

ई-चालान स्टेटस कैसे चेक करें? Parivahan, राज्य पोर्टल्स और mParivahan गाइड
- 1लेट फीस न लगे, इसके लिए अपने ई-चालान को समय रहते ऑनलाइन ट्रैक करें
- 2ऑनलाइन चालान चेक करके फाइनेंशियल और कानूनी झंझटों से बचें
- 3पूरे भारत के चालान एक ही जगह पर ट्रैक करें — mParivahan या परिवहन पोर्टल से
भारत में ई-चालान मिलना अब कोई चौंकाने वाली बात नहीं रही। AI कैमरे, स्पीड गन और ट्रैफिक पुलिस की मोबाइल टीमें आज इतने एक्टिव हैं कि एक छोटी सी चूक भी आपके इनबॉक्स में चालान ले आती है। लेकिन जो चीज़ लोगों को ज़्यादा असमंजस में डालती है, वह चालान नहीं बल्कि यह पता करना होता है कि चालान है भी या नहीं। बीते 5 वर्षों में 18 करोड़ से ज़्यादा ई-चालान जारी हो चुके हैं, ऐसे में समय-समय पर चालान स्टेटस चेक करना और भी ज़रूरी हो गया है।
यही वह जगह है जहां ई-चालान स्टेटस ऑनलाइन चेक करना काम आता है। फिर चाहे वह नेशनल Parivahan पोर्टल हो, आपके राज्य का ट्रैफिक पोर्टल, या फिर mParivahan ऐप — चालान चेक करना आपके समय, पैसे और लाइसेंस पर लगने वाली पेनल्टी को बचा सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किस तरह से आप आसान तरीकों से अपने पेंडिंग ट्रैफिक फाइन को ट्रैक कर सकते हैं।

ई-चालान स्टेटस चेक क्यों ज़रूरी है?
ई-चालान को नज़रअंदाज़ करना सिर्फ़ जोखिम भरा ही नहीं, बल्कि आगे चलकर ये बड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है:
- लेट पेमेंट पेनल्टी: ज़्यादातर राज्यों में चालान की तय तारीख़ चूकने पर एक्स्ट्रा चार्ज लग जाता है।
- लाइसेंस और वाहन से जुड़े अवरोध: पेंडिंग चालान की वजह से RC रिन्यूअल, फिटनेस सर्टिफिकेट या ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन अटक सकता है।
- कानूनी कार्रवाई: कुछ शहरों में बार-बार चालान ना भरने पर कोर्ट समन या वाहन जब्त करने की कार्यवाही भी हुई है।
इसलिए, हर महीने या दो महीने में एक बार चालान स्टेटस चेक करना एक छोटी सी आदत है जो आगे जाकर बड़ी परेशानी से बचा सकती है।
तरीका 1: Parivahan पोर्टल पर ई-चालान स्टेटस चेक कैसे करें?
Parivahan पोर्टल, जिसे सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा संचालित किया जाता है, देशभर के चालानों को ट्रैक करने के लिए सबसे प्रमुख पोर्टल है।
चेक करने का तरीका:
- Parivahan e-Challan पोर्टल पर जाएं।
- “Check Online Services” सेक्शन में “Check Challan Status” पर क्लिक करें।
- अपनी जानकारी भरें — चालान नंबर, वाहन नंबर या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर।
- कैप्चा दर्ज करें और ‘Get Detail’ पर क्लिक करें।
- आपके वाहन या DL से जुड़े सभी पेंडिंग और पे किए गए चालान दिख जाएंगे।
अगर आप कई राज्यों में गाड़ी चलाते हैं, तो Parivahan पोर्टल सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि यह अलग-अलग राज्यों से डेटा कलेक्ट करता है।
तरीका 2: अपने राज्य के ट्रैफिक पोर्टल का उपयोग करें
हालांकि Parivahan पोर्टल पर नेशनल डेटा मौजूद होता है, लेकिन कुछ राज्यों में स्थानीय चालान जल्दी अपडेट हो जाते हैं। उदाहरण के लिए:
प्रोसेस वही है: वाहन नंबर या DL नंबर डालें, कैप्चा भरें और तुरंत चालान जानकारी प्राप्त करें।
तरीका 3: mParivahan ऐप से चालान कैसे चेक करें?
अगर आप वेबसाइट्स से बचना चाहते हैं और एक सरल मोबाइल ऐप इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो mParivahan सबसे सही विकल्प है। यह सरकार द्वारा बनाया गया आधिकारिक ऐप है जो पूरे भारत में काम करता है।
प्रोसेस:
- mParivahan ऐप को Google Play Store या Apple App Store से डाउनलोड करें।
- ऐप खोलें और ‘RC/DL Search’ चुनें।
- अपना वाहन नंबर या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर दर्ज करें।
- नीचे स्क्रॉल करें — चालान सेक्शन में आपके वाहन से जुड़ा कोई भी चालान तुरंत दिखेगा।
- डिटेल्स के लिए उस चालान पर टैप करें और वॉयलेशन टाइप, तारीख और पेमेंट लिंक देखें।
फायदा: ई-चालान स्टे्टस चैक करने के अलावा इस ऐप में आप डिजिटल RC और DL भी सेव रख सकते हैं जो कानूनी रूप से मान्य होते हैं, खासकर तब जब आप फिजिकल डॉक्युमेंट भूल जाएं।
ई-चालान ऑनलाइन कैसे भरें?
एक बार जब आपको यह पक्का हो जाए कि चालान सही है, तो आप नीचे बताए गए तरीकों से ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं:
1. Parivahan पर:
- चालान के सामने दिए गए ‘Pay Now’ बटन पर क्लिक करें।
- पेमेंट गेटवे चुनें और UPI, डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से भुगतान करें।
2. राज्य पोर्टल्स पर:
- "Pay Challan" या "Online Payment" विकल्प खोजें।
- चालान नंबर डालें और भुगतान की प्रक्रिया पूरी करें।
नोट: भुगतान के बाद स्क्रीनशॉट या रसीद ज़रूर सेव करें। कभी-कभी पेमेंट रिफ्लेक्ट होने में 1-2 दिन का समय लग सकता है।
अगर चालान गलत हो तो क्या करें?
हो सकता है कभी नंबर प्लेट गलती से स्कैन हो गई हो या कैमरे ने गलत वाहन को कैप्चर किया हो। ऐसे में:
- अपने राज्य की ट्रैफिक पुलिस वेबसाइट पर जाएं और ‘Dispute Challan’ या ‘Represent Case’ विकल्प देखें।
- प्रूफ जमा करें जैसे GPS ट्रैकर डेटा, CCTV फुटेज या गाड़ी की लोकेशन जानकारी।
- कुछ राज्यों में आप mParivahan से भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
सारांश
एक छोटा सा ई-चालान स्टेटस चेक आपको बड़ी परेशानियों से बचा सकता है। जैसे-जैसे AI कैमरे और राज्य ई-कनेक्टिविटी तेज हो रही है, ट्रैफिक नियम उल्लंघनों पर चालान मिलना अब आम बात है। समय रहते चालान चेक करना, उसे भरना या अगर वह गलत है तो आपत्ति दर्ज करना, आपके लाइसेंस और वाहन को सुरक्षित रखने के लिए ज़रूरी है।
अगर आप एक नियमित ड्राइवर हैं और अलग-अलग राज्यों में गाड़ी चलाते हैं, तो ई-चालान स्टेटस चेक करना इंश्योरेंस रिन्यूअल जितना ही ज़रूरी बन चुका है।
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