

PUC सर्टिफिकेट के बिना गाड़ी चलाने पर ₹10,000 तक जुर्माना - जानिए नियम और चालान प्रक्रिया
- 1PUC सर्टिफिकेट न होने पर चालान ₹10,000 तक और 6 महीने की जेल की सज़ा संभव है
- 2अगर ट्रैफिक पुलिस चालान काटे तो आप उसे UPI या ऑनलाइन तुरंत भर सकते हैं
- 3PUC सर्टिफिकेट ट्रैफिक कानून, बीमा क्लेम और इंजन हैल्थ तीनों के लिए अहम है
जब बात सड़क पर गाड़ी चलाने के ज़रूरी दस्तावेज़ों की आती है, तो ज़्यादातर लोग ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंस और RC को तो याद रखते हैं, लेकिन PUC (Pollution Under Control) सर्टिफिकेट को अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। हालांकि, PUC के बिना गाड़ी चलाना कानूनी रूप से अपराध है और अब सरकार ने प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए इस नियम को और सख़्त बना दिया है।
अगर आप बिना वैध PUC सर्टिफिकेट के पकड़े जाते हैं, तो आपको भारी जुर्माना या जेल की सज़ा तक हो सकती है। इतना ही नहीं, अगर आपकी गाड़ी का PUC एक्सपायर हो गया है, तो आपका मोटर इंश्योरेंस भी अमान्य हो सकता है, जिससे किसी दुर्घटना के दावे (claim) पर भी असर पड़ता है।
PUC सर्टिफिकेट क्या होता है?
PUC (Pollution Under Control) सर्टिफिकेट एक ऐसा दस्तावेज़ है जो यह साबित करता है कि आपकी गाड़ी से निकलने वाला धुआं सरकार द्वारा तय मानकों के भीतर है। इस टेस्ट में विशेष उपकरणों की मदद से गाड़ी से निकलने वाले हानिकारक गैसों जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), हाइड्रोकार्बन (HC) और अन्य तत्वों का स्तर मापा जाता है।
यह नियम सभी वाहनों पर लागू होता है —
- पेट्रोल, डीज़ल और CNG वाहन
- टू-व्हीलर, कार, ऑटो और ट्रक
- प्राइवेट और कमर्शियल दोनों गाड़ियाँ
PUC सर्टिफिकेट मिलने के बाद उस पर निम्न जानकारी होती है —
- आपकी गाड़ी का नंबर
- उत्सर्जन (emission) टेस्ट के परिणाम
- सर्टिफिकेट की वैधता (आमतौर पर 6 महीने या 1 साल तक)
प्रो टिप: अगर आप अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस रिन्यू करवा रहे हैं, तो आपको वैध PUC दिखाना ज़रूरी है। वैध सर्टिफिकेट न होने पर बीमा दावा (insurance claim) भी अस्वीकार किया जा सकता है।
PUC सर्टिफिकेट के बिना पकड़े जाने पर क्या होता है?
अगर ट्रैफिक पुलिस नियमित जांच के दौरान आपको रोकती है और आपके पास वैध PUC सर्टिफिकेट नहीं है, तो आपको चालान किया जा सकता है। अक्सर यह देखा जाता है कि जिन गाड़ियों से ज़्यादा धुआं निकल रहा होता है, ट्रैफिक अधिकारी उन्हें रोककर जांच करते हैं। अगर आप बार-बार ऐसे अपराध में पकड़े जाते हैं, तो आपकी गाड़ी जब्त की जा सकती है या मामला RTO को भेजा जा सकता है।
PUC के बिना गाड़ी चलाने पर जुर्माना
सड़क सुरक्षा और पर्यावरण नियंत्रण से जुड़े नियमों को 2025 में और कड़ा कर दिया गया है। नया मोटर व्हीकल एक्ट (2019 संशोधित) के तहत जुर्माने की राशि कई गुना बढ़ा दी गई है।
| अपराध | दंड | लागू कानून / स्रोत |
| वैध PUC सर्टिफिकेट के बिना गाड़ी चलाना | ₹10,000 तक जुर्माना + 6 महीने की जेल | मोटर वाहन अधिनियम की धारा 72(ii) |
| बार-बार अपराध करने पर | ₹10,000 जुर्माना + 6 महीने की जेल या दोनों | सभी राज्यों में समान प्रावधान |
| नकली या छेड़छाड़ किया गया PUC सर्टिफिकेट | ₹10,000+ जुर्माना + जेल + वाहन जब्ती | धोखाधड़ी संबंधी प्रावधानों के तहत |
महत्वपूर्ण जानकारी:
दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अब PUC स्कैनर और ANPR कैमरे लगाए गए हैं, जो रीयल-टाइम में एक्सपायर सर्टिफिकेट पकड़ लेते हैं। इससे अब चालान से बच निकलना लगभग असंभव हो गया है।
अब यह नियम ज़्यादा सख्त क्यों हुआ है?
- पहले जहाँ चालान ₹1,000 या ₹2,000 था, अब बढ़कर ₹10,000 तक हो गया है।
- अब केवल जुर्माना ही नहीं, जेल की सज़ा भी दी जा सकती है।
- अब सभी जांच कैमरा और कंप्यूटर सिस्टम से रीयल-टाइम में होती है।
दिल्ली जैसे महानगरों में यह सिस्टम पूरी तरह डिजिटाइज्ड है। अगर आपकी गाड़ी बिना PUC के चल रही है, तो बिना रोके भी e-Challan जारी किया जा सकता है।
PUC चालान ऑनलाइन कैसे भरें?
चाहे आपको डिजिटल नोटिस मिला हो या फिज़िकल स्लिप, आप आसानी से आधिकारिक पोर्टल या सरकारी वेबसाइट के ज़रिए ऑनलाइन चालान का भुगतान कर सकते हैं।
स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया:
echallan.parivahan.gov.in पर जाएँ।
“Check Challan Status” पर क्लिक करें।
अपनी गाड़ी का नंबर या चालान नंबर दर्ज करें।
अपराध का विवरण देखें।
नेट बैंकिंग, UPI या कार्ड से भुगतान करें।
रसीद (receipt) डाउनलोड करें और सुरक्षित रखें।
कुछ शहरों में ट्रैफिक अधिकारी हैंडहेल्ड e-Challan मशीन का उपयोग करते हैं। ऐसे में आप मौके पर ही Google Pay या PhonePe से भुगतान कर सकते हैं। ध्यान रखें, हमेशा रसीद ज़रूर लें, चाहे डिजिटल हो या प्रिंटेड।
PUC टेस्ट कहाँ करवाएँ और इसकी कीमत कितनी है?
PUC टेस्ट करवाना बहुत आसान और सस्ता है — यह प्रक्रिया 10 मिनट से भी कम समय में पूरी हो जाती है।
आप यह टेस्ट करवा सकते हैं:
- पेट्रोल पंप (ज्यादातर बड़े पेट्रोल पंप पर सुविधा होती है)
- अधिकृत एमिशन टेस्टिंग सेंटर
- RTO द्वारा अनुमोदित मोबाइल वैन
टेस्ट की लागत:
- टू-व्हीलर: ₹60 – ₹80
- पेट्रोल कार: ₹80 – ₹100
- डीज़ल वाहन: ₹100 – ₹150
टेस्ट के बाद आपको एक QR कोड वाला प्रिंटेड सर्टिफिकेट दिया जाएगा और यह डेटा VAHAN डेटाबेस में भी अपडेट हो जाता है, जिसे ट्रैफिक पुलिस तुरंत चेक कर सकती है।
PUC सर्टिफिकेट की वैधता:
- नई गाड़ियों के लिए: 1 साल
- अन्य वाहनों के लिए: 6 महीने (साल में दो बार टेस्ट ज़रूरी)
PUC के बिना गाड़ी चलाना आपकी सोच से ज़्यादा बड़ा मुद्दा क्यों है?
यह सिर्फ़ जुर्माने से बचने की बात नहीं है। अगर आपके पास वैध PUC सर्टिफिकेट नहीं है, तो हो सकता है कि आपकी गाड़ी ज़रूरत से ज़्यादा प्रदूषण फैला रही हो — और यही आज भारत के सामने सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है।
साथ ही, यह आपकी गाड़ी के इंजन की स्थिति और फ्यूल एफिशिएंसी के बारे में भी चेतावनी देता है।
क्या दांव पर लगा है?
बीमा दावा (Insurance Claim) खारिज हो सकता है
अगर किसी दुर्घटना के समय आपकी गाड़ी के पास वैध PUC नहीं है, तो इंश्योरेंस कंपनी आपका दावा (Claim) अस्वीकार कर सकती है।
ऐसे में आपको पूरी मरम्मत की लागत खुद वहन करनी पड़ सकती है।
कानूनी परेशानी
अगर बार-बार बिना PUC के गाड़ी चलाते पकड़े जाते हैं, तो मामला अदालत तक पहुंच सकता है।
कई बार दोहराए गए अपराध से आपकी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी निलंबित (Suspend) किया जा सकता है।
पर्यावरण को नुकसान
PUC के बिना गाड़ी चलाने का मतलब है कि आपकी गाड़ी वातावरण में ज़्यादा जहरीली गैसें छोड़ रही है।
यह सार्वजनिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है और लंबे समय में वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों का कारण बनता है।
₹10,000 का जुर्माना तो बस शुरुआत है...
अगर आपकी गाड़ी तय मानकों से ज़्यादा प्रदूषण फैला रही है, तो ₹10,000 का जुर्माना और 6 महीने तक की जेल तो सिर्फ़ शुरुआत है। इसके साथ इंश्योरेंस रद्द होना, गाड़ी की जब्ती, और कानूनी कार्यवाही जैसी कई और मुश्किलें सामने आ सकती हैं।
अंतिम विचार: अपना PUC हमेशा अपडेट रखें
सच कहें तो, PUC टेस्ट में 10 मिनट से ज़्यादा नहीं लगते, और इसकी कीमत आपकी एक कॉफी से भी कम होती है।
लेकिन अगर आप इसे नज़रअंदाज़ करते हैं, तो यह आपको भारी पड़ सकता है — जुर्माने, इंश्योरेंस विवादों और प्रदूषण के बढ़ते असर के रूप में। PUC टेस्ट को अपनी नियमित सर्विस रूटीन का हिस्सा बना लीजिए, जैसे कि ऑयल चेंज या टायर चेक।
यह न सिर्फ़ कानून का पालन करने का आसान तरीका है, बल्कि यह धरती और पर्यावरण के प्रति आपकी जिम्मेदारी भी दर्शाता है। और अगर आपके PUC सर्टिफिकेट की वैद्यता खत्म होने वाली है तो आप PUC सर्टिफिकेट को ऑनलाइन या ऑफलाइन रिन्यू करवा सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।
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