

लोन क्लियर किए बिना कार बेचना चाहते हैं? यह गाइड जरूर पढ़ें
- 1आरटीओ के नियमों के अनुसार, बिक्री से पहले विक्रेता को हाइपोथेकशन हटवाना होता है
- 2बचे हुए लोन की राशि विक्रेता खुद चुका सकता है या खरीदार से समझौता कर सकता है
- 3लोन वाली गाड़ी बेचने का प्रोसेस आरटीओ में 4 सप्ताह या उससे ज़्यादा समय ले सकता है
हाँ, लोन पर ली हुई कार बेचना संभव है, लेकिन इसके लिए बेचने वाले (सेलर) और खरीदने वाले (बायर) दोनों की तरफ से धैर्य और सही प्रक्रिया का पालन करना ज़रूरी है। कार बेचने से पहले आपको फाइनेंसर (बैंक/एनबीएफसी) से एनओसी (No Objection Certificate) लेना होता है और कार की आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) से हाइपोथिकेशन हटवाना जरूरी है।
इन्हीं स्टेप्स के पूरा होने के बाद कार को कानूनी रूप से नए मालिक के नाम ट्रांसफर किया जा सकता है। अगर आप जानना चाहते हैं कि लोन वाली कार कैसे बेच सकते हैं, तो यह आर्टिकल आपको पूरी प्रक्रिया और लोन सेटलमेंट के विकल्प समझाएगा।
क्या लोन पर ली हुई कार बेचना संभव है?
कार लोन आपको बिना पूरी कीमत एक साथ चुकाए, ईएमआई (EMI) के ज़रिए गाड़ी खरीदने की सुविधा देता है। लेकिन अगर आप लोन पर ली हुई कार को बेचना चाहते हैं और लोन अब भी बाकी है, तो इसके लिए कुछ अतिरिक्त स्टेप्स अपनाने होंगे।
इसमें शामिल हैं:
- बकाया लोन अमाउंट को क्लियर करना
- फाइनेंसर से एनओसी प्राप्त करना
- आरसी से हाइपोथिकेशन हटवाना
- कार बेचना और ओनरशिप ट्रांसफर करना
कई बार ऐसा भी होता है कि सेलर पहले बायर खोज लेता है और लोन बाद में क्लियर करता है। लेकिन इस स्थिति में बायर को पूरी जानकारी होनी चाहिए और धैर्य रखना होगा, क्योंकि आरटीओ (RTO) में हाइपोथिकेशन हटवाने की प्रक्रिया को चार हफ्ते या उससे ज्यादा समय लग सकता है।
लोन पर कार बेचने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया
लोन पर ली हुई कार बेचने के लिए कुछ अतिरिक्त कदम उठाने पड़ते हैं। आइए इन्हें विस्तार से समझते हैं:
1. कार और बकाया लोन अमाउंट का मूल्यांकन करें
लोन वाली कार बेचने से पहले उसकी मार्केट वैल्यू का सही अंदाज़ा लगाना ज़रूरी है। इसके लिए:
- यूज़्ड कार क्लासिफाइड्स और ऑनलाइन लिस्टिंग्स देखें
- यूज़्ड कार डीलरों से प्राइस कम्पेयर करें
अगर कार की मार्केट वैल्यू आपके बकाया लोन अमाउंट से अधिक है, तो आपको मुनाफा होगा। लेकिन अगर मार्केट वैल्यू कम है, तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। लोन अमाउंट का सही अंदाज़ा भी पहले से कर लें ताकि प्रक्रिया शुरू होने पर कोई परेशानी न हो। ध्यान रखें कि कई फाइनेंसर लोन को जल्दी बंद करने पर पेनल्टी भी चार्ज करते हैं।
2. लोन पेऑफ अमाउंट क्लियर करें
अपने फाइनेंसर से बात करें और लोन क्लियर करने का सबसे अच्छा तरीका जानें।
- कई फाइनेंसर ऐसी परिस्थितियों के लिए अलग प्रोसेस रखते हैं।
- आप पेनल्टी पर बातचीत कर सकते हैं या अतिरिक्त पेमेंट करके लोन फोरक्लोज़ कर सकते हैं।
- लोन क्लियर करने के बाद फाइनेंसर आपको एनओसी (No Objection Certificate) और नो ड्यूज़ सर्टिफिकेट देगा।
यही डॉक्यूमेंट्स आरसी से हाइपोथिकेशन हटवाने के लिए ज़रूरी हैं।
आरसी से हाइपोथिकेशन हटाना
भारतीय कानून के अनुसार, कार की बिक्री से पहले उसकी आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) से हाइपोथिकेशन हटाना अनिवार्य है। हाइपोथिकेशन का अर्थ है कि आपकी कार लोन के बदले फाइनेंसर के पास गिरवी रखी गई है। हाइपोथिकेशन हटाने का मतलब है कि कार कानूनी रूप से सभी बकाया से मुक्त है और अब फाइनेंसर से कोई बंधन नहीं है।
इसके लिए आपको फाइनेंसर से मिली एनओसी (No Objection Certificate), फॉर्म 35 की दो प्रतियाँ और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ संबंधित आरटीओ (RTO) में जमा करने होंगे। यह प्रक्रिया 2 से 4 हफ्तों तक चल सकती है। जैसे ही आपके दस्तावेज़ पूरे हो जाते हैं, हमारी प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि आपकी कार की बिक्री बिना किसी अतिरिक्त देरी के पूरी हो सके। अगर आप आरसी से हायपोथिकेशन हटवाना चाहते हैं तो हमारा आर्टिकल RC से हाइपोथिकेशन हटवाने का आसान तरीका पढ़िए।
खरीददार को जानकारी देते रहें
अगर आपने लोन पर ली हुई कार का विज्ञापन पहले ही दे दिया है, तो ईमानदारी सबसे अच्छा तरीका है। अपने खरीददार को हर चरण की जानकारी दें—लोन चुकाने से लेकर फाइनेंसर को भुगतान, और आरटीओ में हाइपोथिकेशन हटाने की स्थिति तक। चूँकि यह प्रक्रिया समय ले सकती है, इसलिए खरीददार को अपडेट रखना ज़रूरी है। इससे सौदे में भरोसा बढ़ता है और बिक्री सफलतापूर्वक पूरी होती है।
हमारी विक्रेता सुरक्षा नीति ‘कवच’ के तहत, आप तब तक सुरक्षित रहते हैं जब तक आरसी पूरी तरह नए खरीददार के नाम ट्रांसफर नहीं हो जाती। इससे आप अनचाहे चालान या अन्य जिम्मेदारियों से बचे रहते हैं।
स्वामित्व (ओनरशिप) का स्थानांतरण
जब आपकी कार की आरसी से हाइपोथिकेशन हट जाता है और स्वामित्व कानूनी रूप से आपके नाम दर्ज हो जाता है, तब आप कार को अगले खरीददार को बेच सकते हैं। इसके बाद की बिक्री प्रक्रिया किसी भी अन्य पुरानी कार की बिक्री जैसी ही रहती है।
लोन पर कार बेचने के वैकल्पिक विकल्प
अगर किसी कारणवश आप ऊपर बताए गए चरणों को फॉलो नहीं कर पाते, तो लोन पर कार बेचने के लिए कुछ अन्य विकल्प मौजूद हैं:
विकल्प 1: अपनी कार का लोन किसी और को ट्रांसफर करना
कुछ फाइनेंसर यह विकल्प देते हैं कि आप अपनी कार बेच दें और बकाया लोन को खरीददार को ट्रांसफर कर दें। इसके लिए आपको ऐसा भरोसेमंद खरीददार ढूँढना होगा, जो पहले आपके लोन की जिम्मेदारी लेने को तैयार हो और उसके बाद कार का मालिकाना हक ले।
चूँकि हाइपोथिकेशन रहते हुए कार का स्वामित्व ट्रांसफर करना कानूनी रूप से मान्य नहीं है, इसलिए लोन पूरा चुकने तक खरीददार को कानूनी मालिक नहीं माना जाएगा। इस स्थिति में, विक्रेता और खरीददार के बीच यह तय होना चाहिए कि प्री-क्लोज़र फीस और अन्य चार्ज किसे देना है।
विकल्प 2: डीलरशिप पर ट्रेड-इन करना
आप अपनी लोन वाली कार को किसी डीलरशिप पर नई कार के बदले ट्रेड-इन कर सकते हैं। इस स्थिति में डीलर आपका लोन संभाल लेता है। हालांकि यह कम ही होता है क्योंकि इसमें कई औपचारिकताएँ होती हैं। लेकिन कुछ डीलर यह सुविधा दे सकते हैं।
आप अपनी कार CARS24 पर भी बेच सकते हैं, जहाँ हम न केवल आपके लोन का निपटान करते हैं बल्कि पूरी प्रक्रिया तेज़ी से पूरी करते हैं ताकि आप बिना देरी के अपनी अगली कार ले सकें।
विकल्प 3: निजी खरीददार को बेचें और बिक्री की रकम से लोन चुकाएँ
लोन पर कार बेचने का एक और तरीका है कि आप ऐसा निजी खरीददार ढूँढें, जो आपको बकाया लोन चुकाने लायक रकम दे और फिर कार का मालिकाना हक ले। एक बार लोन क्लियर हो जाने और हाइपोथिकेशन हटने के बाद, कार का स्वामित्व कानूनी रूप से ट्रांसफर हो सकता है।
यह तरीका तभी सही ढंग से काम करता है जब विक्रेता और खरीददार एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हों, क्योंकि इस प्रकार के सौदे में भरोसे का स्तर काफी ऊँचा होना चाहिए।
कानूनी और वित्तीय असर
जैसा कि पहले समझाया गया है, जब तक आपकी कार की आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) से हाइपोथिकेशन नहीं हटेगा, आप उसकी ओनरशिप किसी और को कानूनी तौर पर ट्रांसफर नहीं कर सकते। अगर बेचने वाला कार लोन की डिटेल्स छुपाता है, तो उस पर कानूनी जिम्मेदारी आ सकती है और उसे पेनल्टी फीस जैसी फाइनेंशियल दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
लोन पर कार बेचने के टिप्स
लोन पर कार बेचना उतना सीधा नहीं है जितना एक नॉर्मल यूज़्ड कार बेचना। हालांकि, यूज़्ड कार बेचने के कई टिप्स यहाँ भी लागू होते हैं, लेकिन इस केस में फाइनेंसर को भी प्रॉसेस में शामिल करना बहुत जरूरी है।
सारांश
अब जब आपको लोन पर ली हुई कार बेचने का पूरा प्रॉसेस क्लियर हो गया है, तो सवाल है – क्या सच में लोन वाली कार बेचनी चाहिए?
इसका जवाब आपकी सिचुएशन पर निर्भर करता है। अगर आप कार का लोन मैनेज नहीं कर पा रहे हैं या ईएमआई सही से प्लान नहीं की थी, तो कार बेचना स्मार्ट ऑप्शन है। हो सकता है इस प्रॉसेस में आपको थोड़ा नुकसान हो, लेकिन अगर आप लोन पेमेंट नहीं करेंगे तो आपको हेवी पेनल्टी और CIBIL स्कोर में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप अपनी कार अपग्रेड करना चाहते हैं, तब भी लोन वाली कार बेचना एक सही ऑप्शन है। CARS24 के साथ आपको मिलेगा सबसे तेज़ सेलिंग एक्सपीरियंस, कार का बेस्ट मार्केट प्राइस और पूरा सेलर प्रोटेक्शन, ताकि गाड़ी हैंडओवर करने के बाद भी आपको किसी तरह की लीगल या फाइनेंशियल परेशानी न हो।