

दिल्ली में 2025 के नए ई-चालान नियम: स्पीडिंग, रेड लाइट जंप और AI निगरानी का पूरा गाइड
- 1दिल्ली का ई-चालान सिस्टम अब AI कैमरा, ANPR तकनीक व लाइव ट्रैफिक ट्रैकिंग पर बेस्ड है
- 2गलत पार्किंग- ₹500, शराब पीकर गाड़ी चलाने पर ₹10K तक चालान व लाइसेंस रद्द हो सकता है
- 3अगर आपके चालान पेंडिंग हैं, तो RC नवीनीकरण और बीमा प्रक्रिया में दिक्कत आ सकती है
- दिल्ली ई-चालान 2025 के तहत पकड़े जाने वाले प्रमुख ट्रैफिक उल्लंघन
- दिल्ली ई-चालान 2025: प्रमुख जुर्माने, नियम और सिस्टम कैसे करता है काम
- दिल्ली ई-चालान 2025 के तहत प्रमुख जुर्माने
- दिल्ली ई-चालान 2025 सिस्टम कैसे काम करता है?
- 2025 में ट्रैफिक उल्लंघनों से जुड़े नए ट्रेंड
- अपना दिल्ली ई-चालान 2025 कैसे चेक करें
- दिल्ली ई-चालान 2025 में क्या नया है?
- 2025 में दिल्ली ई-चालान सिस्टम की नई विशेषताएँ
- सारांश
साल 2024 में दिल्ली में ट्रैफिक नियम तोड़ने के मामलों में 43% की बढ़ोतरी दर्ज की गई — और चालान की संख्या 30 लाख को पार कर गई। अब 2025 में ट्रैफिक नियमों का निगरानी तंत्र पहले से कहीं ज़्यादा सख्त और तकनीकी रूप से उन्नत हो गया है।
सरकार ने सड़कों पर AI-पावर्ड कैमरे, 3D रडार सिस्टम, और 24 घंटे निगरानी करने वाले सेंसर लगाए हैं।
अब कोई भी छोटी सी गलती — चाहे स्टॉप लाइन पार करना, लेन बदलना, या कुछ सेकंड के लिए ओवरस्पीड करना — तुरंत रिकॉर्ड और रिपोर्ट हो जाती है। इसका मतलब है कि अब दिल्ली के ड्राइवरों के लिए सिर्फ ट्रैफिक नियमों का पालन करना ही नहीं, बल्कि Delhi e-Challan 2025 सिस्टम कैसे काम करता है, यह समझना भी उतना ही ज़रूरी हो गया है।
आइए जानते हैं इस ई-चालान सिस्टम, प्रमुख ट्रैफिक उल्लंघनों, ऑनलाइन चालान जांचने और भरने की प्रक्रिया, और दंड से जुड़ी पूरी जानकारी।
दिल्ली ई-चालान 2025 के तहत पकड़े जाने वाले प्रमुख ट्रैफिक उल्लंघन
दिल्ली में हर महीने हज़ारों ट्रैफिक नियम तोड़ने के मामले AI कैमरों और एनफोर्समेंट टीमों द्वारा दर्ज किए जाते हैं।
यहाँ जानिए कौन-से ट्रैफिक उल्लंघन इस साल सबसे ज़्यादा देखे गए हैं —
1. गलत या बाधक पार्किंग (Improper / Obstructive Parking)
यह कोई हैरानी की बात नहीं कि गलत पार्किंग आज भी सूची में सबसे ऊपर है। केवल दिल्ली में ही 2024 में 4,86,632 अवैध पार्किंग चालान जारी किए गए, जबकि 2023 में यह संख्या 4,14,218 थी। साइड लेन, मार्केट और फुटपाथ अब भी हॉट ज़ोन बने हुए हैं।
2. प्रदूषण (PUC) और बीमा रहित वाहन
इन नियम उल्लंघनों पर अब पहले से कहीं अधिक भारी जुर्माना लगाया जा रहा है।
- PUC (Pollution Under Control) के मामलों की संख्या 2023 के 2,05,703 से बढ़कर 2024 में 4,40,111 हो गई।
- वहीं, बिना बीमा (No Insurance) वाले वाहनों के 2,45,306 मामले दर्ज किए गए।
ये अपराध भले ही ज़्यादा चर्चा में न आएं, लेकिन ये सीधे तौर पर कानूनी वैधता, बीमा दावे और सार्वजनिक सुरक्षा को प्रभावित करते हैं।
3. हेलमेट न पहनना और बिना लाइसेंस ड्राइविंग
जागरूकता बढ़ने के बावजूद, इन दोनों उल्लंघनों की संख्या चिंताजनक रूप से ऊँची बनी हुई है।
- हेलमेट उल्लंघन: 2024 में 3,18,043 से अधिक चालान काटे गए।
- बिना लाइसेंस ड्राइविंग: पिछले साल 2,87,572 मामले दर्ज हुए।
4. सिग्नल तोड़ना और गलत दिशा में गाड़ी चलाना
रेड लाइट जंपिंग के मामले दोगुने से भी अधिक बढ़ गए — 2023 के 21,089 मामलों से 2024 में 1,12,795 चालान तक पहुँचे।
वहीं गलत साइड और नो-एंट्री उल्लंघनों की संख्या भी लगभग 1 लाख के आसपास रही।
5. नशे में ड्राइविंग (Drunk Driving)
जनवरी से जुलाई 2025 के बीच दिल्ली में 16,608 शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले दर्ज किए गए — यानी हर दिन औसतन 81 केस। इनमें 154 से ज़्यादा रिपीट अपराधी (Repeat Offenders) हैं, जिन्हें अब भारी जुर्माना, लाइसेंस निलंबन या जेल की सजा हो सकती है।
6. भारी वाहनों (ट्रकों और बसों) द्वारा उल्लंघन
ट्रकों और बसों द्वारा नियम तोड़ने के मामलों में 46% की बढ़ोतरी हुई है। सिर्फ दिल्ली में ही एक साल में 26,025 चालान जारी किए गए।
मुख्य कारण थे —
- गलत या बाधक पार्किंग – 14,473 मामले
- PUC नियमों का उल्लंघन
- सीट बेल्ट का पालन न करना
- समय-सीमा से बाहर प्रवेश करना (Time Restriction Violation)
7. फैंसी या गैर-मानक नंबर प्लेट (Fancy & Non-Standard Number Plates)
साल 2025 में ही अब तक 27,000 से अधिक चालान उन गाड़ियों पर लगाए गए हैं जिनकी नंबर प्लेट्स पर अनोखे फॉन्ट, स्लोगन या सिंबल्स बने थे। दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि गैर-मानक नंबर प्लेट्स अब सीधे भारी जुर्माने के दायरे में आएंगी।
दिल्ली ई-चालान 2025: प्रमुख जुर्माने, नियम और सिस्टम कैसे करता है काम
साल 2025 में दिल्ली ट्रैफिक विभाग ने न सिर्फ चालानों की निगरानी को स्मार्ट बनाया है, बल्कि बार-बार नियम तोड़ने वालों के लिए “Zero Tolerance” नीति भी लागू कर दी है। अब हर छोटी गलती — चाहे ओवरस्पीडिंग हो या बिना हेलमेट ड्राइविंग — सीधे चालान और सज़ा में बदल जाती है।
नीचे दिए गए हैं Delhi e-Challan 2025 के तहत आम ट्रैफिक उल्लंघनों पर लगने वाले अपडेटेड जुर्माने 👇
दिल्ली ई-चालान 2025 के तहत प्रमुख जुर्माने
ट्रैफिक उल्लंघन | पहली बार का जुर्माना | दोबारा उल्लंघन / अतिरिक्त कार्रवाई |
ओवरस्पीडिंग | ₹1,000 – ₹4,000 | 3 महीने तक लाइसेंस सस्पेंशन |
रेड लाइट जंप / खतरनाक ड्राइविंग | ₹1,000 – ₹5,000 | लाइसेंस सस्पेंशन और पेनल्टी पॉइंट्स |
हेलमेट उल्लंघन (राइडर या पिलियन) | ₹1,000 | 3 महीने तक लाइसेंस सस्पेंशन |
सीट बेल्ट उल्लंघन (फ्रंट या रियर) | ₹1,000 | दुर्घटना में इंश्योरेंस क्लेम में दिक्कत |
नशे में ड्राइविंग | ₹10,000 और/या 6 महीने की जेल | ₹15,000 और 2 साल तक की जेल |
गलत लेन / बस लेन में ड्राइविंग | ₹500 – ₹2,000 | गंभीर मामलों में गाड़ी ज़ब्त |
अवैध पार्किंग | ₹500 – ₹1,000 | टोइंग चार्ज + यार्ड चार्ज |
वैध PUC सर्टिफिकेट न होना | ₹10,000 | कुछ मामलों में वाहन ज़ब्त |
बिना इंश्योरेंस ड्राइविंग | ₹2,000 | ₹4,000 (दोबारा गलती पर) |
बिना लाइसेंस ड्राइविंग | ₹5,000 | कोर्ट में पेशी + जेल की संभावना |
फैंसी / गैर-मानक नंबर प्लेट | ₹5,000 | नंबर प्लेट ज़ब्त + स्टैंडर्ड फॉर्मेट लगाना अनिवार्य |
भारी वाहन समय सीमा उल्लंघन | ₹20,000 | बार-बार गलती पर अधिक जुर्माना |
दिल्ली ई-चालान 2025 सिस्टम कैसे काम करता है?
पहले जहां चालान सिर्फ स्पीड गन या रैंडम चेकिंग से होते थे, अब दिल्ली ट्रैफिक सिस्टम AI, ANPR (Automatic Number Plate Recognition) और रियल-टाइम डेटा कनेक्टिविटी से लैस है। अब तक दिल्ली के 500 से ज़्यादा चौराहों पर ये हाई-टेक निगरानी सिस्टम चालू हो चुका है।
सिस्टम का पूरा तरीका:
- AI कैमरे – ये कैमरे रिंग रोड, बरापुला और बड़े फ्लायओवर जैसे हाई ट्रैफिक इलाकों में लगे हैं।
ये खुद-ब-खुद रेड लाइट जंप, सीट बेल्ट उल्लंघन, और हेलमेट न पहनने जैसे अपराधों को कैप्चर करते हैं।
- ANPR तकनीक (Automatic Number Plate Recognition) –
ये कुछ ही सेकंड में गाड़ी की नंबर प्लेट स्कैन करके VAHAN डेटाबेस से मैच करती है और बिना किसी इंसानी हस्तक्षेप के ई-चालान बना देती है।
- 3D रडार और स्पीड मॉनिटर सिस्टम –
ये सिस्टम कई लेनों को एक साथ मॉनिटर करते हैं और ओवरस्पीडिंग का पता लगाते हैं।
- मोबाइल एनफोर्समेंट वैन –
इन वैन में कैमरे और लाइव डेटा एक्सेस की सुविधा होती है जो अवैध पार्किंग, लेन उल्लंघन और बिना इंश्योरेंस गाड़ियों पर नजर रखती हैं।
2025 में ट्रैफिक उल्लंघनों से जुड़े नए ट्रेंड
- जनवरी और अगस्त में सबसे ज़्यादा चालान — क्योंकि छुट्टियों के बाद इंटरसिटी ट्रैवल बढ़ जाता है।
- वीकेंड पर हेलमेट, सीट बेल्ट और ओवरस्पीडिंग के केस सबसे ज़्यादा होते हैं।
- लेट नाइट में नशे में ड्राइविंग (Drunk Driving) की चेकिंग बढ़ा दी गई है, खासकर कनॉट प्लेस और साउथ दिल्ली जैसे नाइटलाइफ़ इलाकों में।
अपना दिल्ली ई-चालान 2025 कैसे चेक करें
समय पर चालान भरना सिर्फ जुर्माना बचाने के लिए नहीं, बल्कि भविष्य में लाइसेंस सस्पेंशन या गाड़ी ज़ब्ती जैसी दिक्कतों से बचने के लिए भी ज़रूरी है।
Parivahan पोर्टल से
- parivahan.gov.in पर जाएं
- गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर डालें
- पेंडिंग चालान, भुगतान स्थिति और उल्लंघन की जानकारी देखें
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस वेबसाइट से
- traffic.delhipolice.gov.in/notice/pay-notice पर जाएं
- अपनी गाड़ी का नंबर डालें
- ऑनलाइन भुगतान करें
mParivahan ऐप से
- Google Play Store या Apple App Store से डाउनलोड करें
- अपनी गाड़ी लिंक करें
- नए चालान आने पर तुरंत अलर्ट पाएं
इसके अलावा, आप CARS24 पोर्टल पर भी सीधे अपना दिल्ली ट्रैफिक चालान स्टेटस देख सकते हैं —
यह तरीका तेज़, सुरक्षित और विश्वसनीय है, और आपको थर्ड-पार्टी साइट्स से बचाता है।

दिल्ली ई-चालान 2025 में क्या नया है?
साल 2025 में दिल्ली ट्रैफिक सिस्टम को पहले से कहीं ज़्यादा स्मार्ट और सटीक बना दिया गया है।
अब सिर्फ जुर्माने ही नहीं बढ़े हैं, बल्कि AI (Artificial Intelligence) और ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी के ज़रिए हर गलती को तुरंत पकड़ा जा रहा है।
नीचे जानिए 2025 में दिल्ली ई-चालान सिस्टम में क्या नई चीज़ें जोड़ी गई हैं 👇
2025 में दिल्ली ई-चालान सिस्टम की नई विशेषताएँ
रियर सीटबेल्ट मॉनिटरिंग (Rear Seatbelt Monitoring)
अब हाई-डेफिनिशन AI कैमरे कार के अंदर पीछे बैठे यात्रियों को भी मॉनिटर करते हैं। अगर पीछे बैठे किसी भी व्यक्ति ने सीटबेल्ट नहीं लगाई है, तो कैमरा 98% सटीकता (accuracy) के साथ चालान जनरेट कर सकता है।
इंटीग्रेटेड पेमेंट ट्रैकिंग (Integrated Payment Tracking)
अब बकाया चालान (Unpaid Challan) सिर्फ जुर्माना नहीं रहेगा —
अगर आपने चालान का भुगतान नहीं किया, तो आपकी गाड़ी का फिटनेस सर्टिफिकेट रिन्यूअल और इंश्योरेंस अपडेट अपने-आप ब्लॉक हो जाएगा।
AI-असिस्टेड व्रॉन्ग लेन डिटेक्शन (AI-Assisted Wrong-Lane Detection)
धौला कुआँ, ITO और अन्य प्रमुख मार्गों पर बस लेन पर लाइव कैमरा फीड्स लगाई गई हैं।
अगर आप गलती से भी इन बस लेनों में गाड़ी चलाते हैं, तो सिस्टम तुरंत आपकी गाड़ी को ट्रैक करके चालान जारी कर देगा।
हाई-रिस्क ज़ोन सर्विलांस (High-Risk Zone Surveillance)
अब दिल्ली के एक्सीडेंट-प्रोन (Accident-Prone) जंक्शनों पर ट्रिपल कैमरा सेटअप लगाया गया है,
जिससे हर कोण से निगरानी होती रहे और कोई उल्लंघन कैमरे से छूट न जाए।
सारांश
Delhi e-Challan 2025 सिस्टम न सिर्फ सड़कों पर तेज़ी से काम करता है, बल्कि एनफोर्समेंट में भी बेहद फुर्तीला है। AI और ANPR तकनीक की मदद से ट्रैफिक उल्लंघनों की पहचान, रजिस्ट्रेशन और प्रोसेसिंग अब कुछ ही सेकंड में हो जाती है। गलतियों से बचने का सबसे स्मार्ट तरीका कोई शॉर्टकट नहीं, बल्कि नियमों की जानकारी रखना और उनका पालन करना है। अपने चालान की स्थिति को समय-समय पर Parivahan, Delhi Traffic Police वेबसाइट या CARS24 पोर्टल से ज़रूर जांचते रहें।
दिल्ली के अलावा अगर आपको पूरे देश में लगने वाले ट्रैफिक चालानों पूरी जानकारी चाहिए तो अभी पढ़िए हमारा आर्टिकल भारत में 2025 के लिए ट्रैफिक के उल्लंघन और जुर्मानों की सूची । इस आर्टिकल में आपको सभी यातायात नियम और उनसे सम्बन्धित चालानों पर विस्तृत जानकारी मिलेगी।
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