

Kia Seltos के मालिकों को होने वाली 7 आम शिकायतें – समाधान की पूरी लिस्ट
- 1शहरों में चलने वाली डीज़ल Seltos में DPF ब्लॉक होना एक सामान्य परेशानी है
- 2भारतीय खराब सड़कों पर सख्त सस्पेंशन से झटके ज्यादा महसूस होते हैं
- 3गलत हाई बीम एलाइनमेंट से रात में साफ देख पाना मुश्किल हो जाता है
- Kia Seltos में देखी गई आम समस्याएं
- 1. DCT और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जुड़ी समस्याएं
- 2. डीज़ल वेरिएंट में DPF से जुड़ी समस्या
- सस्पेंशन की कठोरता और राइड क्वालिटी से जुड़ी शिकायतें
- आईडल पर RPM में उतार-चढ़ाव
- रिवर्स गियर में AC से कंपन या कूलिंग में कमी
- Infotainment और साउंड सिस्टम से जुड़ी सीमाएं
- हाई बीम एडजस्टमेंट और विज़िबिलिटी से जुड़ी समस्याएं
- Kia Seltos ओनर्स के लिए प्रिवेंटिव मेंटेनेंस टिप्स
- निष्कर्ष
Kia Seltos ने भारतीय बाज़ार में अपने स्पोर्टी डिज़ाइन, फीचर-लोडेड केबिन, मॉडर्न डैशबोर्ड लेआउट और इंजन ऑप्शन की विविधता के साथ जबरदस्त एंट्री ली थी। हालांकि, एक मशीन होने के नाते इसमें समय के साथ कुछ आम समस्याएं भी सामने आई हैं। इस लेख में हम Kia Seltos में आने वाली कुछ प्रमुख परेशानियों, उनके कारणों और समाधान की जानकारी साझा कर रहे हैं, ताकि आप एक बेहतर ड्राइविंग अनुभव बनाए रख सकें।
Kia Seltos में देखी गई आम समस्याएं

Kia Seltos के मालिकों द्वारा जिन समस्याओं की सबसे ज़्यादा शिकायतें की गई हैं, उनमें शामिल हैं:
- DCT ट्रांसमिशन की दिक्कतें
- डीज़ल वेरिएंट में DPF समस्या
- सस्पेंशन की कठोरता और राइड क्वालिटी से जुड़ी शिकायतें
- RPM में उतार-चढ़ाव
- रिवर्स गियर में AC से कंपन या कूलिंग में कमी
- Infotainment और साउंड सिस्टम से जुड़ी सीमाएं
- हाई बीम एलाइनमेंट से जुड़ी समस्याएं आदि
1. DCT और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जुड़ी समस्याएं
कुछ मालिकों ने Seltos के 7-स्पीड DCT (डुअल-क्लच ट्रांसमिशन) वेरिएंट में लो स्पीड पर गियर शिफ्टिंग में झटकों की शिकायत की है, खासकर पहले तीन गियर के बीच बदलाव के दौरान।
टॉर्क कन्वर्टर (TC) ऑटोमैटिक वेरिएंट में भी लो स्पीड पर एक्सीलेरेशन करते समय झटके या डाउनशिफ्ट के दौरान रुक-रुक कर चलने जैसी दिक्कतें देखी गई हैं।
संभावित कारण
- DCT क्लच सिस्टम का ओवरहीट होना
- क्लच प्लेट्स का घिस जाना
- TCU (ट्रांसमिशन कंट्रोल यूनिट) में सॉफ्टवेयर ग्लिच
- गियरबॉक्स सॉफ्टवेयर कैलिब्रेशन की समस्या
- TC सिस्टम का असामान्य व्यवहार
कैसे पहचानें
- धीरे-धीरे एक्सीलेरेट करने पर झटके महसूस होना
- गियर बदलते समय हल्का लैग या झिझक
- स्टार्ट लेते समय ‘क्लंक’ जैसी आवाज़ आना
- TC गाड़ियों में स्मूद एक्सीलेरेशन के दौरान झटका आना
समाधान (प्रोफेशनल हेल्प)
- TCU सॉफ्टवेयर को अपडेट कराएं
- अगर क्लच प्लेट्स घिस चुकी हैं तो बदलवाएं (कई केस में वारंटी के तहत कवर)
- DCT के लिए ट्रैफिक में कम ड्राइव करें ताकि सिस्टम पर ज़्यादा लोड न पड़े
- ट्रांसमिशन ऑयल की जांच करें और ज़रूरत हो तो बदलवाएं
2. डीज़ल वेरिएंट में DPF से जुड़ी समस्या
Kia Seltos के डीज़ल वेरिएंट में DPF (डीज़ल पार्टिकुलेट फिल्टर) को लेकर कुछ शिकायतें सामने आई हैं, खासकर तब जब गाड़ी केवल शहरी इलाकों में चलाई जाती है।
संभावित कारण
- शहरी ड्राइविंग में DPF का पूरा रीजनरेशन नहीं हो पाता
- कम गुणवत्ता वाला या मिलावटी डीज़ल
कैसे पहचानें
- डैशबोर्ड पर ‘Check Engine’ लाइट जलना
- गाड़ी का परफॉर्मेंस अचानक से गिर जाना (Limp Mode)
DIY उपाय
- हफ्ते में कम से कम एक बार हाईवे ड्राइव करें (60 किमी/घंटा या उससे ऊपर की स्पीड पर), ताकि DPF खुद साफ हो सके
समाधान (प्रोफेशनल हेल्प)
- अगर DPF पूरी तरह से चोक हो गया हो, तो उसे सर्विस सेंटर से साफ करवाएं या वारंटी के तहत बदलवाएं
- केवल उच्च गुणवत्ता वाला डीज़ल ईंधन इस्तेमाल करें
सस्पेंशन की कठोरता और राइड क्वालिटी से जुड़ी शिकायतें
कई Kia Seltos मालिकों ने शिकायत की है कि सस्पेंशन बहुत कठोर है, जिसकी वजह से खराब सड़कों, गड्ढों और स्पीड ब्रेकर पर गाड़ी चलाना असहज और झटकों भरा हो जाता है।
संभावित कारण
- बेहतर हैंडलिंग के लिए सख्त सस्पेंशन ट्यूनिंग
- टायर प्रेशर का ज़्यादा होना
कैसे पहचानें
- उबड़-खाबड़ रास्तों पर गाड़ी चलते समय तेज़ धक्कों का महसूस होना
- गाड़ी के यात्रियों को असुविधा होना
DIY समाधान
- टायर प्रेशर को 32–33 PSI के बीच बनाए रखें
- गाड़ी को ज़रूरत से ज़्यादा न लादें
प्रोफेशनल समाधान
- किसी अधिकृत Kia सर्विस सेंटर पर सस्पेंशन की जांच करवाएं
- घिसे हुए या डैमेज सस्पेंशन पार्ट्स को बदलवाएं
- अगर राइड कम्फर्ट आपकी प्राथमिकता है, तो आफ्टरमार्केट सस्पेंशन विकल्पों पर भी विचार करें
आईडल पर RPM में उतार-चढ़ाव
कुछ Seltos मालिकों ने देखा है कि गाड़ी जब स्टैंडबाय (idling) पर होती है, तो RPM में असामान्य उतार-चढ़ाव आता है, जो चिंता का कारण बन सकता है।
संभावित कारण
- थ्रॉटल बॉडी में गंदगी या खराबी
- फ्यूल इंजेक्टर या स्पार्क प्लग की खराबी
कैसे पहचानें
- गाड़ी स्टार्ट होने के बाद बिना एक्सीलेरेशन दिए ही RPM मीटर ऊपर-नीचे हो रहा हो
- गाड़ी रुकी हो तब इंजन में हल्के कंपन महसूस हों
प्रोफेशनल समाधान
- OBD डायग्नोस्टिक स्कैन करवाएं
- थ्रॉटल बॉडी और फ्यूल इंजेक्टर की सफाई कराएं
- स्पार्क प्लग अगर घिस चुके हों तो बदलवाएं
रिवर्स गियर में AC से कंपन या कूलिंग में कमी
Kia Seltos की एयर कंडीशनिंग काफी दमदार मानी जाती है, लेकिन कुछ मालिकों ने रिवर्स गियर में AC ऑन रहने पर गाड़ी में ज़्यादा कंपन महसूस किया है और कुछ ने कूलिंग की क्षमता कम होने की शिकायत भी की है।
संभावित कारण
- रिवर्स गियर में इंजन पर बढ़ता लोड
- AC कंप्रेसर या कंडेंसर की कार्यक्षमता में कमी
कैसे पहचानें
- रिवर्स करते समय स्टीयरिंग या पैडल में कंपन महसूस होना
- गर्मियों में केबिन ठंडा होने में देरी होना
प्रोफेशनल समाधान
- AC कंप्रेसर, कंडेंसर और रेफ्रिजरेंट पाइप की जांच कराएं
- ECU अपडेट के ज़रिए इंजन की आइडलिंग RPM को एडजस्ट करें
Infotainment और साउंड सिस्टम से जुड़ी सीमाएं
कई Seltos मालिकों ने शिकायत की है कि फैक्ट्री से मिलने वाली डिफॉल्ट ऑडियो सेटिंग्स के कारण रियर स्पीकर की आवाज़ कम सुनाई देती है और साउंड क्वालिटी भी कमजोर लगती है।
संभावित कारण
- फैक्ट्री ऑडियो ट्यूनिंग का सही न होना
कैसे पहचानें
- रियर स्पीकर से आवाज़ बहुत धीमी आना
- बेस की कमी और सराउंड इफेक्ट का अभाव
DIY समाधान
- Android Auto में "Lounge" मोड से ऑडियो सेटिंग बदलें
- Equaliser सेटिंग में जाकर बेस और बैलेंस को खुद से ट्यून करें
प्रोफेशनल समाधान
- सर्विस सेंटर में फर्मवेयर अपडेट के लिए अनुरोध करें, जिससे मीडिया सिस्टम की परफॉर्मेंस बेहतर हो सके
हाई बीम एडजस्टमेंट और विज़िबिलिटी से जुड़ी समस्याएं
रात में हाई बीम का एलाइनमेंट गलत होने से ड्राइविंग के दौरान साफ़ विज़न नहीं मिलता, जो एक आम परेशानी है।
संभावित कारण
- फैक्ट्री सेटिंग्स सभी ड्राइवर्स के ड्राइविंग पैटर्न के हिसाब से ट्यून नहीं होती
कैसे पहचानें
- लो बीम ठीक काम करता है, लेकिन हाई बीम की रोशनी बहुत ऊपर या बिखरी हुई लगती है
प्रोफेशनल समाधान
- हेडलाइट के पीछे लगे लेवलिंग स्क्रू से बीम को मैन्युअली एडजस्ट करवाएं
- सर्विसिंग के दौरान हेडलाइट बीम एलाइनमेंट की जांच ज़रूर करवाएं
Kia Seltos ओनर्स के लिए प्रिवेंटिव मेंटेनेंस टिप्स
Seltos को बेहतर स्थिति में बनाए रखने के लिए ये सुझाव अपनाएं:
- Kia द्वारा दिए गए सर्विस शेड्यूल को नियमित रूप से फॉलो करें
- टायर प्रेशर को 32–33 PSI पर बनाए रखें ताकि राइड सॉफ्ट बनी रहे
- डीज़ल वैरिएंट के लिए अज्ञात फ्यूल स्टेशनों से बचें और अच्छी क्वालिटी का ईंधन इस्तेमाल करें
- हर कुछ दिनों में हाईवे पर लंबी दूरी की ड्राइव करें ताकि DPF सिस्टम की रीजेनरेशन ठीक से हो सके
- DCT और TC गियरबॉक्स वाली गाड़ियों में समय पर सर्विस करवाना ज़रूरी है
- ECU, TCU या किसी भी तरह के सॉफ्टवेयर अपडेट के नोटिफिकेशन पर ध्यान दें और समय रहते अपडेट करवाएं
निष्कर्ष
Kia Seltos भारत के सबसे ज्यादा बिकने वाले कॉम्पैक्ट SUV मॉडलों में से एक है। इसका स्टाइलिश डिज़ाइन, शानदार फीचर्स और मल्टीपल इंजन विकल्प इसे एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं। हालांकि, इसमें कुछ सामान्य समस्याएं देखने को मिलती हैं, जो लंबे समय में यूज़र अनुभव को प्रभावित कर सकती हैं।
इन समस्याओं के बारे में पहले से जानकारी रखना और समय रहते उन्हें ठीक करवाना आपके लिए परेशानी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। अगर कोई गंभीर दिक्कत सामने आती है, तो इसे हमेशा अधिकृत Kia सर्विस सेंटर पर ले जाना ही समझदारी होगी।
यदि आप इस कार के मौजूदा मालिक हैं, या कोई पुरानी (used) Seltos खरीदने की सोच रहे हैं, तो प्रोफेशनल प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन ज़रूर करवाएं। इससे आप गाड़ी की खामियों का पहले ही पता लगा सकते हैं और बिक्री/खरीद के समय उस रिपोर्ट को दिखा कर विश्वास बढ़ा सकते हैं।
इन सब बातों के अलावा सामान्यतः ये देखा गया है कि टायर प्रेशर के सही ना होने की वजह से बहुत सी दिक्कते आती हैं। जैसे अगर टायर प्रेशर ज्यादा हो तो सड़क पर चलते समय झटके ज्यादा महसूस होते हैं, वहीं अगर टायर प्रेशर कम हो तो गाड़ी का माइलेज कम हो जाता है और गाड़ी के पंचर होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। इसलिए आपको आपकी कार के टायरों का एअर प्रेशर पता होना बहुत जरूरी है। आप किया कारों का टायर प्रेशर हमारे आर्टिकल Kia कारों का टायर प्रेशर कितना होना चाहिए? में पढ़ सकते हैं।