंजन की परफॉर्मेंस बेहतर होती है | अधिकतर क्वालिटी ऑयल पहले से आवश्यक एडिटिव्स के साथ आते हैं। अतिरिक्त प्रोडक्ट्स ज़रूरी नहीं होते और नुकसान भी कर सकते हैं। |
निष्कर्ष
अपनी कार के लिए सही इंजन ऑयल चुनना उसकी लंबी उम्र, बेहतर परफॉर्मेंस, और फ्यूल एफिशिएंसी बनाए रखने के लिए बेहद ज़रूरी है। जब आप:
- इंजन ऑयल की बेसिक जानकारी समझते हैं
- लेबल पर लिखे कोड को डिकोड करना जानते हैं
- और जलवायु, ड्राइविंग कंडीशन जैसी चीज़ों पर ध्यान देते हैं
तो आप एक सजग और समझदार फैसला ले सकते हैं जो आपकी कार को लंबे समय तक बेहतरीन बनाए रखेगा।
चाहे आप मिनरल ऑयल चुनें, सिंथेटिक या सेमी-सिंथेटिक — सही ग्रेड और गुणवत्ता का चयन इंजन घिसावट को रोकता है, माइलेज सुधारता है और हर मौसम में स्मूद परफॉर्मेंस सुनिश्चित करता है।
आपके पास कोई खास इंजन ऑयल ब्रांड है जिस पर आप भरोसा करते हैं?
उसे CARS24 ऑटो कम्युनिटी – CLUTCH पर साझा करें और दूसरों की पसंद पर भी चर्चा करें!
अगर आपने अपनी कार के इंजन ऑयल को अपग्रेड करने का मन बना लिया है तो ये एक अच्छी बात है। इससे पता चलता है कि आप अपनी कार के रखरखाव को लेकर सजग हैं। और जिस प्रकार कार का इंजन ऑयल कार के परफार्मेंस में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है उसी तरह कार के व्हील उसकी परफार्मेंस में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। अच्छी कम्पनियों के अलॉय व्हील आपकी कार की परर्फामेंस बढ़ाने के साथ उसका लुक भी सुधारते हैं। आपकी कार के लिए कौनसे अलॉय व्हील बढ़िया रहेंगे? जानने के लिए अभी पढ़िए हमारा आर्टिकल कौन-से अलॉय व्हील आपके लिए परफेक्ट हैं
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