

सेकंड-हैंड ग्रैंड i10 खरीदने से पहले जानें ये ज़रूरी बातें
- 1हुंडई ग्रैंड i10 भारत की एक लोकप्रिय सब-4 मीटर हैचबैक कार है
- 2ग्रैंड i10 में पेट्रोल और CNG इंजन के साथ मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन मिलते हैं
- 3कमाल माइलेज, छोटा साइज़ व अच्छी यूज़ेबिलिटी ने ग्रैंड i10 को लोगों की पसंद बनाया है
- Hyundai Grand i10: मॉडल ओवरव्यू
- पहली जनरेशन (2007–2013, PA)
- दूसरी जनरेशन (2013–2019, BA)
- तीसरी जनरेशन (2019–वर्तमान, AI3)
- Grand i10 Nios फेसलिफ्ट (2023)
- Grand i10 का मेंटेनेंस और सर्विस लागत
- सेकंड हैंड Grand i10 की हाई माइलेज सर्विसिंग
- Hyundai Grand i10 की रीसेल वैल्यू
- Hyundai Grand i10 की आम समस्याएँ
- Hyundai Grand i10 Nios (2023–वर्तमान) की स्पेसिफिकेशन्स
- निष्कर्ष
Hyundai Grand i10 ने 2013 में पहली बार अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी, लेकिन इसकी कहानी इससे पहले ही शुरू हो चुकी थी। साल 2007 में Hyundai ने पहली बार i10 लॉन्च की थी ताकि वह अपनी लोकप्रिय Santro को रिप्लेस कर सके — जो भारत में Hyundai की पहली कार थी।
i10 ने भारतीय कार ख़रीदारों को Maruti Suzuki की हैचबैक कारों का एक बेहतर विकल्प दिया। पाँच दरवाज़ों वाली यह कॉम्पैक्ट हैचबैक अपनी आरामदायक राइड, अच्छे माइलेज और विश्वसनीयता के कारण काफी लोकप्रिय हो गई।
सालों में Grand i10 के कई इंजन और फ्यूल वेरिएंट आए। इतने सारे विकल्पों के चलते यह कार हर बजट और ज़रूरत के हिसाब से फिट बैठती है। यह पहली बार कार ख़रीदने वालों के लिए एक बढ़िया विकल्प है और अगर आपका बजट सीमित है, तो सेकंड हैंड Grand i10 मॉडल्स भी बेहतरीन डील्स के साथ उपलब्ध हैं।
Hyundai Grand i10: मॉडल ओवरव्यू
भारत में Hyundai की i10 सीरीज़ तीन जनरेशन में आई — और हर जनरेशन का नाम अलग था। पहली जनरेशन थी i10, इसके बाद आई Grand i10, और तीसरी जनरेशन को नाम मिला Grand i10 Nios। “i10” नाम को लोगों ने ख़ूब पसंद किया और Grand i10 को भारत में लॉन्च के समय बेहतरीन प्रतिक्रिया मिली। यह मॉडल यूरोप में डिज़ाइन किया गया था और भारत में मैन्युफैक्चर हुआ, जिससे इसकी क्वालिटी और कीमत का संतुलन शानदार था।
Grand i10 को इसके बेहतरीन राइड और हैंडलिंग, साथ ही उचित कीमत के लिए जाना गया। शुरुआत में कार पेट्रोल और डीज़ल दोनों इंजनों में उपलब्ध थी, लेकिन BS6 उत्सर्जन मानकों के लागू होने के बाद डीज़ल इंजन को बंद कर दिया गया।
वर्तमान मॉडल 2023 में लॉन्च हुआ, जो केवल 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आता है, साथ ही CNG + पेट्रोल बाय-फ्यूल वेरिएंट्स भी इसमें उपलब्ध हैं।
पहली जनरेशन (2007–2013, PA)

Hyundai i10 को भारत में अक्टूबर 2007 में लॉन्च किया गया था। इसने Santro को रिप्लेस किया और 2010 तक बेची गई, जिसके बाद इसका फेसलिफ्ट मॉडल आया। यह कार Hyundai के चेन्नई प्लांट में बनाई जाती थी — घरेलू और एक्सपोर्ट दोनों मार्केट्स के लिए।
कार का डिज़ाइन फ्लोइंग लाइनों और नैरो फ्रंट ग्रिल के साथ आता था। इसे Santro के 1.1-लीटर IRDE2 इंजन के अपग्रेडेड वर्ज़न से लैस किया गया था, जो 65 bhp और 99 Nm टॉर्क पैदा करता था। कंपनी ने कई वेरिएंट्स पेश किए — बेस मॉडल D-Lite (ब्लैक बंपर्स के साथ), Era, Magna और टॉप मॉडल Asta तक।
कार में CD प्लेयर, रिमोट की फोब और यहां तक कि सनरूफ जैसी सुविधाएँ भी दी गई थीं। जुलाई 2008 में Hyundai ने ज्यादा पावरफुल 1.2-लीटर Kappa इंजन लॉन्च किया, जो 79 bhp और 112 Nm का टॉर्क देता था। नए वेरिएंट्स Sportz और Asta जोड़े गए।
i10 की शुरुआती कीमत मात्र ₹3.6 लाख से शुरू होती थी और यह 5-स्पीड मैनुअल या 4-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आती थी। सितंबर 2010 में इसका फेसलिफ्ट वर्ज़न लॉन्च हुआ, जिसमें बड़े हेडलाइट्स, वाइडर ग्रिल और अपडेटेड Kappa2 इंजन दिया गया था।
दूसरी जनरेशन (2013–2019, BA)

Grand i10 ने 2013 के दूसरे हिस्से में भारतीय बाजार में एंट्री ली। भारत में बनी इस कार का डिज़ाइन पिछले मॉडल से काफी मॉडर्न और परिष्कृत था। यह कार अब 200 mm लंबी और 45 mm ज्यादा व्हीलबेस के साथ पहले से बड़ी और ज्यादा स्पेशियस थी।
Grand i10 में आकर्षक लाइन्स, यूनिक टेललाइट्स और 14-इंच के बड़े व्हील्स के साथ एक प्रीमियम अपील थी। इंटीरियर में ड्यूल-टोन अपहोल्स्ट्री, सेंट्रल कंसोल में कलर डिस्प्ले, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल्स और सेगमेंट-फर्स्ट रियर एसी वेंट्स जैसे फीचर्स दिए गए थे।
लॉन्च के समय इसमें दो इंजन ऑप्शन थे —
- 1.2-लीटर पेट्रोल (82 bhp, 114 Nm)
- 1.1-लीटर टर्बो डीज़ल (70 bhp, 160 Nm)
ट्रांसमिशन में 5-स्पीड मैनुअल और पेट्रोल इंजन के लिए 4-स्पीड ऑटोमैटिक दिया गया था। इसके साथ ही Hyundai ने इसी प्लेटफॉर्म पर Xcent कॉम्पैक्ट सेडान भी लॉन्च की। 2017 में Grand i10 को अपडेट मिला, जिसमें नया बंपर और कुछ अतिरिक्त फीचर्स जोड़े गए, हालांकि बड़ा फेसलिफ्ट नहीं किया गया। इसके अलावा Hyundai ने इसमें 1.0-लीटर तीन-सिलेंडर इंजन के साथ LPG वेरिएंट भी पेश किया, जो 68 hp और 94 Nm का आउटपुट देता था और 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जुड़ा था।
तीसरी जनरेशन (2019–वर्तमान, AI3)

सितंबर 2019 में Hyundai ने Grand i10 Nios को लॉन्च किया, जो इस लोकप्रिय हैचबैक का एक नया और बोल्ड रूप था। यह पिछली Grand i10 से 40 मिमी लंबी, 20 मिमी चौड़ी, और 25 मिमी ज्यादा व्हीलबेस वाली थी।
इस कार को खास तौर पर उन ग्राहकों को ध्यान में रखकर बनाया गया था जो कॉम्पैक्ट सेगमेंट में भी प्रीमियम फीचर्स चाहते थे।
कार के बाहरी डिज़ाइन में सबसे ध्यान खींचने वाले बदलाव थे — ग्रिल पर V-आकार के LED डे टाइम रनिंग लाइट्स (DRLs) और डुअल-टोन पेंट ऑप्शन।
अंदर की तरफ, 8-इंच का सेंटर टचस्क्रीन था जिसमें स्मार्टफोन जैसी स्लाइडिंग मेन्यू, इल्यूमिनेटेड डायल्स, और क्लाइमेट कंट्रोल के लिए TFT डिस्प्ले दिया गया था। Nios में वही 82 bhp वाली 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन बरकरार रखी गई, लेकिन 4-स्पीड AT की जगह 5-स्पीड AMT गियरबॉक्स दिया गया।
डीज़ल इंजन का आकार 66 cc बढ़ाकर 1.2 CRDI नाम दिया गया और इसका आउटपुट बढ़ाकर 74 bhp और 190 Nm कर दिया गया। दोनों इंजन वेरिएंट्स 5-स्पीड मैनुअल या AMT ट्रांसमिशन विकल्प के साथ आते थे। साल 2022 के अंत में BS6-II नॉर्म्स लागू होने से पहले डीज़ल इंजन को बंद कर दिया गया।
हालांकि, Hyundai ने 2022 में Grand i10 Nios Turbo Sportz पेश की, जिसकी कीमत ₹8 लाख रखी गई थी। इसमें 1.0-लीटर TGDI इंजन था जो 99 bhp और 172 Nm पैदा करता था। यह वेरिएंट 15-इंच अलॉय व्हील्स और 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आया, जिसे खास तौर पर उन ग्राहकों के लिए बनाया गया था जो परफॉर्मेंस और बजट दोनों का संतुलन चाहते थे।
Grand i10 Nios फेसलिफ्ट (2023)
फरवरी 2023 में Grand i10 Nios का फेसलिफ्ट लॉन्च किया गया, जो आज भी बिक्री पर मौजूद है। इस मॉडल में कई डिज़ाइन बदलाव किए गए — एयर डैम का नया डिज़ाइन, फ्रंट ग्रिल के नीचे फ्लैट प्रोफाइल, और पुराने फॉग लैम्प्स की जगह तीर (Arrow)-आकार की LED DRLs दी गईं।
इस बार Hyundai ने बाय-फ्यूल पेट्रोल+CNG वर्ज़न पर खास ध्यान दिया। नई Hy-CNG Duo Technology के ज़रिए पुराने मॉडल की तरह एक बड़ी सिलिंडर की जगह अब पीछे के लोड फ्लोर के नीचे दो छोटे CNG सिलिंडर दिए गए। इससे बूट स्पेस बढ़ा और सेफ्टी में भी सुधार हुआ। CNG का फिलर नोज़ल अब पेट्रोल टैंक के साथ ही दिया गया है, जिससे रिफ्यूलिंग और भी आसान हो गई।
Grand i10 का मेंटेनेंस और सर्विस लागत

किसी भी सेकंड हैंड Grand i10 को ख़रीदते समय सर्विस कॉस्ट एक अहम पहलू होता है क्योंकि यह सीधे-सीधे ओनरशिप कॉस्ट को प्रभावित करता है। Hyundai India ने वर्षों में अपने डीलर्स और सर्विस नेटवर्क को मज़बूत किया है, और ग्राहकों के भरोसे ने इस मॉडल की लोकप्रियता को बरकरार रखा है।
नीचे Grand i10 के पहले पांच सालों के औसत सर्विस कॉस्ट का विवरण दिया गया है —
सर्विस | अनुमानित लागत (₹, पेट्रोल/CNG) | माइलेज (किमी) | अवधि (महीनों में) |
1st सर्विस | 1,350 / 2,100 | 10,000 | 12 |
2nd सर्विस | 1,550 / 4,150 | 20,000 | 24 |
3rd सर्विस | 4,150 / 4,150 | 30,000 | 36 |
4th सर्विस | 4,200 / 6,600 | 40,000 | 48 |
5th सर्विस | 4,500 / 6,000 | 50,000 | 60 |
Grand i10 के स्पेयर पार्ट्स आसानी से उपलब्ध हैं क्योंकि यह Hyundai की सबसे ज़्यादा बिकने वाली कारों में से एक रही है।
Hyundai के सर्विस सेंटर देशभर में मौजूद हैं, और समय पर सर्विस करवाने से आपकी Grand i10 लंबे समय तक स्मूद और भरोसेमंद चलेगी।
सेकंड हैंड Grand i10 की हाई माइलेज सर्विसिंग
अगर आपकी खरीदी गई Grand i10 पहले से ज़्यादा चली हुई है (लगभग 60,000 किमी से ज़्यादा), तो उसे थोड़ी ज्यादा गहन जांच और सर्विसिंग की ज़रूरत होगी।
इसमें निम्नलिखित हिस्सों की रिप्लेसमेंट की संभावना रहती है —
ब्रेक
लगभग हर 25,000 किमी पर ब्रेक पैड बदलना उचित होता है ताकि स्टॉपिंग पावर बनी रहे।
Grand i10 के फ्रंट और रियर डिस्क रोटर की कीमत लगभग ₹1,000 और ब्रेक पैड की कीमत करीब ₹1,600 है।
इंजन के नीचे (Under the Bonnet)
ज़्यादा चली हुई कारों में कुछ पार्ट्स को बदलना ज़रूरी हो सकता है।
- टाइमिंग चेन: ₹1,000
- फैन बेल्ट: ₹550
- स्पार्क प्लग: ₹700 – ₹1,150
क्लच
Grand i10 का क्लच सामान्य ड्राइविंग में लंबे समय तक चलता है, लेकिन लगभग 60,000 किमी के बाद रिप्लेसमेंट की ज़रूरत पड़ सकती है। क्लच प्लेट रिप्लेसमेंट की लागत लगभग ₹2,600 होती है (लेबर और कंज़्यूमेबल्स अलग)।
Hyundai Grand i10 की रीसेल वैल्यू
Hyundai Grand i10 भारत की सबसे लोकप्रिय हैचबैक कारों में से एक है। वर्षों में इसने एक भरोसेमंद और किफायती कार के रूप में अपनी मज़बूत पहचान बनाई है, जिसकी वजह से इसकी रीसेल वैल्यू अपने सेगमेंट की अन्य कारों की तुलना में बेहतर रहती है।
औसतन, 10 साल पुरानी Grand i10 Sportz अपने मूल मूल्य का लगभग 40% बनाए रखती है, जबकि 4 साल पुराना मॉडल अपनी कीमत का 70% से अधिक तक रिटेन कर सकता है। बढ़ती नई कारों की कीमतों के चलते, सेकंड हैंड Grand i10 उन लोगों के लिए एक समझदारी भरा विकल्प है जो कम बजट में एक भरोसेमंद और बेहतर फीचर्स वाली कार चाहते हैं — चाहे वह पहली कार हो या पुरानी हैचबैक से अपग्रेड।
रीसेल वैल्यू कई कारकों पर निर्भर करती है —
लोकेशन
कार का रजिस्ट्रेशन सिटी और उपयोग का क्षेत्र इसकी कीमत पर बड़ा असर डालता है। मेट्रो शहरों या सबर्बन क्षेत्रों की कारें, कोस्टल (समुद्र किनारे) शहरों की तुलना में अधिक वैल्यू पाती हैं क्योंकि वहां जंग और नमी से असर कम होता है।
मॉडल ईयर
नए मॉडल हमेशा पुराने मॉडलों की तुलना में अधिक कीमत पर बिकते हैं।
वेरिएंट
टॉप वेरिएंट्स जैसे Asta या Sportz, और ऑटोमैटिक मॉडल्स में ज़्यादा फीचर्स और इक्विपमेंट होने के कारण इनकी रीसेल वैल्यू ज़्यादा रहती है। फैक्ट्री-फिट CNG मॉडल्स भी अच्छी वैल्यू देते हैं।
कंडीशन
अगर Grand i10 को नियमित सर्विसिंग मिली हो और उसकी सर्विस हिस्ट्री उपलब्ध हो, तो उसकी कीमत अधिक रहती है।
माइलेज
कम चली हुई कार, यानी कम किलोमीटर रीडिंग वाली, निश्चित रूप से ज़्यादा कीमत पर बिकती है।
Hyundai Grand i10 की आम समस्याएँ
बैटरी चार्ज लेवल
कई उपयोगकर्ताओं ने बताया है कि बैटरी का चार्ज स्तर उम्मीद से कम रहता है।
अगर कार लंबे समय तक नहीं चलाई जाती या हफ्तों तक खड़ी रहती है, तो स्टार्टिंग प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
क्लच का जल्दी घिसना
कई यूज़र्स ने क्लच प्लेट के जल्दी खराब होने की शिकायत की है।
अक्सर ट्रैफिक में बार-बार क्लच दबाने और छोड़ने से यह समस्या बढ़ जाती है।
की-फोब का अनरेस्पॉन्सिव होना
टॉप वेरिएंट्स में दिए गए कीलेस एंट्री और स्टार्ट सिस्टम वाले की-फोब की बैटरी (बटन सेल) कभी-कभी एक साल भी नहीं चलती।
हालांकि इसे बदलना सस्ता है, लेकिन बार-बार बदलना परेशानी दे सकता है।
हेडलाइट्स
कुछ मालिकों ने बताया है कि हेडलाइट्स की रोशनी हाईवे ड्राइविंग के लिए पर्याप्त नहीं लगती।
Hyundai Grand i10 Nios (2023–वर्तमान) की स्पेसिफिकेशन्स
फीचर | विवरण |
इंजन | 1.2-लीटर चार-सिलेंडर MPFI पेट्रोल (Kappa2) / बाय-फ्यूल पेट्रोल + CNG |
पावर आउटपुट | 82 bhp @ 6,000 rpm / 68 bhp (CNG पर) |
टॉर्क | 114 Nm @ 4,000 rpm / 95.2 Nm (CNG पर) |
फ्यूल टैंक क्षमता | 37 लीटर / 60 लीटर (CNG समतुल्य) |
ट्रांसमिशन | 5-स्पीड मैनुअल या AMT |
लंबाई | 3,815 mm |
चौड़ाई | 1,680 mm |
ऊंचाई | 1,520 mm |
व्हीलबेस | 2,450 mm |
बूट कैपेसिटी | 260 लीटर |
टायर | 165/70 R14 (Era/Magna) स्टील व्हील्स, 175/65 R15 (Sportz) स्टील/अलॉय |
सस्पेंशन | मैकफर्सन स्ट्रट (फ्रंट), टॉर्शन बीम (रियर) |
सेफ्टी फीचर्स | ABS with EBD, ESC, TPMS, हिल असिस्ट, छह एयरबैग्स, रियर पार्किंग सेंसर और कैमरा, ISOFIX (Asta वेरिएंट में) |
इंफोटेनमेंट | 8-इंच टचस्क्रीन, नेविगेशन, Apple CarPlay, Android Auto (Sportz से शुरू) |
माइलेज | 17–20 km/l (पेट्रोल), 27 km/kg (CNG) |
निष्कर्ष
Hyundai Grand i10 एक किफायती, प्रैक्टिकल और ड्राइव करने में आसान हैचबैक है। भारत में बनी होने के कारण इसके स्पेयर पार्ट्स आसानी से उपलब्ध हैं और Hyundai के अधिकृत डीलर्स और सर्विस नेटवर्क देशभर में फैले हुए हैं। यह लगभग हर शहर में लोकप्रिय है — खासकर उत्तर भारत में जहां इसका CNG वर्ज़न ज्यादा पसंद किया जाता है। कॉम्पैक्ट आकार में बड़ी सुविधाओं की लंबी सूची इसे एक स्मार्ट चॉइस बनाती है — चाहे आप इसे पहली कार के रूप में लें या सेकंड हैंड बाजार से एक भरोसेमंद कार के रूप में।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सभी को बड़ा करें




