

पुरानी Renault Kwid खरीदने से पहले जानें फ़ायदे, नुकसान और आम समस्याएँ
- 1रेनॉल्ट क्विड एक कॉम्पैक्ट हैचबैक है जिसमें क्रॉसओवर जैसी झलक मिलती है
- 2क्विड मैन्युअल और ऑटोमेटिक दोनों ट्रांसमिशन के साथ दो इंजन विकल्पों में आती थी
- 3कॉम्पैक्ट बॉडी और जबरदस्त माइलेज ने क्विड को भारत में बेहद लोकप्रिय बना दिया
Renault Kwid को भारत में पहली बार 2015 में लॉन्च किया गया था, जिसका मकसद Maruti Suzuki Alto को टक्कर देना था। इस क्रॉसओवर हैचबैक ने अपनी कॉम्पैक्ट साइज़, समझदारी से दिए गए फ़ीचर्स और किफायती इंजन के कारण बाज़ार में तेज़ी से पहचान बनाई। इसके बोल्ड डिज़ाइन और साइड क्लैडिंग ने इसे एक SUV जैसी झलक दी, जो इसे बाक़ी हैचबैक से अलग बनाती थी।
शुरुआत में Kwid को 800cc पेट्रोल इंजन और मैनुअल गियरबॉक्स के साथ पेश किया गया था। लेकिन समय के साथ इसमें 999cc (1.0 लीटर) इंजन और AMT (ऑटोमैटेड गियरबॉक्स) का विकल्प भी जोड़ा गया। 2022 में आए नए संस्करण में इसके डिज़ाइन और फ़ीचर्स में कई बदलाव किए गए, जिसमें पर्सनलाइज़ेशन और एक्सेसरी पैक के कई विकल्प भी शामिल किए गए।
Renault Kwid: मॉडल परिचय
Renault Kwid ने भारत में Renault के लिए छोटे कार सेगमेंट में रास्ता खोला। इसकी सबसे बड़ी ताक़त थी — कॉम्पैक्ट आकार, अलग दिखने वाला डिज़ाइन, किफायती इंजन और बेहतरीन सस्पेंशन व राइड क्वालिटी।
पहली पीढ़ी (2015–2019)

Renault Kwid को सितंबर 2015 में लॉन्च किया गया था और यह 2019 तक बिक्री में रही, जब इसका पहला फेसलिफ्ट आया। यह Renault और Nissan द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किए गए CMF-A (कॉम्पैक्ट मॉड्यूलर फ्रंट आर्किटेक्चर) प्लेटफॉर्म पर आधारित थी। यही इसकी हल्की बनावट, बेहतर प्रदर्शन और सवारी अनुभव की वजह बनी।
इसमें 13 इंच के पहिए दिए गए थे, जिन पर 155/80 साइज के टायर लगे थे। इसमें एक ही बड़ा विंडशील्ड वाइपर था — जो इसकी कम लागत में निर्माण की झलक देता था। साथ ही 300 लीटर का बूट स्पेस इसे अपने वर्ग में सबसे आगे रखता था।

शुरुआत में इसमें केवल 0.8 लीटर, 3-सिलेंडर पेट्रोल इंजन और 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स था। यह Alto के मार्केट शेयर में सेंध लगाने के मकसद से लाई गई थी। यह इंजन 53 बीएचपी और 72 एनएम टॉर्क देता था। पूरी तरह भारत में निर्मित होने के कारण इसकी लागत कम रही और इसकी शुरुआती क़ीमत ₹2.57 लाख थी।
1.0-लीटर इंजन का आगमन

एक साल बाद इसका दूसरा संस्करण पेश किया गया, जिसमें 1.0 लीटर, 3-सिलेंडर पेट्रोल इंजन दिया गया, जो 67 बीएचपी और 91 एनएम टॉर्क देता था। इस वर्ज़न को दरवाज़ों के नीचे दिए गए चेकर्ड ग्राफिक्स और ‘1.0’ स्टिकर से पहचाना जा सकता था।
इसमें 5-स्पीड मैनुअल और AMT दोनों गियरबॉक्स विकल्प दिए गए थे। AMT को “Easy-R” नाम दिया गया था, जिसमें सेगमेंट का पहला रोटरी डायल ड्राइव सेलेक्टर था।
Kwid Climber का आगमन
Renault Kwid Climber को 2016 ऑटो एक्सपो में एक कॉन्सेप्ट मॉडल के तौर पर पेश किया गया था। 2018 में इसे प्रोडक्शन वर्ज़न में लाया गया और यह लाइनअप का टॉप मॉडल बना।
यह केवल 1.0 लीटर इंजन के साथ उपलब्ध था, जिसमें मैनुअल और AMT दोनों विकल्प दिए गए। इसके डिज़ाइन में Zanskar Blue रंग के साथ नारंगी रंग की हाइलाइट्स दी गई थीं — जैसे मिरर कवर, स्किड प्लेट और रूफ़ रेल पर।
पहला फेसलिफ्ट (2019–2022)

Renault Kwid को अक्टूबर 2019 में पहला बड़ा फेसलिफ्ट दिया गया। इसका नया डिज़ाइन आज भी काफी आकर्षक लगता है — पतली LED डे-टाइम रनिंग लाइट्स को हेडलैम्प क्लस्टर के ऊपर लगाया गया है। ये लाइट्स Renault की सिग्नेचर ग्रिल से मेल खाती हैं और Kwid को नए दौर के हिसाब से स्टाइलिश बनाती हैं।
इसके अलावा इसमें बड़े 14 इंच के पहिए और 165/70 टायर लगे। इंटीरियर में 8 इंच का “MediaNAV” टचस्क्रीन दिया गया, जिसमें Apple CarPlay और Android Auto की सुविधा थी। इस संस्करण में ऑप्शनल पैसेंजर एयरबैग भी जोड़ा गया।
इंजन विकल्प वही रखे गए — 0.8 लीटर (53 बीएचपी) और 1.0 लीटर (67 बीएचपी), दोनों मैनुअल और AMT गियरबॉक्स के साथ जारी रहे।
दूसरा फेसलिफ्ट (2022–वर्तमान)

2022 में Renault Kwid को एक और बड़ा अपडेट मिला। अब 800cc इंजन को बंद कर दिया गया और 1.0 लीटर इंजन को BS6 स्टेज II मानकों के अनुसार अपडेट किया गया। साथ ही इसमें कई सुरक्षा फीचर्स भी जोड़े गए — जैसे इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), और AMT वेरिएंट्स में हिल-स्टार्ट असिस्ट (HSA) भी दिया गया।
बाहर से देखने पर अब Kwid में ड्यूल-टोन पेंट विकल्प और नए डिज़ाइन के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। इंटीरियर में एक नया 8-इंच “MediaNAV Evolution” टचस्क्रीन शामिल है, जिसमें स्मार्टफोन कनेक्टिविटी (Android Auto, Apple CarPlay), वॉइस रिकग्निशन और वीडियो प्लेबैक की सुविधा है।
अब इसकी शुरुआती क़ीमत ₹4.49 लाख हो गई है, लेकिन इसके साथ ड्यूल एयरबैग और ABS+EBD जैसे जरूरी सुरक्षा फीचर्स स्टैंडर्ड रूप में दिए जा रहे हैं। आज तक भारत में Kwid की बिक्री 4 लाख से ज़्यादा हो चुकी है।
Renault Kwid की सर्विस और मेंटेनेंस से जुड़ी ज़रूरी बातें

Renault Kwid इस्तेमाल में हल्की, किफायती और शहरों के लिए उपयुक्त कार है, लेकिन जब बात आती है सेकेंड हैंड Renault Kwid खरीदने की, तो मेंटेनेंस और सर्विस का खर्च सबसे अहम पहलुओं में से एक होता है। इससे न सिर्फ कुल मालिकाना लागत प्रभावित होती है, बल्कि लंबे समय तक वाहन के अनुभव पर भी असर पड़ता है।
Renault India ने समय के साथ अपने सर्विस नेटवर्क को बेहतर बनाया है और Kwid का इसका स्पष्ट लाभ मिला है। आइए जानते हैं Renault Kwid की पहले 5 वर्षों की औसत सर्विस लागत।
Renault Kwid की मेंटेनेंस और सर्विस लागत

Renault Kwid के पार्ट्स भारत में आसानी से मिल जाते हैं, क्योंकि कंपनी ने देशभर में अपने सर्विस नेटवर्क और टचपॉइंट्स को लगातार बढ़ाया है। Renault के पास ऑरिजिनल पार्ट्स के लिए कई अधिकृत डीलर और सर्विस सेंटर हैं, जिससे समय पर गाड़ी की सर्विस कराना आसान हो जाता है।
हालांकि, अगर Kwid ज़्यादा चली हुई है, तो उसे नियमित सर्विस के अलावा कुछ बड़े पार्ट्स की रिप्लेसमेंट की ज़रूरत भी हो सकती है। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख मेंटेनेंस से जुड़े हिस्सों और उनके खर्चों के बारे में:
ब्रेक सिस्टम
- ब्रेक पैड्स की रिप्लेसमेंट लगभग 30,000 किमी पर ज़रूरी होती है
- फ्रंट डिस्क पैड्स: ₹900–₹1,200
- डिस्क रोटर (प्रत्येक): ₹950
- रियर ब्रेक शूज़: ₹1,000–₹1,300
बोनट के अंदर के पार्ट्स
ज़्यादा चली हुई Kwid के इंजन हिस्सों में शोर या घिसावट आ सकती है, ऐसे में कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं:
- फैन बेल्ट: ₹185
- टाइमिंग चेन: ₹2,650
क्लच सिस्टम
सामान्य ड्राइविंग में क्लच लंबे समय तक चलता है, लेकिन लगभग 75,000 किमी पर इसे बदलना पड़ता है:
- क्लच प्लेट रिप्लेसमेंट: ₹2,500 + श्रम और अन्य चार्जेस
Renault Kwid की रीसेल वैल्यू
Renault Kwid भारत में काफ़ी लोकल स्तर पर निर्मित (लगभग 98%) और किफायती कार है। इसका सर्विस नेटवर्क भी फैल रहा है, जिसके चलते इसकी रीसेल वैल्यू अच्छी बनी रहती है। कई लोग पहली कार के रूप में सेकेंड हैंड Kwid को चुनते हैं। नए वाहनों की कीमतें बढ़ने के कारण, सेकेंड हैंड Kwid की डिमांड बढ़ी है।
- 5 साल पुरानी Kwid औसतन अपनी मूल क़ीमत का लगभग 55% मूल्य बनाए रखती है
- 3 साल पुरानी Kwid लगभग 65% मूल्य बनाए रखती है
रीसेल वैल्यू कुछ बातों पर निर्भर करती है:
- मॉडल वर्ष: नया मॉडल पुरानों से बेहतर रीसेल देता है
- वेरिएंट: RXT(O) या Climber जैसे ऊंचे वेरिएंट में रीसेल ज़्यादा
- स्थिति: समय पर सर्विस हुई और अच्छी तरह रखी गई कार का मूल्य अधिक
- किमी: कम चली हुई कार का बाज़ार मूल्य बेहतर होता है
Renault Kwid में देखी जाने वाली आम समस्याएं
1. शोर और कंपन (NVH)
Kwid का 3-सिलेंडर इंजन तेज़ गति पर कम गियर में चलते समय थोड़ा ज़्यादा आवाज़ करता है। ध्वनि रोकने की कम परतें होने से केबिन में झंझनाहट और ठक-ठक जैसी आवाज़ें भी आ सकती हैं।
2. इलेक्ट्रिकल दिक्कतें
पुराने मॉडल्स में ईंधन पंप और रिले से जुड़ी समस्याएँ देखी गई हैं। फ्यूल सिस्टम में खराबी की शिकायत कई बार आई है।
3. पावर में गिरावट
800cc इंजन सीमित क्षमता वाला है। जब आप एसी चालू कर तेज़ी से एक्सेलेरेट करते हैं, तो पावर में स्पष्ट गिरावट महसूस होती है। कुछ मामलों में इंजन बंद भी हो सकता है।
4. AMT ड्राइव सिलेक्टर
Easy-R AMT वेरिएंट में रोटरी डायल से गियर बदलते समय प्रतिक्रिया में देर या बिलकुल भी प्रतिक्रिया नहीं आने की शिकायतें मिली हैं।
5. थ्रॉटल पेडल
पुराने मॉडल्स में एक्सेलेरेटर पेडल कभी-कभी अपनी सामान्य स्थिति पर वापस नहीं आता, जिससे ड्राइवर पैर हटाने के बाद भी गति बनी रहती है।
Renault Kwid (2022–वर्तमान) के प्रमुख स्पेसिफिकेशन

| फ़ीचर | जानकारी |
| इंजन | 1.0 लीटर, 3-सिलेंडर MPFI पेट्रोल (BR10DE SCe) |
| पावर | 67 बीएचपी @ 5,500 आरपीएम |
| टॉर्क | 91 एनएम @ 4,250 आरपीएम |
| ईंधन टैंक | 28 लीटर |
| ट्रांसमिशन | 5-स्पीड मैनुअल / 5-स्पीड AMT |
| लंबाई | 3731 मिमी |
| चौड़ाई | 1579 मिमी |
| ऊंचाई | 1474 मिमी / 1490 मिमी (रूफ़ रेल के साथ) |
| व्हीलबेस | 2422 मिमी |
| ग्राउंड क्लीयरेंस | 184 मिमी |
| बूट स्पेस | 279 लीटर / 620 लीटर (सीट फोल्ड करके) |
| टायर | 165/70 R14, 14 इंच स्टील व्हील |
| सस्पेंशन | आगे: मैकफर्सन स्ट्रट, पीछे: ट्विस्ट बीम |
| सुरक्षा | ड्यूल एयरबैग्स, ABS+EBD, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ट्रैक्शन कंट्रोल, टायर प्रेशर मॉनिटर, हिल स्टार्ट असिस्ट (AMT), रिवर्स कैमरा (RXT और Climber) |
| इंफोटेनमेंट | 8-इंच टचस्क्रीन, नेविगेशन, Android Auto, Apple CarPlay, वॉइस रिकग्निशन |
| माइलेज | 21.4–22.3 किमी/लीटर |
निष्कर्ष
Renault Kwid एक हल्की, कॉम्पैक्ट और चलाने में आसान कार है। इसकी मेंटेनेंस किफायती है, पार्ट्स आसानी से उपलब्ध हैं, और इसका डिज़ाइन ग्रामीण और शहरी दोनों ग्राहकों को आकर्षित करता है। 2022 में जो नए फ़ीचर्स और सुरक्षा से जुड़े अपडेट आए हैं, वे इसे सेकेंड हैंड बाज़ार में भी एक समझदारी भरा विकल्प बनाते हैं। Renault Kwid की तरह आप Renault Triber में आने वाली आम समस्याएं और समाधान के बारे में जान सकते हैं। अभी पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें।
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