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तमिलनाडु में 0001 जैसी फैंसी नंबर प्लेट पाना है आसान – जानिए रजिस्ट्रेशन से लेकर कीमत तक सबकुछ
- 1तमिलनाडु में फैंसी नंबर प्लेट लेना एक आसान प्रक्रिया है
- 2तमिलनाडु में 0001 नंबर प्लेट सबसे एक्सक्लूसिव VIP नंबर मानी जाती है
- 3हाई-डिमांड VIP नंबरों की बोली ₹5 लाख के पार जाती है
- VIP नंबर प्लेट क्या होती है?
- तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट पाना पूरी तरह वैध
- तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट कैसे प्राप्त करें?
- Open Series नंबर लेने की प्रक्रिया
- Government Approval Number लेने की प्रक्रिया
- तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट की कीमत
- तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट की उपलब्धता कैसे जांचें?
- तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया
- VIP नंबर प्लेट के प्रोसेसिंग में लगने वाला समय
- VIP नंबर प्लेट लेते समय किन बातों का ध्यान रखें?
- VIP नंबर प्लेट के लिए कानूनी मानक
- HSRP से जुड़ी ज़रूरी बातें:
- निष्कर्ष
तमिलनाडु में गाड़ियों पर फैंसी नंबर प्लेट लगवाना अब केवल दिखावे की बात नहीं रह गई है, बल्कि यह आपकी पहचान और स्टाइल का प्रतीक बन चुका है। भारत में कार मॉडिफिकेशन पहले से ही लोकप्रिय रहा है, लेकिन आजकल खास नंबर प्लेट्स की मांग में ज़बरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। फैंसी नंबर प्लेट्स गाड़ी को अलग और निजी बनाने का एक वैध और क़ानूनी तरीका है।
VIP नंबर प्लेट क्या होती है?
VIP या फैंसी नंबर प्लेट सामान्य रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट से अलग होती है। इसमें आपको रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी की तरफ़ से कोई रैंडम नंबर नहीं दिया जाता, बल्कि आप अपने पसंदीदा नंबर चुन सकते हैं — जैसे 0001, 4444, 9999 आदि। कुछ लोग ऐसे नंबर भी चुनते हैं जो दिखने में किसी शब्द जैसे लगते हैं, जैसे 8055 जो “BOSS” जैसा दिखता है। ऐसे नंबर आजकल काफी लोकप्रिय हैं।
बेशक, इस तरह के स्पेशल रजिस्ट्रेशन नंबर एक अतिरिक्त कीमत पर मिलते हैं। अब सवाल यह है — यह कीमत कितनी होती है? क्या हर कोई इसके लिए आवेदन कर सकता है? और प्रक्रिया क्या है? आइए जानते हैं तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट लेने की पूरी प्रक्रिया, ज़रूरी दस्तावेज़ और संभावित खर्च।
तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट पाना पूरी तरह वैध
तमिलनाडु में VIP या फैंसी नंबर प्लेट लेना एक पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया है। हालांकि आरटीओ से जुड़ी ज़्यादातर प्रक्रियाएं केंद्र द्वारा निर्धारित होती हैं, फिर भी कुछ मामलों में हर राज्य का अपना तरीका होता है — और VIP नंबर प्लेट का चयन ऐसा ही एक मामला है।
अगर आप तमिलनाडु के निवासी हैं, तो आप अपनी नई गाड़ी के लिए अपनी पसंद का नंबर ले सकते हैं — जैसे 0001, 1111, 4444, 9999 आदि। इन स्पेशल नंबरों के लिए अतिरिक्त फीस देनी पड़ती है। यह फीस नंबर की मांग और उपलब्धता पर निर्भर करती है।
तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट कैसे प्राप्त करें?
तमिलनाडु में दो तरह की VIP नंबर प्लेट मिलती हैं:
- Government Approval Numbers — जैसे 0001, 1111, 1234, 5005 इत्यादि।
- Open Series Numbers — बाकी उपलब्ध नंबर जिन पर कोई सरकारी आरक्षण नहीं होता।
तमिलनाडु में कोई भी व्यक्ति जो निर्धारित शुल्क देने के लिए तैयार है, इन दोनों सीरीज़ में से नंबर ले सकता है। Open Series में भी कई आकर्षक नंबर होते हैं जैसे 1122, 1222, 1212 आदि।
Open Series नंबर लेने की प्रक्रिया
यदि आप Open Series में से कोई फैंसी नंबर लेना हते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की वेबसाइट पर जाएं।
- मेन्यू में "User Other Services" पर क्लिक करें, फिर "All Available Numbers" चुनें।
- राज्य (Tamil Nadu), संबंधित RTO और सीरीज़ का चयन करें।
- स्क्रीन पर 0001 से 9999 तक के उपलब्ध नंबर दिखेंगे। इनमें से कुछ नंबर चुनें और RTO से संपर्क करके उपलब्धता की पुष्टि करें।
- RTO कार्यालय जाएं और साथ में Disclaimer फॉर्म, खरीदार की ID प्रूफ, कंपनी के नाम पर खरीदने पर GST सर्टिफिकेट और हस्ताक्षरित आवेदन पत्र लेकर जाएं।
- RTO अधिकारी दस्तावेज़ों की जांच कर एक लॉगिन ID और पासवर्ड प्रदान करेंगे, जिससे आप Parivahan पोर्टल पर लॉगिन करके फीस जमा कर सकें।
- Parivahan पोर्टल पर लॉगिन करके ‘Pay Reserve Fee’ विकल्प चुनें, फिर ‘Unique ACK Number’ दर्ज करें। ड्रॉपडाउन से नंबर चुनें और फॉर्म में पहले से भरे गए विवरण की पुष्टि करें।
- भुगतान ऑनलाइन (UPI, नेट बैंकिंग, रुपे कार्ड या क्रेडिट कार्ड) से किया जा सकता है। क्रेडिट कार्ड पर अतिरिक्त शुल्क लागू हो सकता है।
भुगतान के बाद नंबर आपकी गाड़ी से मैप कर दिया जाएगा। जब वाहन RTO में निरीक्षण और पंजीकरण के लिए पहुंचेगा, वही नंबर आपकी गाड़ी को जारी कर दिया जाएगा।
Government Approval Number लेने की प्रक्रिया
अगर आप किसी सरकारी मंजूरी वाले स्पेशल नंबर को लेना चाहते हैं (जैसे 0001, 1111 आदि), तो इस प्रक्रिया का पालन करें:
- सचिव, गृह परिवहन विभाग, सचिवालय, चेन्नई को आवेदन पत्र और सेल सर्टिफिकेट (Form 21) के साथ संपर्क करें।
- जब सरकार से नंबर के लिए मंजूरी मिल जाती है, तो ऊपर बताई गई Open Series प्रक्रिया के 5वें स्टेप से आगे की प्रक्रिया को फॉलो करें।
तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट की कीमत
तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क कई कारकों पर निर्भर करता है। राज्य में दो तरह के नंबर उपलब्ध हैं:
- Government Approval Numbers
- Open Series Numbers
नीचे विभिन्न श्रेणियों के अनुसार शुल्क का विवरण दिया गया है:
VIP नंबर श्रेणी | शुल्क |
Government Approval Numbers (वर्तमान सीरीज़ से लेकर वर्तमान+3 सीरीज़ तक) | ₹40,000 |
Government Approval Numbers (5वीं से 8वीं सीरीज़) | ₹60,000 |
Government Approval Numbers (9वीं और 10वीं सीरीज़) | ₹1,00,000 |
Government Approval Numbers (11वीं और 12वीं सीरीज़) | ₹2,00,000 |
Open Numbers (दोपहिया वाहन <50cc) | ₹1,000 |
Open Numbers (दोपहिया वाहन >50cc व तीन पहिया वाहन) | ₹2,000 |
Open Numbers (चार पहिया वाहन, एक्स-शोरूम कीमत <₹4 लाख) | ₹10,000 |
Open Numbers (चार पहिया वाहन, एक्स-शोरूम कीमत >₹4 लाख) | ₹16,000 |
ध्यान दें: यह शुल्क केवल VIP नंबर प्लेट के रजिस्ट्रेशन से संबंधित है — ये नंबर प्लेट की कुल लागत नहीं दर्शाते।
तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट की उपलब्धता कैसे जांचें?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी पसंद का VIP नंबर उपलब्ध है या नहीं, तो नीचे बताए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
मेन्यू बार में ‘User Online Services’ पर क्लिक करें और फिर ‘Available Numbers Report’ विकल्प चुनें।
राज्य (Tamil Nadu), RTO और सीरीज़ का नाम चुनें।
- चुनी गई सीरीज़ में उपलब्ध नंबर (0001 से 9999 तक) स्क्रीन पर दिखाई देंगे। RTO को कॉल करके उस दिन के रजिस्ट्रेशन नंबर के बारे में जानकारी लें और अपनी पसंद के कुछ नंबरों को शॉर्टलिस्ट करें।
तमिलनाडु में VIP नंबर प्लेट के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया
कुछ स्पेशल सीरीज़ के नंबरों के लिए तमिलनाडु में ई-ऑक्शन (ई-नीलामी) प्रक्रिया भी लागू होती है। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप इसमें हिस्सा ले सकते हैं:
- MoRTH की वेबसाइट पर पंजीकरण करें और एक यूनिक एक्नॉलेजमेंट नंबर (UAN) प्राप्त करें।
- नॉन-रिफंडेबल रजिस्ट्रेशन फीस और अपने चुने गए VIP नंबर की रिजर्व कीमत जमा करें।
- अपनी पसंद का रजिस्ट्रेशन नंबर चुनें और उसे ब्लॉक करें।
- ई-नीलामी शुरू होने के बाद, बोली लगाने की विंडो तीन दिनों तक खुली रहेगी, और बोली प्रक्रिया अगले दो दिनों में पूरी होगी।
- कैटेगरी 1 से 4 के लिए आप ₹10,000 के मल्टीपल में बोली बढ़ा सकते हैं, जबकि कैटेगरी 5 के लिए ₹1,000 के मल्टीपल में बोली लगाई जा सकती है।
- सफल बोलीदाता को SMS और ईमेल के ज़रिए सूचित किया जाएगा। उन्हें परिणाम घोषित होने के 5 दिनों के भीतर शेष राशि ऑनलाइन जमा करनी होगी।
VIP नंबर प्लेट के प्रोसेसिंग में लगने वाला समय
जब आप VIP नंबर के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं, तो बोली प्रक्रिया (बिडिंग) को पूरा होने में लगभग 5 दिन लगते हैं। इस प्रक्रिया के खत्म होने पर सफल बोलीदाता को SMS और ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाता है।
इसके बाद का चरण बेहद महत्वपूर्ण होता है — जीतने वाले व्यक्ति को डिक्लेरेशन डेट से अगले 5 दिनों के भीतर ऑनलाइन भुगतान करना होता है। भुगतान पूरा होने के बाद एक अलॉटमेंट लेटर जारी होता है, जिसकी वैधता वाहन के रजिस्ट्रेशन के लिए 90 दिनों तक रहती है।
VIP नंबर प्लेट लेते समय किन बातों का ध्यान रखें?
अगर आप चाहते हैं कि आपकी गाड़ी सड़क पर सबसे अलग दिखे, तो VIP नंबर प्लेट एक शानदार तरीका हो सकता है। लेकिन आवेदन करने से पहले कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखना ज़रूरी है:
- VIP नंबर सस्ते नहीं होते, खासकर जैसे 0001 जैसे नंबर — इसलिए आवेदन से पहले अपनी बजट योजना सुनिश्चित करें।
- VIP नंबर प्लेट वाहन की पहचान का एक वैध ज़रिया है — केवल अधिकृत स्रोत से ही इसे प्राप्त करें।
- सभी स्टेप्स और दस्तावेज़ी प्रक्रिया का ठीक से पालन करें।
- अगर आप निकट भविष्य में अपनी गाड़ी बेचने का प्लान कर रहे हैं, तो यह जान लें कि VIP प्लेट ट्रांसफर हो सकती है या नहीं। आमतौर पर, ट्रांसफर सरकार द्वारा नियंत्रित होता है और ओपन मार्केट में इसकी बिक्री प्रतिबंधित रहती है।
- VIP नंबर प्लेट रखने का मतलब यह नहीं कि आप ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं।
- VIP नंबर प्लेट और भारत (BH) सीरीज़ नंबर प्लेट एक ही नहीं हैं — दोनों की प्रक्रिया और उद्देश्य अलग हैं।
- सिंगल डिजिट नंबर प्लेट भारत में अवैध है।
VIP नंबर प्लेट के लिए कानूनी मानक
जैसे सामान्य नंबर प्लेट के लिए नियम होते हैं, वैसे ही VIP नंबर वाली गाड़ियों को भी HSRP (High Security Registration Plate) लगाना अनिवार्य है। यह नियम 1 अप्रैल 2019 से लागू हुआ है और सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स 1989 का हिस्सा है।
HSRP से जुड़ी ज़रूरी बातें:
- HSRP एक एल्यूमिनियम की स्टैंडर्ड प्लेट होती है, जिसपर क्रोमियम हॉट-स्टैम्पिंग, 10 अंकों का यूनिक कोड, और एक होलोग्राम होता है — यह वाहन की सुरक्षा और ट्रेसबिलिटी को सुनिश्चित करता है।
- HSRP को लेजर रिकग्निशन सिस्टम और ANPR (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरों से आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।
- HSRP प्लेट पर स्टैण्डर्ड फॉन्ट और डिज़ाइन का इस्तेमाल होता है — कोई व्यक्तिगत फॉन्ट या स्टाइल अनुमति नहीं है।
निष्कर्ष
VIP या फैंसी नंबर प्लेट पाना सड़क पर अलग पहचान बनाने का एक अनोखा तरीका है। लेकिन ध्यान रखें कि ये नंबर सस्ते नहीं होते, इसलिए इन्हें लेने से पहले आपकी वित्तीय योजना पूरी होनी चाहिए।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि VIP नंबर पूरी तरह वैध और नियंत्रित प्रणाली के तहत आते हैं — जिसकी वजह से इन्हें पाना आसान और पारदर्शी प्रक्रिया बन चुका है। यदि आप स्टाइल और यूनिकनैस को पसंद करते हैं, तो VIP नंबर प्लेट निश्चित ही आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है — बशर्ते आप इसे जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें।
एक और जरूरी बात, अगर आप किसी ऐसे प्रोफेशन में हैं जिसमें आपको बार-बार एक राज्य से दूसरे राज्य में परिवार सहित शिफ्ट होना पड़ता है तो आप BH नम्बर सीरीज की नम्बर प्लेट के लिए आवेदन कर सकते हैं। ये नम्बर सीरीज पूरे भारत में समान रूप से मान्य है। BH नम्बर प्लेट पर ज्यादा जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल भारत सीरीज नंबर प्लेट के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें ? पढ़ें।
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