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भारत की सबसे सस्ती डीजल कारें: कीमत, माइलेज और फीचर्स की पूरी जानकारी
- 1भारत में सबसे सस्ती डीज़ल कार है Tata Altroz
- 2भारत में सबसे सस्ती डीज़ल SUV है Mahindra XUV 3XO
- 3Mahindra Bolero और Bolero Neo+ हैं देश की सबसे सस्ती डीज़ल MUVs
- 1. Kia Seltos – डीज़ल SUV की दुनिया में एक दमदार नाम
- 2. Mahindra Bolero Neo+ – डीज़ल पावर और देसी ठाठ
- 3. Mahindra Thar – स्टाइल, पावर और एडवेंचर का धांसू कॉम्बिनेशन
- 4. Hyundai Venue – स्टाइलिश भी, किफायती भी और डीज़ल वाला दम भी
- 5. Tata Nexon – सेफ्टी, दमदार डीज़ल और देसी गर्व का कॉम्बो
- 6. Mahindra XUV 3XO – स्टाइल, ताक़त और टेक्नोलॉजी का नया तड़का
- 7. Mahindra Bolero Neo – पुरानी सोच, नया अंदाज़
- 8. Kia Sonet – स्टाइल भी, दम भी
- 9. Mahindra Bolero – पुरानी कहानी, पुराना भरोसा
- 10. Tata Altroz – डीजल हैचबैक का भरोसेमंद नाम
- निष्कर्ष – क्या डीजल कारें अभी भी ज़रूरी हैं?
कुछ ज़्यादा पुरानी बात नहीं है, जब लोग धड़ल्ले से भारत में सबसे सस्ती डीज़ल कारें ढूंढा करते थे। उस समय डीज़ल गाड़ियों का जलवा ही अलग था। शहर की ट्रैफिक में भी बढ़िया परफॉर्मेंस, और हाईवे पर तो मानो उड़ान भरती थीं – कम खर्च में लंबी दूरी तय करने का जो मज़ा था, वो बस डीज़ल गाड़ियों में ही मिलता था। एसयूवी हो, सेडान हो या फिर छोटी हैचबैक – हर सेगमेंट में डीज़ल का बोलबाला था। कार कंपनियों ने भी खूब डीज़ल इंजन में पैसा लगाया था। एंट्री-लेवल हैचबैक तक में डीज़ल ऑप्शन मिलता था, और लोग खरीदते भी थे।
लेकिन फिर आया 2020। कोविड-19 ने पूरी दुनिया की तस्वीर ही बदल दी। ऑटो इंडस्ट्री की भी किताब दोबारा लिखी गई। सरकार की सख़्त पॉलिसियों और कंपनियों की बदलती सोच ने डीज़ल कारों को धीरे-धीरे पीछे धकेल दिया। एक वक्त था जब हर कंपनी सस्ती से सस्ती डीज़ल कार लाने की होड़ में थी। लेकिन अब हालत ये है कि कंपनियां डीज़ल को आख़िरी विकल्प मान रही हैं। और जैसे ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों ने बाज़ार में तेज़ी पकड़ी, डीज़ल गाड़ियों की हालत और भी बिगड़ गई। आज की तारीख में जो लोग डीज़ल कार खरीदना चाहते हैं, उनके लिए सही दाम में ऑप्शन ढूंढना टेढ़ी खीर बन गया है। पेट्रोल, डीज़ल और इलेक्ट्रिक – इन तीनों के बीच चल रही बहस का असर भी साफ दिख रहा है। हैचबैक और सेडान तो अब लगभग पेट्रोल और दूसरे ऑप्शन पर ही मिल रही हैं।
हाँ, इतना ज़रूर है कि जो लोग सब-कॉम्पैक्ट या प्रीमियम एसयूवी लेते हैं, उनमें से कई अभी भी डीज़ल इंजन को पसंद करते हैं। वजह साफ है – बेहतरीन माइलेज और लंबी दूरी पर बिना थकान के सफर।हमने भी इसी सब पर रिसर्च की और तैयार की है भारत में मौजूद सबसे सस्ती डीज़ल कारों की लिस्ट। वैसे तो अब ज़्यादातर डीज़ल ऑप्शन SUV और MUV में ही रह गए हैं, लेकिन एक हैचबैक अब भी मैदान में डटी हुई है – और वही है आज की तारीख में सबसे सस्ती डीज़ल कार।
मॉडल | शुरुआती कीमत (एक्स-शोरूम) | बॉडी टाइप | ईंधन दक्षता (एआरएआई द्वारा दावा किया गया) | जीएनसीएपी रेटिंग |
Kia Seltos | 12,40,900 रुपये | एसयूवी | 20.7 किमी प्रति लीटर | 3-सितारा |
Mahindra Bolero Neo+ | 11,39,000 रुपये | एमयूवी | ना | ना |
Mahindra Thar | 11,35,000 रुपये | एसयूवी | ना | 4-सितारा |
Hyundai Venue | 10,70,700 रुपये | एसयूवी | 23.4 किमी प्रति लीटर | ना |
Tata Nexon | 9,99,990 रुपये | एसयूवी | 23.23 किमी प्रति लीटर | 5-सितारा |
Mahindra XUV 3XO | 9,99,000 रुपये | एसयूवी | 20.6 किमी प्रति लीटर | ना |
Mahindra Bolero Nio | 9,94,600 रुपये | एमयूवी | 17.29 किमी प्रति लीटर | 1-तारा |
Kia Sonet | 9,79,900 रुपये | एसयूवी | 22.3 किमी प्रति लीटर | ना |
Mahindra Bolero | 9,79,399 रुपये | एमयूवी | 16.7 किमी प्रति लीटर | ना |
Tata Altroz | 8,89,900 रुपये | हैचबैक | 23.64 किमी प्रति लीटर | 5-सितारा |
1. Kia Seltos – डीज़ल SUV की दुनिया में एक दमदार नाम

किआ सेल्टोस को भला कौन नहीं जानता! आज ये देश की सबसे पॉपुलर प्रीमियम कॉम्पैक्ट SUV में से एक है। और इसकी कामयाबी भी कोई छोटी-मोटी नहीं, बल्कि ऐसी छलांग मारी इस गाड़ी ने कि देखते ही देखते लाखों लोगों की पसंद बन गई। इस गाड़ी की लंबी-चौड़ी फीचर्स की लिस्ट तो है ही, लेकिन जो बात इसे सबसे ख़ास बनाती है, वो है इसके इंजन ऑप्शन। जहाँ ज़्यादातर कंपनियाँ सिर्फ पेट्रोल इंजन दे रही हैं, वहीं सेल्टोस में डीज़ल इंजन का ऑप्शन आज भी मौजूद है – और यही बात इसे भीड़ से अलग करती है।
किआ सेल्टोस में आपको मिलता है 1.5-लीटर का दमदार डीज़ल इंजन, जो पावर भी बढ़िया देता है और माइलेज भी। यही नहीं, इसका प्लेटफॉर्म हुंडई क्रेटा जैसा ही है – और दोनों ही गाड़ियाँ आज प्रीमियम कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में डीज़ल ऑप्शन के साथ मिलने वाली गिनी-चुनी गाड़ियों में शामिल हैं।
अगर आपका बजट थोड़ा कम है और फिर भी आप एक भरोसेमंद और बढ़िया चलने वाली गाड़ी चाहते हैं, तो सेकंड-हैंड किआ सेल्टोस आपके लिए एक दमदार ऑप्शन बन सकती है। अच्छी कंडीशन में मिल जाए तो समझिए सोने पे सुहागा!
Kia Seltos मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 6-स्पीड मैनुअल / 6-स्पीड iMT / 6-स्पीड ऑटोमैटिक |
अधिकतम शक्ति | 114 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 250 एनएम |
ईंधन दक्षता | 20.7 किमी प्रति लीटर (मैनुअल और iMT), 19.1 किमी प्रति लीटर (ऑटोमैटिक) |
ईंधन टैंक क्षमता | 50 लीटर |
बैठने की क्षमता | 5 |
बॉडी टाइप | एसयूवी |
Kia Seltos की मुख्य विशेषताएं
पैनोरमिक सनरूफ |
हेड अप डिस्प्ले |
19 स्वायत्त सुविधाओं के साथ लेवल-2 ADAS |
हवादार आगे की सीटें |
दोहरे क्षेत्र वाला स्वचालित जलवायु नियंत्रण |
इंस्ट्रूमेंट कंसोल और इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए 10.25 इंच की फुल-टीएफटी स्क्रीन |
2. Mahindra Bolero Neo+ – डीज़ल पावर और देसी ठाठ

अगर आप पुरानी Mahindra TUV300 को जानते हैं, तो समझ लीजिए बोलेरो नियो+ उसी का नया रूप है। बोलेरो नियो+ असल में बोलेरो नियो का लंबा वर्जन है, जिसमें पीछे की ओर थोड़ा और स्पेस जोड़ दिया गया है – ताकि साइड-फेसिंग सीटें आराम से लगाई जा सकें।इसका जो सीटिंग अरेंजमेंट है – पीछे 2+2 साइड-फेसिंग सीट्स – वो इसे खास बनाता है। मतलब अगर आप ज्यादा लोगों के साथ घूमना-फिरना चाहते हैं या फैमिली बड़ी है, तो ये गाड़ी बड़े काम की चीज़ है। बोलेरो नियो+ एकदम देसी स्टाइल वाली गाड़ी है – मजबूत, भरोसेमंद और दमदार।
सबसे बड़ी बात? ये सिर्फ डीज़ल इंजन में आती है। आज के समय में जब हर जगह पेट्रोल और इलेक्ट्रिक की चर्चा हो रही है, बोलेरो नियो+ उन गिनी-चुनी गाड़ियों में से है जो अब भी सिर्फ डीज़ल पर टिकी हुई हैं। अगर आपका मन पुरानी महिंद्रा बोलेरो लेने का है, और आप थोड़ा स्टाइल, थोड़ा स्पेस और बहुत सारा दम ढूंढ रहे हैं – तो सेकंड-हैंड बोलेरो नियो+ एक ज़बरदस्त ऑप्शन हो सकती है। कम कीमत में बड़ा पैकेज मिल सकता है!
Mahindra Bolero Neo+ मुख्य विवरण
इंजन | 2.2-लीटर चार-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 6-स्पीड मैनुअल |
अधिकतम शक्ति | 118 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 280 एनएम |
ईंधन दक्षता | 14 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 60 लीटर |
बैठने की क्षमता | 9 |
बॉडी टाइप | एमयूवी |
Mahindra Bolero Neo+ मुख्य विशेषताएं
तीसरी पंक्ति में बगल की ओर मुख वाली सीटों के साथ अद्वितीय नौ-सीटर (2+3+4) विन्यास |
9-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम |
स्टीयरिंग पर लगे ऑडियो और ब्लूटूथ नियंत्रण |
आगे की सीटों के लिए अलग-अलग आर्मरेस्ट |
16 इंच मिश्र धातु पहिये |
स्टार्ट-स्टॉप माइक्रो-हाइब्रिड प्रौद्योगिकी |
3. Mahindra Thar – स्टाइल, पावर और एडवेंचर का धांसू कॉम्बिनेशन

महिंद्रा थार सिर्फ एक गाड़ी नहीं है, ये उन लोगों की पसंद है जो गाड़ियों से प्यार करते हैं और थोड़ी हटकर लाइफस्टाइल जीना चाहते हैं। चाहे इसका तीन-दरवाज़ों वाला डिज़ाइन थोड़ा कम प्रैक्टिकल लगे, लेकिन फिर भी थार की डिमांड दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। शुरुआत में थार को दो इंजन ऑप्शन के साथ लॉन्च किया गया था – एक 2.0-लीटर टर्बो पेट्रोल और दूसरा 2.2-लीटर डीज़ल इंजन। और जो लोग थार के दीवाने हैं, उनमें से ज़्यादातर ने डीज़ल वेरिएंट को ही चुना। इसकी वजह? जबरदस्त पावर और लंबी दूरी पर टिकाऊ परफॉर्मेंस। 4x4 वैरिएंट में थार की परफॉरमेंस और उभर कर आती है और ऑफरोडिंग करते समय ड्राइवर को ज्यादा कॉन्फिडेंस महसूस होता है। अगर आप भारत की बेस्ट 4x4 कारों के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो हमारा आर्टिकल भारत में मिलने वाली टॉप 4x4 SUV पढ़ सकते हैं।
लोगों की पसंद को देखते हुए, महिंद्रा ने थार का एक और नया वर्जन निकाला – रियर व्हील ड्राइव वाला। इस वेरिएंट में 1.5-लीटर का छोटा डीज़ल इंजन मिलता है, लेकिन मज़े की बात ये है कि पावर बिल्कुल पुराने 2.2-लीटर इंजन जितनी मिलती है। यानी कम कीमत में वही दम-खम! अब अगर आप सोच रहे हैं कि थार महंगी पड़ेगी, तो सेकंड-हैंड मार्केट में इसका भी बढ़िया ऑप्शन मौजूद है। एक बढ़िया कंडीशन वाली पुरानी थार आपको नए मॉडल से काफी सस्ती मिल सकती है, वो भी वही दमदार लुक, पावर और फीचर्स के साथ।
Mahindra Thar की मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल (आरडब्ल्यूडी) | 2.2-लीटर चार-सिलेंडर डीजल (4WD) |
ट्रांसमिशन | 6-स्पीड मैनुअल | 6-स्पीड मैनुअल/6-स्पीड ऑटोमैटिक |
अधिकतम शक्ति | 115 बीएचपी | 128 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 300 एनएम | 300 एनएम |
ईंधन दक्षता | 15.2 किमी प्रति लीटर | उपलब्ध नहीं है |
ईंधन टैंक क्षमता | 45 लीटर | 57 लीटर |
बैठने की क्षमता | 4 | 4 |
बॉडी टाइप | एसयूवी | एसयूवी |
Mahindra Thar की मुख्य विशेषताएं
छत पर लगे स्पीकर |
7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम |
एलईडी डीआरएल |
18 इंच मिश्र धातु पहिये |
स्टीयरिंग पर लगे ऑडियो, ब्लूटूथ और क्रूज़ नियंत्रण |
अंतर्निर्मित रोल केज |
4. Hyundai Venue – स्टाइलिश भी, किफायती भी और डीज़ल वाला दम भी

आज भले ही मार्केट में वेन्यू के मुकाबले कई नई और दमदार सब-कॉम्पैक्ट SUV आ चुकी हों, लेकिन हुंडई वेन्यू की अपनी एक अलग ही फैन फॉलोइंग है। खासकर उन लोगों के बीच जो एक भरोसेमंद, दमदार और माइलेज देने वाली डीज़ल कार की तलाश में हैं। वेन्यू का 1.5-लीटर डीज़ल इंजन हुंडई की पुरानी खासियतों को साथ लेकर आता है — स्मूद परफॉर्मेंस, अच्छी टॉर्क डिलीवरी और बढ़िया रिफाइनमेंट। और अब जब इसे BS6 स्टेज-II अपडेट भी मिल चुका है, तो इसकी एफिशिएंसी और पावर में और निखार आ गया है। कह सकते हैं कि अपने सेगमेंट में डीज़ल इंजन के मामले में वेन्यू अब भी एक बेंचमार्क है।
अब बात करते हैं असली फायदे की — अगर आपका बजट थोड़ा टाइट है और आप एक ऐसी कार ढूंढ रहे हैं जो डेली यूज़ के लिए फिट हो, परिवार के साथ ट्रिप्स पर जा सके और जेब पर भारी न पड़े, तो सेकंड-हैंड हुंडई वेन्यू एक बढ़िया ऑप्शन हो सकती है। कम कीमत में शानदार लुक, दमदार डीज़ल इंजन और हुंडई की क्वालिटी — तीनों एक साथ।
Hyundai Venue की मुख्य विशेषताएं
इंजन | 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 6-स्पीड मैनुअल |
अधिकतम शक्ति | 114 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 250 एनएम |
ईंधन दक्षता | 23.4 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 45 लीटर |
बैठने की क्षमता | 5 |
बॉडी टाइप | एसयूवी |
Hyundai Venue की मुख्य विशेषताएं
रंगीन TFT MID और ड्राइव मोड थीम के साथ डिजिटल क्लस्टर |
4-तरफ़ा संचालित ड्राइवर सीट |
सिंगल-पैन सनरूफ |
परिवेश प्रकाश व्यवस्था |
2-चरणीय रियर रिक्लाइनिंग सीटें |
लेवल-1 ADAS |
5. Tata Nexon – सेफ्टी, दमदार डीज़ल और देसी गर्व का कॉम्बो

अगर हाल के कुछ सालों में किसी गाड़ी ने टाटा मोटर्स को पैसेंजर कार मार्केट में फिर से टॉप पर पहुंचाया है, तो वो है टाटा नेक्सन। और ये बात सिर्फ़ ब्रांड इमेज की नहीं है, बल्कि गाड़ी ने भी हर टेस्ट में खुद को साबित किया है। नेक्सन भारत की पहली कार थी जिसे GNCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली — और यही इसे बाकी गाड़ियों से अलग बनाता है। लेकिन सिर्फ सेफ्टी ही नहीं, नेक्सन अपने इंजन ऑप्शन को लेकर भी खास है। ये उन कुछ सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी में से एक है जिसमें डीज़ल वेरिएंट उतना ही दमदार है जितना पेट्रोल वाला। इसका 1.5-लीटर डीज़ल इंजन भले ही अपने कॉम्पिटीटर्स जितना रिफाइंड न लगे, लेकिन जब बात पावर और टॉर्क की आती है, तो ये किसी से कम नहीं।
अगर आपको Tata Nexon ही लेनी है तो आप Nexon EV भी ले सकते हैं। एक बार चार्ज होने पर 489 किलोमीटर तक की रेंज देने वाली नेक्सॉन एक अच्छा विकल्प हो सकती है। नेक्सॉन की तरह ही अन्य इलैक्ट्रॉनिक गाड़ियों की जानकारी के लिए आप हमारा आर्टिकल भारत की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कारें 2025 पढ़ सकते हैं।
और अगर आप नई गाड़ी नहीं खरीदना चाहते, तो सेकंड-हैंड टाटा नेक्सन एक बढ़िया ऑप्शन है। अच्छी कंडीशन में इस्तेमाल की गई नेक्सन आपको शानदार लुक, मजबूती और सेफ्टी – सब कुछ देती है, वो भी कम दाम में।
Tata Nexon मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 6-स्पीड मैनुअल / 6-स्पीड एएमटी |
अधिकतम शक्ति | 111 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 260 एनएम |
ईंधन दक्षता | 23.23 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 44 लीटर |
बैठने की क्षमता | 5 |
बॉडी टाइप | एसयूवी |
Tata Nexon की मुख्य विशेषताएं
10.25 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम |
नेविगेशन डिस्प्ले के साथ 10.25-इंच फुल-TFT इंस्ट्रूमेंट कंसोल |
हवादार आगे की सीटें |
वायरलेस चार्जर |
आवाज़ नियंत्रित एकल-फलक सनरूफ़ |
JBL का 9-स्पीकर ऑडियो सिस्टम |
6. Mahindra XUV 3XO – स्टाइल, ताक़त और टेक्नोलॉजी का नया तड़का

महिंद्रा की XUV 300 को तो आप जानते ही होंगे, अब उसका नया अवतार आया है – XUV 3XO। इस नए फेसलिफ़्टेड मॉडल में काफी कुछ बदला गया है – बाहर से देखने में ज़्यादा स्टाइलिश लगती है, और अंदर बैठते ही नए फीचर्स का तड़का महसूस होता है। लेकिन जो चीज़ नहीं बदली, वो है इसका दमदार दिल – यानि 1.5-लीटर डीज़ल इंजन। ये वही इंजन है जो पहले वाले वर्जन में भी था और अब भी परफॉर्मेंस और माइलेज का ज़बरदस्त कॉम्बिनेशन देता है। और ज़्यादा पावर और टॉर्क के मामले में भी यह अपनी कैटेगरी में सबसे आगे है।
दिलचस्प बात ये है कि टाटा नेक्सन के अलावा XUV 3XO ही ऐसी सब-कॉम्पैक्ट SUV है जिसमें डीज़ल इंजन के साथ AMT गियरबॉक्स भी मिलता है। यानी ड्राइव करने में मस्त और आरामदायक – दोनों।अगर आप सस्ती लेकिन दमदार सेकंड-हैंड SUV की तलाश में हैं, तो पुरानी XUV 3XO को मिस मत करिए। इसमें आपको स्टाइल, स्पेस, सेफ्टी और बचत – सबकुछ एक साथ मिल जाता है। एक तरह से बोले तो — "बॉस गाड़ी है ये!"
Mahindra XUV 3XO मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 6-स्पीड मैनुअल / 6-स्पीड एएमटी |
अधिकतम शक्ति | 113 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 300 एनएम |
ईंधन दक्षता | 20.6 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 42 लीटर |
बैठने की क्षमता | 5 |
बॉडी टाइप | एसयूवी |
Mahindra XUV 3XO मुख्य विशेषताएं
लेवल-2 एडीएएस |
इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक |
पैनोरमिक सनरूफ |
7-स्पीकर हरमन कार्डन ऑडियो सिस्टम |
दोहरे क्षेत्र वाला स्वचालित जलवायु नियंत्रण |
तीन ड्राइव मोड - ज़िप, जैप और ज़ूम और स्मार्ट स्टीयरिंग मोड |
7. Mahindra Bolero Neo – पुरानी सोच, नया अंदाज़

अगर आप ऐसी गाड़ी चाहते हैं जो दिखने में सादी हो लेकिन काम में दमदार, तो महिंद्रा बोलेरो नियो एक शानदार विकल्प है। ये गाड़ी उन लोगों के लिए बनी है जो SUV में पैसा वसूल यूटिलिटी ढूंढते हैं — बिना ज़्यादा तामझाम के। बोलेरो नियो दिखने में भले ही XUV 3XO जितनी चमचमाती ना हो, लेकिन इसका लैडर-ऑन-फ्रेम चेसिस इसे देहाती रास्तों पर भी मस्त बनाता है। यानी खेत-खलिहान से लेकर शहर की सड़कों तक, हर जगह इसकी पकड़ बनी रहती है।
इसमें भी 1.5-लीटर डीज़ल इंजन दिया गया है, लेकिन ये XUV 3XO से अलग ट्यूनिंग वाला है — थोड़ा सरल, लेकिन काम का। और सबसे बड़ी बात – ये है एक सात सीटर SUV, यानी पूरे खानदान के साथ कहीं भी निकल पड़ो, सीट की टेंशन नहीं! पुरानी बोलेरो नियो लेने का फायदा ये है कि ये आपको कम दाम में बढ़िया माइलेज, मजबूत बॉडी और भरपूर जगह देती है। ऐसी कार उन लोगों के लिए एकदम परफेक्ट है जो ज़िंदगी में कम दिखावा और ज़्यादा काम पर भरोसा करते हैं।
Mahindra Bolero Neo मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर तीन-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 5-स्पीड मैनुअल |
अधिकतम शक्ति | 98 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 260 एनएम |
ईंधन दक्षता | 17.29 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 50 लीटर |
बैठने की क्षमता | 7 |
बॉडी टाइप | एसयूवी
|
Mahindra Bolero Neo की मुख्य विशेषताएं
7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम |
स्टीयरिंग पर लगे ऑडियो, ब्लूटूथ और क्रूज़ नियंत्रण |
फ़ॉलो-मी-होम हेडलैम्प्स |
15 इंच मिश्र धातु पहिये |
6-स्पीकर ऑडियो सिस्टम |
एक्स-प्रकार स्पेयर व्हील कवर |
8. Kia Sonet – स्टाइल भी, दम भी

किआ सोनेट को देखकर पहली नज़र में ही पसंद आ जाती है। छोटी SUV में ऐसा लुक कम ही देखने को मिलता है। हुंडई वेन्यू का जो काम आसान और सिंपल अंदाज़ में होता है, सोनेट वही काम स्टाइल और फीचर से भरपूर अंदाज़ में करती है। इसका 1.5-लीटर डीज़ल इंजन हुंडई वेन्यू वाला ही है — वही दमदार, भरोसेमंद और किफ़ायती। लेकिन जो बात इसे खास बनाती है, वो है इसके ट्रांसमिशन ऑप्शन। जहाँ वेन्यू में मैनुअल ही मिलता है, वहीं सोनेट में आपको 6-स्पीड iMT (यानि बिना क्लच का मैनुअल) और 6-स्पीड ऑटोमैटिक भी मिल जाता है। यानी, जैसे चाहो वैसे चलाओ।
इतना ही नहीं, सोनेट वो सबसे सस्ती डीज़ल SUV है जिसमें ADAS (सेफ़्टी वाला स्मार्ट सिस्टम) मिलता है। इस बजट में सेफ़्टी के इतने फ़ीचर मिलना वाकई बड़ी बात है।
Kia Sonet मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 6-स्पीड मैनुअल / 6-स्पीड iMT / 6-स्पीड ऑटोमैटिक |
अधिकतम शक्ति | 114 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 250 एनएम |
ईंधन दक्षता | 22.3 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 45 लीटर |
बैठने की क्षमता | 5 |
बॉडी टाइप | एसयूवी
|
Kia Sonet की मुख्य विशेषताएं
हवादार आगे की सीटें |
वायरलेस चार्जर |
वॉयस-असिस्टेड सिंगल-पैन सनरूफ |
BOS से 7-स्पीकर ऑडियो सिस्टम |
4-तरफ़ा संचालित ड्राइवर सीट |
इंस्ट्रूमेंट कंसोल और इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए 10.25 इंच की फुल-टीएफटी स्क्रीन |
9. Mahindra Bolero – पुरानी कहानी, पुराना भरोसा

महिंद्रा बोलेरो की बात करें तो ये एक ऐसी कार है जिसे देखकर लगता है, “अगर टूटा नहीं है तो ठीक क्यों किया जाए।” थोड़ा पुराना डिज़ाइन और पुराने जमाने के मैकेनिकल हिस्से होने के बावजूद भी बोलेरो की माँग कम नहीं हुई है। खासकर छोटे शहरों और गाँवों में ये कार आज भी खूब पसंद की जाती है।
इसकी सफलता का सबसे बड़ा राज़ है इसका 1.5-लीटर डीजल इंजन, जो भरोसेमंद होने के साथ-साथ रिफाइनमेंट और परफॉर्मेंस में भी अच्छा है। बोलेरो का ये इंजन इसे बाकी कॉम्पैक्ट SUV से अलग बनाता है।
जहाँ तक फीचर्स और नयापन का सवाल है, बोलेरो इसमें ज्यादा कुछ नया नहीं देती। लेकिन इसके मजबूत लैडर-ऑन-फ्रेम और दमदार मैकेनिकल सिस्टम की वजह से ये कार लंबे वक्त तक चलती है और भरोसेमंद साबित होती है।
अगर आप ऐसी कार लेना चाहते हैं जो नई कार का भारी खर्चा ना हो, फिर भी टिकाऊ और भरोसेमंद हो, तो सेकंड-हैंड महिंद्रा बोलेरो आपके लिए एक बढ़िया ऑप्शन है।
Mahindra Bolero मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर तीन-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 5-स्पीड मैनुअल |
अधिकतम शक्ति | 74 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 210 एनएम |
ईंधन दक्षता | 16.7 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 60 लीटर |
बैठने की क्षमता | 7 |
बॉडी टाइप | एमयूवी |
Mahindra Bolero की मुख्य विशेषताएं
ब्लूटूथ और ऑक्स के साथ 1-DIN ऑडियो सिस्टम |
पूर्णतः डिजिटल ड्राइवर सूचना प्रणाली डिस्प्ले |
तीसरी पंक्ति में बगल की ओर वाली सीटें |
स्टार्ट-स्टॉप माइक्रो-हाइब्रिड प्रौद्योगिकी |
आगे और पीछे धातु बम्पर |
मैनुअल एसी |
10. Tata Altroz – डीजल हैचबैक का भरोसेमंद नाम

जब आजकल ज़्यादातर कंपनियाँ अपनी छोटी कारों में पेट्रोल और CNG ही देती हैं, तो टाटा अल्ट्रोज़ को खास तारीफ मिलती है कि उसने अभी भी डीजल इंजन का विकल्प रखा है। ये भारत में डीजल इंजन वाली एकमात्र हैचबैक है। टाटा अल्ट्रोज़ में नेक्सन के 1.5-लीटर डीजल इंजन का थोड़ा कम पावर वाला वर्ज़न मिलता है।
मिड-स्पेक वेरिएंट में दिया गया ये डीजल इंजन इसे भारत की सबसे सस्ती डीजल कार बनाता है। साथ ही, टाटा अल्ट्रोज़ ने ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार की शानदार रेटिंग भी पाई है, जो इसे देश की सबसे सुरक्षित हैचबैक बनाती है। अगर आप सेकंड-हैंड कार खरीदने का सोच रहे हैं, तो टाटा अल्ट्रोज़ आपके लिए एक बढ़िया विकल्प है। ये कार सस्ती, भरोसेमंद और रख-रखाव में भी आसान है, साथ ही इसमें आजकल के ज़रूरी फीचर्स भी मिल जाते हैं।
Tata Altroz के मुख्य विवरण
इंजन | 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल |
ट्रांसमिशन | 5-स्पीड मैनुअल |
अधिकतम शक्ति | 88 बीएचपी |
अधिकतम टौर्क | 200 एनएम |
ईंधन दक्षता | 23.64 किमी प्रति लीटर |
ईंधन टैंक क्षमता | 37 लीटर |
बैठने की क्षमता | 5 |
बॉडी टाइप | हैचबैक |
Tata Altroz की मुख्य विशेषताएं
360 डिग्री पार्किंग कैमरा |
10.25-इंच फुल-TFT टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम |
7-इंच पूर्ण-TFT इंस्ट्रूमेंट कंसोल |
वॉयस-असिस्टेड सनरूफ |
वायरलेस चार्जर |
हवादार आगे की सीटें |
निष्कर्ष – क्या डीजल कारें अभी भी ज़रूरी हैं?
आजकल कई बड़ी कंपनियों जैसे मारुति सुजुकी, होंडा, वोक्सवैगन, रेनॉल्ट और स्कोडा ने पेट्रोल कारों पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया है। इनके पेट्रोल मॉडल ही ज्यादा बिक रहे हैं, जिससे लोग सोचने लगे हैं कि डीजल कारों की जरूरत है या नहीं। साथ ही, कड़े सरकारी नियम और नई नीतियां भी डीजल कार खरीदने वालों को रोक रही हैं। फिर भी, भारत में डीजल कारों की बिक्री ये दिखाती है कि अभी भी बहुत लोग डीजल कारें पसंद करते हैं।
बाजार में नए ट्रेंड के चलते लोग अब पेट्रोल और इलेक्ट्रिक कारों की तरफ ज्यादा जा रहे हैं। लेकिन प्रीमियम कॉम्पैक्ट, मिड-साइज़ एसयूवी और एमयूवी में डीजल इंजन अभी भी अच्छी माइलेज और ताकत के लिए पसंदीदा हैं। जब लोग अपनी एसयूवी से अच्छा माइलेज चाहते हैं, तब डीजल इंजन उन्हें किफायती और भरोसेमंद विकल्प देते हैं।
इसलिए, डीजल कारें अभी भी कई लोगों के लिए जरूरी हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबा सफर करते हैं और अच्छी माइलेज चाहते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सभी को बड़ा करें

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